ETV Bharat / state

मकर संक्रांति पर पतंगबाजी से घायल पक्षियों की जान बचाने के लिए शहर में लगाए पक्षी उपचार शिविर - BIRDS TREATMENT CAMP

जयपुर में मकर संक्रांति के दौरान पतंगबाजी में घायल पक्षियों की जान बचाने के लिए शहर में पक्षी उपचार शिविर लगाए गए हैं.

birds treatment center in Jaipur
पक्षी उपचार शिविर (ETV Bharat Jaipur)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 12, 2025, 10:28 PM IST

जयपुर: मकर सक्रांति पर पतंगबाजी से बेजुबान परिंदे पतंग की डोर में फंसकर घायल हो जाते हैं. घायल पक्षियों की जान बचाने के लिए जयपुर शहर में पक्षी उपचार शिविर लगाए जा रहे हैं. घायल पक्षियों के इलाज के लिए वन विभाग की ओर से जयपुर शहर में विभिन्न एनजीओ के सहयोग से करीब 12 बर्ड्स ट्रीटमेंट कैंप लगाए जा रहे हैं. वहीं वन विभाग की ओर से जयपुर के अशोक विहार में उपचार केंद्र बनाया गया है. 13 से 15 जनवरी तक पक्षी उपचार शिविर लगेंगे. वहीं कुछ संस्थाओं की ओर से 12 से 16 जनवरी तक पक्षी उपचार शिविर लगाए जा रहे हैं.

डीसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक मकर संक्रांति के पर्व के अवसर पर पतंग की डोर से काफी पक्षी भी घायल हो जाते हैं. मकर संक्रांति पर पतंगबाजी के दौरान मांझे से घायल पक्षियों के उपचार के लिए पक्षी उपचार शिविर लगाए जाएंगे. वन विभाग की ओर से विभिन्न संस्थाओं को कैंप लगाने की अनुमति दी गई है. अशोक विहार नर्सरी में पक्षियों के बचाव और उपचार के लिए 13 से 15 जनवरी तक शिविर लगाया जा रहा है. इसके प्रभारी अधिकारी क्षेत्रीय वन अधिकारी जितेंद्र सिंह चौधरी रहेंगे. साथ ही जयपुर चिड़ियाघर अधीक्षक विजय कुमार मीणा, वनपाल सीताराम चौधरी, सहायक वनपाल भैरूराम जाट भी टीम में शामिल रहेंगे.

पढ़ें: मकर संक्रांति पर पतंगबाजी से घायल पक्षियों के लिए शहर में लगेंगे बर्ड्स ट्रीटमेंट कैंप - घायल पक्षियों का उपचार

डीसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक पतंगबाजी के साथ ही आमजन को पक्षियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखना जरूरी है. किसी को भी अगर घायल पक्षी मिलता है, तो वन विभाग के कैंप में ला सकता है या हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दे सकता है. एनजीओ की ओर से जयपुर शहर में करीब एक दर्जन पक्षी उपचार शिविर लगाए जा रहे हैं. उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सुबह और शाम के समय पक्षियों का स्वच्छंद विचरण रहता है. ऐसे में सुबह और शाम के समय पतंगबाजी नहीं करें. चाइनीज मांझे का उपयोग नहीं करें. यह आमजन और पक्षियों की जान के लिए भी घातक होता है.

पढ़ें: Bird Treatment Centers: पतंगबाजी से घायल पक्षियों के लिए बने उपचार केंद्र, एनजीओ के सहयोग से हो रहा इलाज

वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर के मुताबिक वन विभाग की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जिस पर कॉल करके घायल पक्षी की सूचना दे सकते हैं. पक्षी के घायल होने पर उसका ब्लड लॉस रोकने के लिए बीटाडीन का उपयोग करके कॉटन लगा दें. घायल पक्षी को खाना पीना नहीं देना चाहिए. बल्कि ब्लड को रोकने का प्रयास करना चाहिए.

पढ़ें: Kite Flying Becomes Birds Death Trap: मकर सक्रांति पर जयपुर में 460 से अधिक पक्षी हुए घायल, 50 की मौत - मकर संक्रांति पर पतंगबाजी

बर्ड्स एक्सपर्ट एवं रक्षा संस्थान के रोहित गंगवाल ने अपील करते हुए कहा कि सुबह 6 से 8 बजे तक और शाम को 5 से 7:00 बजे तक पतंगबाजी नहीं करें. सुबह और शाम को पतंगबाजी से ज्यादा पक्षी घायल होते हैं. चाइनीज मांझा का उपयोग नहीं करें, सादा डोर से पतंग उड़ाएं. रक्षा संस्थान की ओर से 16 जनवरी तक बर्ड्स ट्रीटमेंट कैंप लगाए जाएंगे. रक्षा संस्थान की ओर से पूरे 12 महीने पक्षियों के ट्रीटमेंट के लिए मालवीय नगर में सेंटर बना हुआ है.

बर्ड्स एक्सपर्ट जॉय गार्डनर के मुताबिक होप एंड बियोंड संस्था और एंजेल आईज फाउंडेशन के तत्वाधान में पक्षी चिकित्सा शिविर 12 से 15 जनवरी तक लगाया जा रहा है. सभी लोगों से अपील की गई है कि बेजुबान पक्षियों को बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग आगे आएं. कहीं भी कोई घायल पक्षी मिलता है, तो संस्था के हेल्पलाइन नंबर 8239939929 पर फोन करके पक्षी की जान बचाने में सहयोग करें.

इन नंबरों पर घायल पक्षियों की दे सकते हैं सूचना: सभी संस्थाओं की ओर से घायल पक्षियों की सूचना के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. रक्षा संस्थान के हेल्पलाइन नंबर 982850006, होप एंड बियोंड के नंबर 8239939929, मासूम केयर फाउंडेशन के नंबर 7878499359, इको रेस्क्यूअर्स फाउंडेशन के नंबर 8005663792, नेचर केयर के नंबर 9352535425, हेल्प एंड सर्व चैरिटेबल ट्रस्ट के नंबर 9024030110, श्री राम गौ सेवा दल के नंबर 7300069299, श्री कृष्ण सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के नंबर 954937725, श्री वर्गो सांस्कृतिक संस्था के नंबर 7821047134 पर घायल पक्षियों की सूचना दे सकते हैं.

जयपुर: मकर सक्रांति पर पतंगबाजी से बेजुबान परिंदे पतंग की डोर में फंसकर घायल हो जाते हैं. घायल पक्षियों की जान बचाने के लिए जयपुर शहर में पक्षी उपचार शिविर लगाए जा रहे हैं. घायल पक्षियों के इलाज के लिए वन विभाग की ओर से जयपुर शहर में विभिन्न एनजीओ के सहयोग से करीब 12 बर्ड्स ट्रीटमेंट कैंप लगाए जा रहे हैं. वहीं वन विभाग की ओर से जयपुर के अशोक विहार में उपचार केंद्र बनाया गया है. 13 से 15 जनवरी तक पक्षी उपचार शिविर लगेंगे. वहीं कुछ संस्थाओं की ओर से 12 से 16 जनवरी तक पक्षी उपचार शिविर लगाए जा रहे हैं.

डीसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक मकर संक्रांति के पर्व के अवसर पर पतंग की डोर से काफी पक्षी भी घायल हो जाते हैं. मकर संक्रांति पर पतंगबाजी के दौरान मांझे से घायल पक्षियों के उपचार के लिए पक्षी उपचार शिविर लगाए जाएंगे. वन विभाग की ओर से विभिन्न संस्थाओं को कैंप लगाने की अनुमति दी गई है. अशोक विहार नर्सरी में पक्षियों के बचाव और उपचार के लिए 13 से 15 जनवरी तक शिविर लगाया जा रहा है. इसके प्रभारी अधिकारी क्षेत्रीय वन अधिकारी जितेंद्र सिंह चौधरी रहेंगे. साथ ही जयपुर चिड़ियाघर अधीक्षक विजय कुमार मीणा, वनपाल सीताराम चौधरी, सहायक वनपाल भैरूराम जाट भी टीम में शामिल रहेंगे.

पढ़ें: मकर संक्रांति पर पतंगबाजी से घायल पक्षियों के लिए शहर में लगेंगे बर्ड्स ट्रीटमेंट कैंप - घायल पक्षियों का उपचार

डीसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक पतंगबाजी के साथ ही आमजन को पक्षियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखना जरूरी है. किसी को भी अगर घायल पक्षी मिलता है, तो वन विभाग के कैंप में ला सकता है या हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दे सकता है. एनजीओ की ओर से जयपुर शहर में करीब एक दर्जन पक्षी उपचार शिविर लगाए जा रहे हैं. उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सुबह और शाम के समय पक्षियों का स्वच्छंद विचरण रहता है. ऐसे में सुबह और शाम के समय पतंगबाजी नहीं करें. चाइनीज मांझे का उपयोग नहीं करें. यह आमजन और पक्षियों की जान के लिए भी घातक होता है.

पढ़ें: Bird Treatment Centers: पतंगबाजी से घायल पक्षियों के लिए बने उपचार केंद्र, एनजीओ के सहयोग से हो रहा इलाज

वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर के मुताबिक वन विभाग की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जिस पर कॉल करके घायल पक्षी की सूचना दे सकते हैं. पक्षी के घायल होने पर उसका ब्लड लॉस रोकने के लिए बीटाडीन का उपयोग करके कॉटन लगा दें. घायल पक्षी को खाना पीना नहीं देना चाहिए. बल्कि ब्लड को रोकने का प्रयास करना चाहिए.

पढ़ें: Kite Flying Becomes Birds Death Trap: मकर सक्रांति पर जयपुर में 460 से अधिक पक्षी हुए घायल, 50 की मौत - मकर संक्रांति पर पतंगबाजी

बर्ड्स एक्सपर्ट एवं रक्षा संस्थान के रोहित गंगवाल ने अपील करते हुए कहा कि सुबह 6 से 8 बजे तक और शाम को 5 से 7:00 बजे तक पतंगबाजी नहीं करें. सुबह और शाम को पतंगबाजी से ज्यादा पक्षी घायल होते हैं. चाइनीज मांझा का उपयोग नहीं करें, सादा डोर से पतंग उड़ाएं. रक्षा संस्थान की ओर से 16 जनवरी तक बर्ड्स ट्रीटमेंट कैंप लगाए जाएंगे. रक्षा संस्थान की ओर से पूरे 12 महीने पक्षियों के ट्रीटमेंट के लिए मालवीय नगर में सेंटर बना हुआ है.

बर्ड्स एक्सपर्ट जॉय गार्डनर के मुताबिक होप एंड बियोंड संस्था और एंजेल आईज फाउंडेशन के तत्वाधान में पक्षी चिकित्सा शिविर 12 से 15 जनवरी तक लगाया जा रहा है. सभी लोगों से अपील की गई है कि बेजुबान पक्षियों को बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग आगे आएं. कहीं भी कोई घायल पक्षी मिलता है, तो संस्था के हेल्पलाइन नंबर 8239939929 पर फोन करके पक्षी की जान बचाने में सहयोग करें.

इन नंबरों पर घायल पक्षियों की दे सकते हैं सूचना: सभी संस्थाओं की ओर से घायल पक्षियों की सूचना के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. रक्षा संस्थान के हेल्पलाइन नंबर 982850006, होप एंड बियोंड के नंबर 8239939929, मासूम केयर फाउंडेशन के नंबर 7878499359, इको रेस्क्यूअर्स फाउंडेशन के नंबर 8005663792, नेचर केयर के नंबर 9352535425, हेल्प एंड सर्व चैरिटेबल ट्रस्ट के नंबर 9024030110, श्री राम गौ सेवा दल के नंबर 7300069299, श्री कृष्ण सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के नंबर 954937725, श्री वर्गो सांस्कृतिक संस्था के नंबर 7821047134 पर घायल पक्षियों की सूचना दे सकते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.