भरतपुर: राजस्थान के फलोदी क्षेत्र में बर्ड फ्लू के कारण कुरजां पक्षियों की मौत के बाद केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में सतर्कता बढ़ा दी गई है. उद्यान प्रशासन ने पक्षियों की स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखने के लिए निगरानी तेज कर दी है. उद्यान में पक्षियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष टीमों की तैनाती की गई है.
घना निदेशक मानस सिंह ने बताया कि पशु चिकित्सकों की टीम और उद्यान प्रशासन लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है. पक्षियों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है. प्रशासन ने यह फलोदी की घटना को ध्यान में रखते हुए बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने और उद्यान के पक्षियों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से उठाया है.
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उद्यान प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से सतर्क रहने और किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत देने का आग्रह किया है. उद्यान में किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए टीम तैयार है. गौरतलब है कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जो विश्व धरोहर स्थल है, सर्दियों के दौरान प्रवासी पक्षियों का प्रमुख प्रवास स्थल होता है. यहां 350 प्रजाति से अधिक के हजारों की संख्या में पक्षी आते हैं, जिनमें से कई दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों के होते हैं. इस स्थिति को देखते हुए उद्यान प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं.