भोपाल: मध्य प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव बीजेपी के सदस्य बन गए. एमपी में बीजेपी के सदस्यता अभियान की औपचारिक शुरुआत हुई. सीएम डॉ मोहन यादव ने नए सदस्य जोड़ने के अभियान के मौके पर कहा कि 'किस तरह से बीजेपी की सरकार में मध्य प्रदेश ने विकास की रफ्तार पकड़ी. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड पर फोकस नदी जोड़ो अभियान के साथ पूरे चंबल की सूरत बदलने वाली है. उन्होंने कहा कि इस योजना के साथ एमपी और यूपी दोनों राज्यों की सूरत बदलेगी और चंबल में पानी की कहानी बदल जाएगी.
सीएम ने कहा कि पीएम मोदी ने एमपी को एक लाख करोड़ रुपए इस पार्वती काली सिंध योजना में दिए हैं. जिसमें 45 हजार करोड़ एमपी और 45 हजार करोड़ यूपी के हिस्से में आएंगे. जिसमें चंबल की तस्वीर बदल जाएगी. डॉ मोहन यादव ने इस मौके पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, उमा भारती और बाबूलाल गौर का भी जिक्र किया.'
कैसे बदलेगी बुंदेलखंड और चंबल की सूरत
सीएम डॉ मोहन यादव ने आज बीजेपी मुख्यालय में पार्टी के संगठन पर्व की औपचारिक शुरुआत के साथ अपनी सदस्यता भी रिन्यू करवाई. इस मौके पर उन्होंने बुंदेलखंड और चंबल के सूखे का जिक्र किया. चंबल की सूरत बदलने वाले पार्वती काली सिंध योजना का खासतौर पर जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कि बुंदेलखंड को जो 1 लाख करोड़ का नदी जोड़ो अभियान का आशीर्वाद पीएम मोदी ने दिया है. उसमें आधा हिस्सा यूपी और आधा हिस्सा एमपी का है. उन्होंने कहा कि इस योजना से चंबल की कहानी बदलने वाली है. पार्वती कालीसिंध योजना से एमपी और यूपी दोनों का आधा आधा हिस्सा आएगा. खास तौर पर एमपी का मुरैना का हिस्सा जिसमें श्योपुर विजयपुर की तस्वीर बदलने वाली है.
भाजपा देश के लिए,
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 3, 2024
हर कार्यकर्ता देश के लिए...
आज भाजपा प्रदेश कार्यालय, भोपाल में " भाजपा सदस्यता अभियान 2024" के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता की एवं भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले साथी कार्यकर्ताओं को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की।
अंत्योदय के मूल मंत्र के साथ आज… pic.twitter.com/6biQ7Ymw9b
यहां पढ़ें... मिस्ड कॉल से ऐसे बनेंगे बीजेपी मेंबर, जानें कैसे हाथ के हाथ मिलेगा मेंबरशिप कार्ड मोहन यादव का परफार्मेंस पर पोस्ट फार्मूला, बोले-आने वाले हैं बड़े काम, सदस्यता करके दिखा दो |
मोहन यादव ने कयों किया शिवराज उमा भारती को याद
मोहन यादव ने इस मौके पर कहा कि नर्मदा को लेकर एमओयू जो हुआ था. 1977 में उसके बाद 2003 तक जब तक हमारी सरकार नहीं बनी, तब तक नदियों के एक-एक बूंद जल की व्यवस्था नहीं हुई. नर्मदा के जो बांध दिखाई देते हैं. हरा भरा मालवा निमाड़ जो आज दिखाई देता है. नर्मदा के एक-एक बूंद का उपयोग लोगों की सिंचाई और पीने के पानी के लिए होना चाहिए. वो हमारे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की सरकार और बाबूलाल गौर की सरकार जिसमें संकल्प लिया गया कि नर्मदा के एक-एक बूंद का इस्तेमाल लोगों के पेयजल और सिंचाई के लिए होना चाहिए.