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फलोदी में कुरजां की मौत के बाद केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में बर्ड फ्लू अलर्ट, निगरानी तेज - ALERT IN GHANA AFTER BIRD FLU

फलोदी में कुरजां की मौत के बाद केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में सतर्कता बढ़ा दी गई है. विशेष टीमें भी तैनात की गई हैं.

Alert in Ghana after Bird Flu
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में बर्ड फ्लू अलर्ट (ETV Bharat Bharatpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 5 hours ago

भरतपुर: राजस्थान के फलोदी क्षेत्र में बर्ड फ्लू के कारण कुरजां पक्षियों की मौत के बाद केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में सतर्कता बढ़ा दी गई है. उद्यान प्रशासन ने पक्षियों की स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखने के लिए निगरानी तेज कर दी है. उद्यान में पक्षियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष टीमों की तैनाती की गई है.

घना निदेशक मानस सिंह ने बताया कि पशु चिकित्सकों की टीम और उद्यान प्रशासन लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है. पक्षियों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है. प्रशासन ने यह फलोदी की घटना को ध्यान में रखते हुए बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने और उद्यान के पक्षियों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से उठाया है.

पढ़ें: फलोदी के खींचन में मेहमान पक्षी कुरजां की मौत का कारण बर्ड फ्लू - DEATH OF CRANES IN PHALODI

उद्यान प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से सतर्क रहने और किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत देने का आग्रह किया है. उद्यान में किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए टीम तैयार है. गौरतलब है कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जो विश्व धरोहर स्थल है, सर्दियों के दौरान प्रवासी पक्षियों का प्रमुख प्रवास स्थल होता है. यहां 350 प्रजाति से अधिक के हजारों की संख्या में पक्षी आते हैं, जिनमें से कई दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों के होते हैं. इस स्थिति को देखते हुए उद्यान प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं.

भरतपुर: राजस्थान के फलोदी क्षेत्र में बर्ड फ्लू के कारण कुरजां पक्षियों की मौत के बाद केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में सतर्कता बढ़ा दी गई है. उद्यान प्रशासन ने पक्षियों की स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखने के लिए निगरानी तेज कर दी है. उद्यान में पक्षियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष टीमों की तैनाती की गई है.

घना निदेशक मानस सिंह ने बताया कि पशु चिकित्सकों की टीम और उद्यान प्रशासन लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है. पक्षियों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है. प्रशासन ने यह फलोदी की घटना को ध्यान में रखते हुए बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने और उद्यान के पक्षियों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से उठाया है.

पढ़ें: फलोदी के खींचन में मेहमान पक्षी कुरजां की मौत का कारण बर्ड फ्लू - DEATH OF CRANES IN PHALODI

उद्यान प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से सतर्क रहने और किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत देने का आग्रह किया है. उद्यान में किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए टीम तैयार है. गौरतलब है कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जो विश्व धरोहर स्थल है, सर्दियों के दौरान प्रवासी पक्षियों का प्रमुख प्रवास स्थल होता है. यहां 350 प्रजाति से अधिक के हजारों की संख्या में पक्षी आते हैं, जिनमें से कई दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजातियों के होते हैं. इस स्थिति को देखते हुए उद्यान प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं.

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