पटना : आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर बीजेपी के द्वारा अमृत काल का आयोजन किया गया था. इसके तहत बीजेपी ने 'हर घर तिरंगा' अभियान की शुरुआत की थी. इस अभियान का मुख्य मकसद देश के लोगों को देश की आजादी के 75वें वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में अपने घरों पर तिरंगा झंडा फहराने के लिए प्रेरित किया गया. इस वर्ष भी भारतीय जनता पार्टी इस अभियान को पूरे देश में मना रही है.
हर घर तिरंगा अभियान : अभियान के तहत 15 अगस्त तक भाजपा कार्यकर्ता बिहार के हर घर में जाकर राष्ट्रीय ध्वज बांटने में जुटे हैं. हर घर तिरंगा अभियान के तहत लोगों को इसे फहराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इस दौरान कार्यकर्ता ध्वज संहिता के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं, ताकि राष्ट्रध्वज का सम्मान सही तरीके से हो सके.
अभियान का मकसद : हर घर तिरंगा अभियान को लेकर बीजेपी का कहना है कि यह कोई राजनीतिक अभियान नहीं है. भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी पिछले वर्ष से लगातार तिरंगा अभियान चलाती आ रही है. इस साल भी घर-घर तिरंगा पहुंचाया जा रहा है. युवाओं में और भारत के हर एक घर में हर एक नागरिकों को राष्ट्रभक्ति की भावना को जगाना है. उनके मन में राष्ट्र के प्रति प्रेम जगाना है.
''15 अगस्त और 26 जनवरी को प्रत्येक घर में झंडा तो लोग फहराते हैं, लेकिन इसको एक बड़ी योजना के रूप में अगर चलाएंगे तो लोगों में राष्ट्रभक्त की भावना जागेगी. राष्ट्र के प्रति प्रेम जागेगा. लोगों में राष्ट्र के लिये प्रेम जगाना निहित है. यह कोई राजनीतिक अभियान नहीं है. पिछले दो वर्षों से हमलोग बिहार में अभियान चला रहे हैं. तिरंगा सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक है और तिरंगे के साथ कोई राजनीति नहीं कर सकता.''- राकेश कुमार सिंह, प्रवक्ता, बीजेपी
RJD ने खड़ा किया सवाल : भारतीय जनता पार्टी के हर घर तिरंगा अभियान पर आरजेडी प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने सवाल खड़ा किया है. ऋषि मिश्रा ने कहा है कि बीजेपी को तिरंगा अभियान शुरू करने से पहले यह बताना चाहिए कि बीजेपी और आरएसएस के किन-किन नेताओं ने आजादी के आंदोलन में अपना योगदान दिया. कब-कब उनके नेता आजादी के आंदोलन में जेल गए थे. 8 अगस्त को अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया गया था उसमें बीजेपी का क्या योगदान था?
''महात्मा गांधी की हत्या कौन सी विचारधारा के लोगों ने किया था? भाजपा के लोग हाथ में तिरंगा तो ले लेंगे लेकिन उनके हाथ में तिरंगा सूट नहीं करता है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय पर तिरंगा फहराने में कई वर्ष लग गए. आजादी के बाद से संघ मुख्यालय में क्यों नहीं तिरंगा झंडा फहराया जाता था उसका जवाब बीजेपी को देना चाहिए. बीजेपी के द्वारा किए जा रहे नौटंकी को देश की जनता अब जान चुकी है.''- ऋषि मिश्रा, प्रवक्ता, आरजेडी
क्या कहना है जानकारों का ? : भारतीय जनता पार्टी के द्वारा चलाए जा रहे हर घर तिरंगा अभियान पर वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक डॉ संजय कुमार का कहना है कि बीजेपी राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय अस्मिता से जोड़कर लोगों को अपने साथ जोड़ना चाहती है. यह भाव जगाने में बीजेपी कई बार सफल भी होती है, जिसका उसको राजनीतिक लाभ भी मिलता है.
''2025 विधानसभा का चुनाव सामने है. हर घर तिरंगा अभियान का माहौल बनाकर लोगों को अपनी तरफ आकर्षित किया जाए इसको लेकर बीजेपी जुटी हुई है. हालांकि अब लोग जागरूक हो गए हैं. अब जनता सिर्फ भावनात्मक मुद्दों के साथ नहीं जुड़ती है. अब आम लोगों को रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा की जरूरत है. अब यह कोई जरूरी नहीं है कि भावनात्मक मुद्दों से लोगों को जोड़कर वोट का फसल काटा जा सके.''- डॉ संजय कुमार, राजनीतिक विश्लेषक
'इसका लाभ मिलेगा या नहीं यह तो वक्त बताएगा' : डॉ संजय कुमार का मानना है कि 2025 में बीजेपी के सामने चुनौती है, क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने रोजगार का मुद्दा उठाया था. एनडीए को भी रोजगार के मुद्दे को अपने एजेंडे में शामिल करना पड़ा था. जब तक मौलिक सवालों को और मूल मुद्दों से लोगों को नहीं जोड़ेंगे तब तक इसका राजनीतिक लाभ नहीं मिलेगा. डॉ संजय कुमार का कहना है कि बीजेपी शुरू से ही इस तरीके का अभियान करती रही है. राष्ट्रवाद सांस्कृतिक राष्ट्रवाद एवं धार्मिकता का मुद्दा उठाती रही है. अब इसका राजनीतिक लाभ भाजपा को कितना मिलता है वह 2025 के चुनाव परिणाम के बाद ही पता चल पाएगा.
2023 में 'मेरी मिट्टी मेरा देश' अभियान : यहां यह बताना भी जरूरी है कि, भाजपा हमेशा लोगों से जुड़े रहने के लिए कोई ना कोई अभियान चलाती रहती है. 2024 लोकसभा चुनाव से पहले चुनावी जमीन तैयार करने के लिए भाजपा ने 'मेरी मिट्टी मेरा देश' कार्यक्रम चलाया था. इस कार्यक्रम को लेकर भाजपा ने एक योजना बनाई थी. पूरे देश के हर गांव एवं घर से मिट्टी संग्रह करना था. पूरे देश से आए मिट्टी को दिल्ली के अमृत उद्यान में रखा गया. इस मिट्टी संग्रह अभियान का मुख्य उद्देश्य था कि पूरे देश की एकजुटता दिखाते हुए सभी जगह की मिट्टी से अमृत उद्यान बनाना.
2024 में हर घर अक्षत अभियान : 2024 लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का निर्णय लिया गया था. प्राण प्रतिष्ठा से एक महीना पहले से विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पूरे देश में 'हर घर अक्षत' पहुंचने का कार्यक्रम शुरू किया. इस कार्यक्रम का मकसद था कि पूरे देश के हर परिवार को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से जोड़ना.
रन फॉर यूनिटी अभियान : भारतीय जनता पार्टी ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के जयंती के अवसर पर 'रन फॉर यूनिटी' करवाने का निर्णय लिया. सरदार पटेल की पुण्य तिथि 15 दिसंबर को देश भर में 565 स्थानों से 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया गया था.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए लौह संग्रह अभियान : भारतीय जनता पार्टी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने का संकल्प लिया था. इसके लिए बीजेपी ने देश के हर एक परिवार से लोहे का एक टुकड़ा संग्रह करने का निर्णय लिया. पूरे देश से 5000 मिट्रिक टन लोहा इकट्ठा किया गया. पूरे देश से इकट्ठा किए गए लोहे से सरदार सरोवर बांध पर 182 मीटर ऊंचे मूर्ति का निर्माण हुआ. सरदार पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति 'स्टैचू ऑफ यूनिटी' का निर्माण किया गया.
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