पलामूः हुसैनाबाद में भारतीय जनता पार्टी का डैमेज कंट्रोल हो गया है या अभी भी बगावत जारी है. हुसैनाबाद से भारतीय जनता पार्टी ने कमलेश सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. कमलेश सिंह का विरोध स्थानीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी के नेता कर रहे है.
कमलेश सिंह के प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सोमवार को पहली बार भारतीय जनता पार्टी की बड़ी बैठक होने वाली थी. यह बैठक भारतीय जनता पार्टी के तरफ से आधिकारिक तौर पर बुलाया गया था. लेकिन इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी के कई मंडल अध्यक्ष शामिल नही हुए. बैठक में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष को भी भाग लेना था, लेकिन पांकी विधानसभा क्षेत्र से नामांकन के कारण शामिल नहीं हो पाए.
इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कमलेश सिंह के अलावा कई भाजपा नेता शामिल हुए थे. भाजपा के मीडिया प्रभारी सोमेश सिंह ने बताया कि नामांकन के कारण जिला अध्यक्ष बैठक में शामिल नहीं हुए थे, वहीं कई मंडल अध्यक्ष बैठक में शामिल हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी के हुसैनाबाद मंडल के अध्यक्ष राजेश कर्ण ने बताया कि कोई भी मंडल अध्यक्ष बैठक में शामिल नहीं हुआ है. प्रत्याशी का विरोध जारी है.
विधानसभा क्षेत्र की जनता उनके परिवार का सदस्यः कमलेश सिंह
बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि क्षेत्र की एक-एक जनता उनके परिवार का सदस्य है. भाजपा के एक एक कार्यकर्ता की प्रतिष्ठा उनसे जुड़ी हुई है. 23 अक्टुबर को वह नामांकन करेंगे.
दिलचस्प होगा मुकाबला
हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र में दिलचस्प मुकाबला होने वाला है. हुसैनाबाद में चुनाव पहले चरण में 13 नवंबर को है. नामांकन 25 अक्टूबर तक होना है. 23 अक्टूबर को भाजपा से कमलेश कुमार सिंह नामांकन करेंगे, जबकि पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने भी 23 अक्टूबर को नामांकन की तिथि घोषित कर दी है. मगर उन्होंने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह निर्दलीय या किसी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि कुशवाहा शिवपूजन मेहता आजसू में हैं, आजसू से गठबंधन की वजह यह सीट बीजेपी को मिल गई है.
वहीं भाजपा के दो बागी विनोद कुमार सिंह और कर्नल संजय कुमार सिंह ने भी 24 अक्टूबर को नामांकन करने का निर्णय लिया है. भाजपा के दोनों नेता बागी बनकर चुनावी समर में कूद गए हैं. वहीं अभी तक झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद के बीच गठबंधन नहीं हुआ है. फिर भी राजद का चुनाव लड़ना तय है. राजद के संजय कुमार सिंह यादव भी 24 अक्टूबर को नामांकन करेंगे.
अगर झारखंड मुक्ति मोर्चा से गठबंधन नहीं होता है, तो जिला परिषद उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह उर्फ टूटू सिंह का भी झारखंड मुक्ति मोर्चा से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है. वहीं बसपा के शेर अली ने अभी तक अपने नामांकन की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है. उन्होंने दावा किया है कि बसपा की टिकट उन्हें ही मिलेगी. बताया जाता है कि कुशवाहा वीरेंद्र मेहता और कुशवाहा शिवपूजन मेहता भी बसपा की टिकट की दौड़ में शामिल हैं.
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