बिलासपुर: केंद्र और राज्य सरकार की ओर से पुलिस विभाग में सरकारी नौकरी की वैकेंसी लगातार निकाली जा रही है. इसे लेकर बिलासपुर के युवा काफी एक्टिव हैं. ये बगैर किसी की मदद के फिजिकल टेस्ट की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए जिले के 300 से 400 युवा सुबह शाम फील्ड में आकर प्रैक्टिस करते हैं.
दो पालियों में करते हैं प्रैक्टिस: इन दिनों केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना के तहत सेना में भर्ती शुरू हो चुकी है. दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ सरकार के पुलिस विभाग, रेलवे पुलिस और आरपीएफ में वैकेंसी का दौर शुरू हो चुका है. इन वैकेंसी में फॉर्म भरकर फिजिकल टेस्ट के लिए बिलासपुर के युवा खुद को तैयार कर रहे हैं. इनकी फिजिकल टेस्ट की तैयारी की सबसे खास बात यह है कि ये युवा खुद ही अपनी तैयारी कर रहे हैं. ये ना किसी इंस्टीट्यूट और ना ही किसी कोच का सहारा ले रहा हैं. यह खुद वर्दी धारी नौकरी के लिए होने वाले फिजिकल टेस्ट की तैयारी कर रहे हैं. ये युवा सुबह-शाम बिलासपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में दो पाली में तैयारी करते हैं.
सोशल मीडिया की मदद से करते हैं प्रैक्टिस: वैसे तो बिलासपुर में पुलिस की नौकरी के लिए फिजिकल की तैयारी को लेकर कई संस्थाएं हैं, लेकिन कई ऐसे प्रतिभागी हैं, जो स्वयं ही एक टीम तैयार कर एक दूसरे को वर्दीधारी नौकरी की फिजिकल ट्रेनिंग दे रहे है. इन दिनों बिलासपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में ऐसी तैयारी करने वालों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है. ये सभी एक दूसरे को ट्रेनिंग दे रहे हैं. तैयारी को लेकर ये सोशल मीडिया पर प्रैक्टिस करते नजर आते हैं. ये युवा रनिंग, गोला फेंक, ऊंची कूद, लंबी कूद और कई अलग अलग तरह के टेस्ट के लिए तैयारी करते है. पुलिस ग्राउंड में सुबह लगभग 100 से 150 युवक युवती और शाम को दो से ढाई सौ युवक युवती तैयारी करते दिखते हैं. यह अलग-अलग ग्रुप में बंट कर एक दूसरे की मदद कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि इसी पुलिस परेड ग्राउंड में 30 से 35 ऐसे युवा हैं, जो खुद को ट्रेनिंग देने के बाद सब इंस्पेक्टर की भर्ती में फिजिकल टेस्ट दिए हैं, हालांकि अभी इसका रिजल्ट आना बाकी है.
पुलिस मुख्यालय से जारी होती है नोटिफिकेशन: बिलासपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में ट्रेनिंग करने आए पंकज ने ईटीवी भारत को बताया कि, "जब वैकेंसी निकलती है तो पुलिस मुख्यालय के द्वारा नोटिफिकेशन में जानकारी दी जाती है कि कौन-कौन से टेस्ट लिए जाएंगे. उन्हीं टेस्ट की वह तैयारी करते हैं. 15–20 युवाओं का उनका ग्रुप है. वह एक दूसरे की मदद करते हैं और तैयारी करते हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से वे जानकारी लेते हैं कि किसकी तैयारी कैसे करनी है? इसके बाद वह वैसे ही तैयारी में जुट जाते हैं."वहीं, फील्ड में आए श्रावण कुमार लहरे बताया कि, "जिला बल के कांस्टेबल के लिए उन्होंने वैकेंसी भरी है. उसमें गोला फेक, ऊंची कूद, लंबी कूद के साथ ही रनिंग का टेस्ट होगा. वह एक दूसरे की मदद कर इसकी तैयारी कर रहे हैं. उम्मीद तो है उन्हें कि उनका सिलेक्शन हो जाएगा और इसी आस में वह सुबह से शाम पुलिस परेड ग्राउंड में तैयारी करने पहुंचते हैं.
हम अपनी तरफ से अपना बेस्ट देने की कोशिश करेंगे. बाकी किस्मत के भरोसे रहेगा. जैसी तैयारी कर रहे हैं, उससे लगता है कि हमारा सिलेक्शन हो जाएगा. -वासुदेव पटेल, प्रतिभागी
बता दें कि इनका हौसला और कोशिश देख हर कोई इनसे प्रेरणा ले रहा है. वहीं, हर दिन ये युवा बिना रुके प्रैक्टिस के लिए मैदान पहुंच रहे हैं. इनको तैयार करने के लिए कोई शिक्षक नहीं है. ये सोशल मीडिया में वीडियो देख प्रैक्टिस कर रहे हैं.