जौनपुर: बदलापुर विधायक रमेश चंद्र मिश्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने अपने ही सरकार को घेरते हुए कहा कि जिस तरह से समाजवादी पार्टी ने जनता में भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है, ऐसे में अगर शीर्ष नेतृत्व यूपी में कुछ कड़े कदम नहीं उठाती है तो 2027 में भाजपा की सरकार नहीं आएगी.
वहीं इस मुद्दे पर जब ईटीवी भारत की टीम ने विधायक रमेश मिश्रा से बात की तो उन्होंने सरकार के तमाम कार्यों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जिस तरह से जनप्रतिनिधियों की बात को अधिकारी व कर्मचारी सुन नहीं रहे हैं, ऐसे में हम जनता के बीच में कैसे 2027 में जाएंगे.
पिछले दिनों विधायक रमेश मिश्रा ने एसपी जौनपुर के ऊपर भी आरोप लगाए थे. कहा कि जनपद में कुछ थानेदारों को पैसे के बल पर पोस्टिंग दी जाती है, जिसमें तत्कालीन थानाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह भी हैं. शाहगंज विधायक रमेश सिंह के द्वारा हटाए जाने की मांग के बावजूद एसपी जौनपुर ने थानाध्यक्ष को हटाया नहीं. बल्कि उनका प्रमोशन करते हुए चंदवक थाने का चार्ज दे दिया.
इस बात की जानकारी जब प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को हुई तो एसपी से उन्होंने तुरंत कार्रवाई की बात कही. जिस पर त्रिवेणी सिंह को लाइन हाजिर किया गया था. पिछले दिनों सीएचसी बदलापुर में तैनात एक संविदा डॉक्टर को हटाने के लिए अपने लेटर पैड पर सीएमओ और जिलाधिकारी को लिखा भी था. उसके बावजूद वह डॉक्टर मौजूद है.
जौनपुर बदलापुर के भाजपा विधायक रमेश चंद्र मिश्रा ने अपनी ही पार्टी पर आरोप लगाया. कहा कि जिस तरह से विपक्ष ने पीडीए का फार्मूला और व्यापक और भ्रामक रूप से समाजवादी पार्टी ने जनता में जो भ्रम पैदा कर रखा है, ऐसी स्थिति में आज की तारीख में बीजेपी की स्थित अच्छी नहीं है. स्थिति अच्छी हो सकती है जिसके लिए केंद्रीय नेतृत्व को कुछ कठोर कदम उठाने होंगे और यूपी के 2027 के चुनाव को लेकर पूरा फोकस करना होगा.
2027 के चुनाव को लेकर एक-एक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि को पूरी ताकत से लगना होगा. नहीं तो 2027 में हमारी स्थित ठीक नहीं है और हमारी सरकार 2027 में बनने की स्थित नही है. हमारी BJP सरकार की स्थिति बहुत ही खराब है. 2027 में हमारी सरकार बनने की स्थिति नहीं है.
BJP MLA रमेश मिश्रा यूपी में दूसरी बार विधायक चुनकर आए हैं. उन्होंने खुद अपना Video बनवाकर जारी किया है. वीडियो के संबंध में जब विधायक रमेश मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वीडियो सही है. सरकार के द्वारा अधिकारियों से जनप्रतिनिधियों की अनदेखी हो रही है.
ये कहीं ना कहीं 2027 में भाजपा के लिए खतरे की घंटी है, जिस तरह से रमेश चंद्र लगातार अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल रखे हैं उससे एक बात तो साफ है कि प्रदेश में जनप्रतिनिधियों की सुनवाई नहीं होती, जिससे उनकी नाराजगी सामने आ रही है.
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