धमतरी: स्कूल के कई बच्चे देशसेवा के लिए आर्मी और पुलिस में भर्ती का सपना देखते हैं. लेकिन उनके पास जानकारी की कमी रहती है. बच्चों को सही गाइडेंस भी नहीं मिल पाता है. यही वजह है कि धमतरी में दो दिनों तक स्कूली बच्चों के लिए वायुसेना, अग्निपथ योजना प्रचार अभियान कार्यशाला रखी गई. भोपाल से आए एयरफोर्स के अधिकारियों ने इस कार्यशाला में बच्चों को सेना और पुलिस भर्ती से जुड़ी सभी अहम जानकारियां दी गई.
अग्निपथ योजना की कार्यशाला: वायुसेना अग्निपथ योजना के तहत भारतीय वायुसेना में जीवन प्रक्रिया, कैरियर की प्रगति और अन्य पहलुओं की जानकारी देने के लिए सामुदायिक भवन में कार्यशाला हुई. इसमें बताया गया कि वायुसेना अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को बेहतर वित्तीय पैकेज के साथ ही सेना में भर्ती होने का सुनहरा अवसर प्रदान करती है.
अग्निवीर भर्ती के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: धमतरी जिले के युवाओं को बेहतर अवसर मिले, इसके लिए भोपाल से आए जूनियर वारंट ऑफिसर सुशांत सिंह और जितेंद्र प्रसाद ने स्कूल, आईटीआई, पॉलिटेक्निक के छात्र-छात्राओं को देश की रक्षा, आसमान की रक्षा करने के साथ ही वायु सेना के कार्यों की जानकारी दी. उन्होंने सभी को देशसेवा के लिए आगे आने को प्रोत्साहित किया.
कार्यशाला में बच्चों को सवाल जवाब के माध्यम से वायु सेना की भर्ती की जानाकारी दी गई. बच्चों ने बड़े ही उत्सुकता से सवाल किया. बच्चों के सवालों का अधिकारियों ने जवाब दिया. बच्चों को दसवीं और बारहवीं के बाद कैरियर के बारे में बताया गया.
अधिकारियों ने बताया गया कि ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया 7 जनवरी से शुरू हो गई है. यह 27 जनवरी तक चलेगी. अविवाहित ऐसे महिला और पुरूष जो भारत का नागरिक हो, उसकी आयु साढ़े 17 से 21 वर्ष तक, लम्बाई 152 सेमी और शैक्षणिक योग्यता बारहवीं, आईटीआई अथवा किसी भी विषय में डिप्लोमा में 50 प्रतिशत अंक और इंग्लिश में 50 प्रतिशत अंक लेकर उत्तीर्ण हो, वह आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के साथ आधार कार्ड, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर देना होगा.
अभी अग्निवीर के रजिस्ट्रेशन फार्म की डेट आई हुई है. यह 7 जनवरी से स्टार्ट हुई है. 27 जनवरी तक का समय है. इसी को लेकर अवेयरनेस प्रोग्राम है ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चे इसमें रजिस्ट्रेशन कराएं. ये बच्चों के लिए बहुत जरुरी है, क्योंकि सेना में काम करना गर्व की बात है. बच्चों को सही गाइडेंस देने के लिए ही हमने यह कार्यशाला आयोजित की है. हमने बताया कि अग्निवीर में कैसे जा सकते हैं. अग्निवीर के लिए क्या शैक्षणिक योग्यताएं हैं और हमें क्या क्या फिजिकल तैयारी करनी पड़ेगी. सभी विषयों को हमने कवर किया है-सुशांत सिंह, जूनियर वारंट ऑफिसर
अग्निवीर बनने के लिए तीन एग्जाम देना जरूरी: वहीं जूनियर वारंट ऑफिसर जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि तीन तरह की एग्जाम होती हैं. इसमें रिटन एग्जाम है. फिजिकल और मेडिकल है. हमने बताया है कि बच्चों को कैसे तैयारी करनी है ताकि वे सेना में भर्ती हो सकें.
छात्रों को मिला करियर गाइडेंस: स्कूल की छात्राओं ने कहा कि इस प्रकार के गाइडेंस से बच्चों में उनका लक्ष्य का पता चलता है. ज्यादातर बच्चे अपने अंदर की प्रतिभा को बताने से कतराते हैं. अग्निवीर में जाने वाले वीर जवानों के लिए इस प्रकार के शिविर से उन्हें बहुत सी जानकारी मिलती है.
एयरफोर्स कैसे ज्वाइन करें. इसके लिए योग्ता क्या होनी चाहिए. इसके क्या फायदें हैं. इन सभी बातों की जानकारी दी गई. बच्चे लक्ष्य तो निर्धारित कर लेते हैं कि उन्हें देशसेवा करनी है, लेकिन उनके पास इंफार्मेशन नहीं होती है. आज हमें सभी जानकारियां विस्तार से दी गई. यह कार्यशाला बहुत फायदेमंद रही. एयरफोर्स बहुत अच्छा फील्ड है. अब मैं इसे ज्वाइन करना चाहती हूं- साक्षी कुंभज,छात्रा
कार्यशाला में पहुंचीं स्टूडेंट्स ने बताया कि ज्यादातर छात्र छात्राएं पुलिस और देश सेवा के लिए सपना देखते हैं लेकिन उन्हें मंजिल तक कैसे पहुंचना है यह जानकारी नहीं होती है. इस प्रकार के शिविर से उन्हें सभी प्रकार की जानकारियां मिलती है.
वायुसेना की जानकारी दी गई. हमें मॉटिवेट किया गया. हर तरह की जानकारी दी गई. सवाल जवाब हुए. क्विज भी था. हमें इससे बहुत लाभ मिलेगा. हमारा ध्यान सिर्फ पढ़ाई पर रहता है और जानकारी की कमी की वजह से आयुसीमा निकल जाती है, इसलिए यह कार्यशाला बहुत उपयोगी रही- मोनिका सिन्हा, छात्रा
हमें अग्निवीर और वायुसेना से जुड़ी सभी जानकारियां दी गई. इस फील्ड के बारे में लोगों को ज्यादा पता नहीं रहता है, इसलिए ज्वाइन भी नहीं करना चाहते हैं. सभी डॉक्टर इंजीनियर ही बनना चाहते हैं, लेकिन कार्यशाला के जरिए हमने इस फील्ड के बारे में सब कुछ जाना है- भूमि निर्मलकर, छात्रा
वायुसेना अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया: अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के लिए बच्चों को देश सेवा का जज्बा होना चाहिए. प्रशिक्षण सह कार्यशाला में नूतन स्कूल, सेंट मेरी स्कूल, नगरपालिका स्कूल धमतरी, सेजस मगरलोड, हटकेशर, पॉलीटेक्निक, आईटीआई, के करीब 150 छात्र छात्राएं मौजूद रहीं.