बस्तर: 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 के प्रथम चरण में बस्तर लोकसभा सीट पर उतरी सीपीआई पार्टी ने अपना नामांकन भर दिया है. सीपीआई से फूलसिंह कचलाम बस्तर से प्रत्याशी है.
देश का संविधान खत्म करने भाजपा की साजिश: नामांकन के बाद सीपीआई पार्टी के प्रमुख बस्तर के नेता मनीष कुंजाम ने लोकसभा चुनावों में मुद्दों को लेकर कहा कि चुनाव में देश के मुद्दे, प्रदेश के मुद्दे और लोकल मुद्दे हैं. सभी अलग अलग है. देश इस समय तानाशाही की तरफ बढ़ रहा है. देश की संवैधानिक संस्थाओं को कठपुतली बना दिया गया है. इस समय देश में जो नारा दिया जा रहा है वह काफी डेंजर है. संविधान के प्रति प्रेम रखने वालों के मन में डर पैदा कर रहा है. संविधान को बदलने का बहुत पुराना मुद्दा बीजेपी और आरएसएस का है.
देश के आंदोलन में भाजपा और आरएसएस ने हिस्सा लिया ही नहीं इसीलिए उन्हें यह भावना नहीं पता है. अबकी बार 400 पार का नारा देश में प्रमुख मुद्दा है. ये हो गया तो देश के संविधान को बदल दिया जाएगा. इस समय मुद्दा मोदी नहीं है देश बचाने और संविधान बचाने का है. - मनीष कुंजाम, सीपीआई नेता
बस्तर के लोकल लोगों को थर्ड फोर्थ क्लास में मिले नौकरी: मनीष कुंजाम ने आगे कहा " बस्तर में जल जंगल और जमीन प्रमुख मुद्दा है. जो काफी ज्वलंत मुद्दों में शामिल है. यह एक सामाजिक मुद्दा भी है. इसके लिए बस्तर में लंबे समय से लड़ाइयां भी जीत चुके हैं, आगे भी लड़ाई जारी रहेगी. कांग्रेस की सरकार के दौरान 6000 से ज्यादा टीचर्स की भर्ती हुई, जिनमें बस्तर के 4000 शिक्षकों की भर्ती हुई. इनमें बस्तर के लोकल लोगों की संख्या 245 है. व्यापमं के जरिये बस्तर में भर्ती होने से बस्तर के लोगों का भला कभी नहीं होगा."
हम तहसीलदार और थानेदार में बस्तर के लोगों को रखने की मांग नहीं कर रहे हैं. 3rd क्लास और 4th क्लास की भर्तियों में बस्तर के लोगों की भर्ती करने की मांग कर रहे हैं.- - मनीष कुंजाम, सीपीआई नेता
बस्तर लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने महेश कश्यप को उम्मीदवार बनाया है. बसपा ने आयतु राम मंडावी को टिकट दिया है. सुंदर बघेल निर्दलीय उम्मीदवार हैं. सीपीआई से फूलसिंह कचलाम है. इन चारों ने शुक्रवार को नामांकन फॉर्म भरा है. कांग्रेस ने अब तक बस्तर सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.