पटना: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं. जहां वह लगातार अलग-अलग मुद्दों को लेकर अपनी बात रख रहे हैं. उन्होंने संवैधानिक संस्था से लेकर मीडिया और आरक्षण पर भी बयान दिया है. उनके निशाने पर बीजेपी और आरएसएस है. वहीं उनके बयानों पर बीजेपी काफी हमलावर है. बिहार सरकार में मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि राहुल गांधी जैसा नेता यहां पर है. जो अपने देश की बात विदेश में जाकर करता है और विदेश से देश की राजनीति करना चाहता है.
'राहुल को वाजपेयी से सीखना चाहिए': नितिन नवीन ने कहा कि राहुल गांधी को अटल बिहारी वाजपेयी से सीख लेनी चाहिए. जिन्होंने नेता प्रतिपक्ष रहते हुए यूनाइटेड नेशन में जाकर देश का पक्ष रखा. उस समय देश में कांग्रेस की सरकार ने भी उनकीं बातों की सराहना की थी लेकिन आज नेता प्रतिपक्ष होने के बावजूद राहुल गांधी वैश्विक पटल पर देश की नकारात्मक छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि देश हर मामले में तरक्की कर रहा है.
"देश के किसी भी संवैधानिक संस्था पर राहुल गांधी जी को भरोसा नहीं है. जो भी देश विरोधी बाते हैं, वह देश के बाहर जाकर करते हैं वो. दुर्भाग्य है भारत का कि एक ऐसा नेता मिला है, जो देश के बाहर जाकर देश के विषयों पर राजनीति करता है और भारत की नकारात्मक छवि बनाने का प्रयास करता है."- नितिन नवीन, बीजेपी सह कैबिनेट मंत्री, बिहार सरकार
तेजस्वी पर बोला हमला: इस दौरान नितिन नवीन ने तेजस्वी यादव की यात्रा पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आरजेडी नेता को याद रखना चाहिए कि जिस सड़क पर चलकर आज वह यात्रा कर रहे हैं, वह सड़क एनडीए की सरकार ने बनाया है. वहीं बढ़ते अपराध को लेकर नेता प्रतिपक्ष की ओर से सवाल उठाने पर मंत्री ने कहा कि बिहार की जनता सब कुछ जानती है कि बिहार में किस तरह अपराध बढ़ रहा है और अपराध करने वाले लोग कौन हैं.
राहुल गांधी ने क्या बोला था?: असल में अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि चुनावों से पहले हम इस विचार पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है. आरएसएस ने शिक्षा प्रणाली पर कब्जा कर लिया है. मीडिया और जांच एजेंसियों पर कब्जा कर लिया है. हम यह कहते रहे लेकिन लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था. वहीं जब मैंने संविधान को आगे रखना शुरू किया और जो कुछ भी कहा था, वह अचानक से फूट पड़ा. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव में भाजपा 246 के करीब थी. उनके पास बहुत बड़ा वित्तीय लाभ था, हमारे बैंक खाते बंद कर दिए थे.
ये भी पढ़ें: