हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में बीते दिनों गोकशी के आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए तालाब में कूदकर जान दे दी थी. इस मामले को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने हंगामा किया था. कांग्रेस का आरोप है कि युवक ने जान नहीं दी, बल्कि पुलिस ने उसकी हत्या की है. इस मामलों को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी. वहीं अब इस मामले पर बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद का बयान आया. उन्होंने कांग्रेस और हरीश रावत को जमकर घेरा.
स्वामी यतीश्वरानंद ने इस मामले को लेकर आज मंगलवार तीन सितंबर को हरिद्वार में प्रेस वार्ता की. उन्होंने कांग्रेस को गोकशी का समर्थक और उनके आरोपियों का संरक्षण देने वाली पार्टी बताया है. इसके साथ ही प्रेस वार्ता में बीजेपी नेताओं ने हरीश रावत को भी लपेटा है.
स्वामी यतीश्वरानंद समेत अन्य नेताओं ने हरीश रावत पर तुष्टिकरण करने और वोट बैंक का खातिर उत्तराखंड में हिंदू-मुस्लिम दंगे उकसाने का आरोप लगाया है. स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि प्रदेश में गौ सेवा अधिनियम बना हुआ है, जिसकी जानकारी उस युवक को थी. इसीलिए वो पुलिस से बचने की कोशिश कर रहा था और इसी दौरान वो तालाब में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई.
वहीं अब हरीश रावत और पूरी कांग्रेस गोकशी में शामिल युवक को बचाने के लिए हरिद्वार पुलिस और प्रदेश सरकार के के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. इससे साफ पता चलता है कि कांग्रेस और हरीश रावत गौ और सनातन संस्कृति का कितना सम्मान करते हैं.
वहीं, स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि वो हरीश रावत का एक नेता को तौर पर सम्मान नहीं करते है. हालांकि उनकी उम्र की वजह से वो उन्हें जरूर सम्मान देते हैं. हरीश रावत नेता बनने लायक ही नहीं हैं. हरीश रावत देहरादून में कुछ बोलते हैं और हरिद्वार में कुछ और बोलते हैं. हरीश रावत इसी तरह सबको पागल बनाते हैं.
क्या है पूरा मामला: दरअसल, बीती 25 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली थी कि वसीम कुरैशी उर्फ मोनू गोवंश का मांस ले जा रहा है. पुलिस के गौ संरक्षण दल ने वसीम को पकड़ने की प्रयास किया, लेकिन वह वाहन छोड़कर तालाब में कूद गया, जिससे उसकी मौत हो गई. युवक की मौत के बाद उसके परिजनों ने आरोप लगाया था कि पुलिसकर्मियों ने वसीम को तालाब में डुबाकर मार डाला है.
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