बिलासपुर: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कलेक्टर के निर्देश पर शहर के कई निजी क्लीनिकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की जांच की. निजी क्लीनिकों के साथ साथ टेस्ट लैब की भी जांच की गई. जांच के दौरान कई निजी क्लीनिकों और लैब में गंभीर खामियां पाई गई. कलेक्टर के निर्देश पर जहां जहां खामिया पाई गई उनको जुर्माना भरने का नोटिस जारी किया गया. स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इन दिनों स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर लगातार कार्रवाई कर रहा है.
लैब और क्लीनिक सील: समर्थ नर्सिंग हाॅस्पिटल के संचालक को नोटिस जारी कर तीन दिनों के अंदर जवाब तलब किया गया है. समर्थ नर्सिंग होम पर आरोप है कि जो तय मानक अस्पताल के होने चाहिए उन तय मानकों पर काम नहीं किया जा रहा है. शहर के न्यू वंदना हॉस्पिटल को 20 हजार रूपये का जुर्माना लगाया गया है. टीम ने पिछले 5 तारीख को निरीक्षण कर अस्पताल प्रबंधन को खामियों के लिए नोटिस जारी किया गया था, नोटिस का जवाब सही से नहीं देने के चलते जुर्माने की कार्रवाई की गई.
तय मानकों का नहीं किया जा रहा था पालन: जिन अस्पतालों पर कार्रवाई की गई वहां पर या तो ड्यूटी के दौरान कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था या स्टाफ की कमी थी. कई अस्पतालो में जिस डॉक्टर का बोर्ड लगा था उस डॉक्टर की जगह कोई दूसरा चिकित्सक उस वक्त अपने सेवाएं दे रहा था. कुछ ऐसा ही लैब की जांच के दौरान मिला. कई लैब में पैथोलॉजिस्ट का चेंबर नहीं मिला. कई जगहों पर स्किल्ड लैब टेक्निशियन नहीं मिले. स्वास्थ्य विभाग ने जो गाइडलाइन लैब और निजी अस्पतालों को लेकर जारी की है उसका पालन नहीं किया जा रहा था.