लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के टिकट की अपनी बहुप्रतीक्षित दूसरी सूची होली से ठीक पहले जारी कर दी है. बचे हुए कुल 25 टिकट में से 13 घोषित कर दिए गए हैं. जैसा कि कयास लगाए जा रहे थे कि, मेरठ सीट से बीजेपी ने रामायण के राम अरुण गोविल को चुनावी मैदान में उतार दिया है. पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट जैसा की उम्मीद थी काट दिया गया है. उनकी जगह लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद उम्मीदवार बनाया गया है. जबकि वरुण गांधी की मां मेनका गांधी का टिकट कायम रखा गया है. वह सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी. वहीं बाराबंकी (सुरक्षित) से पहले घोषित किए गए उम्मीदवार उपेंद्र रावत जो कथित अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद से विवादों में चल रहे थे. उनका टिकट बदलकर राजरानी रावत को दे दिया गया है. बदायूं में स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य का टिकट काट दिया गया है.
बीजेपी ने 13 उम्मीदवारों की दूसरी सूची की जारी: भारतीय जनता पार्टी ने जो 13 टिकट घोषित किए गए हैं. उसमें सहारनपुर से राघव लखन पाल को, मुरादाबाद से सर्वेश सिंह को, मेरठ से अरुण गोविल को, गाजियाबाद से अतुल गर्ग को, अलीगढ़ से सतीश गौतम को, हाथरस से अनूप वाल्मीकि को, बदायूं से दुर्विजय सिंह शाक्य को, बरेली से छत्रपाल सिंह गंगवार, पीलीभीत से जितिन प्रसाद, सुल्तानपुर से मेनका गांधी, कानपुर से रमेश अवस्थी, बाराबंकी से राजरानी रावत और बहराइच से डॉक्टर अरविंद गोंड को टिकट दिया गया है.
11 में से नौ वर्तमान सांसदों कटा टिकट: मेरठ से राजेंद्र अग्रवाल, कानपुर से सत्यदेव पचौरी, गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह, पीलीभीत से वरुण गांधी, बरेली से संजीव गंगवार, बदायूं से संघमित्रा मौर्या, बहराइच के अक्षयबर लाल गोंड, हाथरस से राजवीर दिलेर और बाराबंकी से उपेंद्र रावत ने टिकट लेने से इनकार कर दिया था. अलीगढ़ से सतीश गौतम और सुल्तानपुर से मेनका गांधी का ही टिकट बचा है.
कैसरगंज सीट पर अभी भी पेंच फंसा: गोंडा जिले की कैसरगंज लोकसभा सीट पर पेंच अभी भी फंसा हुआ है. कयास लगाए जा रहे हैं कि पहलवानों के साथ यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह का टिकट बच सकता है. इसलिए इसको अभी घोषित नहीं किया गया है. पहले चर्चा हो रही थी कि उनकी पत्नी केतकी सिंह को यहां से टिकट दिया जा सकता है.