जयपुर: 'बाबा' के नाम से मशहूर भजनलाल सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर अपने इस्तीफे को वापस लेने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि वह ना हेलीकॉप्टर की बात से नाराज हैं और ना ही किसी अन्य बात से. वह खुद से नाराज हैं और जब भवानी जाग जाएंगी तो वह मान जाएंगे. इसके साथ में मीणा ने ST-SC आरक्षण को लेकर चल रहे विवाद के बीच क्रीमीलेयर पर कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की बात कही.
जब भवानी जाग जाएंगी तो वह मान जाएंगे : किरोड़ी लाल मीणा ने इस्तीफे को लेकर चल रही चर्चा पर कहा कि कांग्रेस इसको लेकर ज्यादा चिंता नहीं करे. वैसे मैंने इस्तीफा दे रखा है और अब कैबिनेट का सदस्य नही हूं. उन्होंने कहा कि मुझे किसी से नाराजगी नहीं है, न हेलीकॉप्टर को लेकर न ही किसी अन्य बात को लेकर. जिस क्षेत्र में मैंने 45 साल सड़कों पर काम किया, लोगों के बीच में रहा, उनकी समस्याओं को सुना, उन लोगों के वोट मैं पार्टी को नहीं डलवा पाया. यह मेरी विफलता है. इसलिए मैं खुद से नाराज हूं.
मेरी नाराजगी मुख्यमंत्री या प्रदेश अध्यक्ष से नहीं है. जब भवानी जग जाएंगी तो मान जाऊंगा, लेकिन अभी कैबिनेट मंत्री नहीं हूं. इसके साथ ही कांग्रेस की ओर से बाढ़ आपदा को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर कहा कि कांग्रेस तो इसी तरह से गुमराह करती रही, लेकिन मैं इस प्राकृतिक आपदा में लोगों के बीच में रहा हूं, उनकी समस्याओं को सुना है, उन्हें राहत देने की कोशिश की है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान : उधर, एससी-एसटी आरक्षण पर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं. उन्होंने कहा कि मैं उदाहरण देता हूं कि मैं जिस गांव से आता हूं, उसमें मैं डॉक्टर बन गया. मेरा एक भाई IAS-RAS बन गया, लेकिन इसी समाज, इसी जाति से आने वाले मेरा पड़ोसी आज भी खुद भी पहाड़ी खोद रहा है और उसके बच्चे भी पहाड़ी खोद रहे हैं. इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने जो क्रीमीलेयर को लेकर फैसला दिया है, उसका सम्मान होना चाहिए. मैं उसका समर्थन करता हूं. भारत बंद के आह्वान पर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि भारत बंद करने वाले राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने ऑब्जर्वेशन दिया है. इसमें भारत बंद की कोई आवश्यकता नहीं है. कांग्रेस देश में हिंसा फैलाना चाहती है. जो आरक्षण से वंचित हैं, उन्हें भी फायदा मिलना चाहिए.