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बिलासपुर की बाजी में बीजेपी और कांग्रेस की सीधी टक्कर, चुनावी आंकड़ों से समझिए किसका पलड़ा भारी ? - chhattisgarh lok sabha chunav

बिलासपुर लोकसभा सीट पर कौन बाजी मार सकता है यह कहना अभी मुमकिन नहीं है. लेकिन चुनाव आंकड़ों के अंकगणित को समझा जाए तो अब तक यहां कुल मुकाबलों में बीजेपी ने सबसे ज्यादा बार जीत दर्ज की है. ऐसे में आंकड़ों के आधार पर समझिए कि बिलासपुर में कब कौन सा दल बाजीगर रहा है. इस बार बिलासपुर के रण में बीजेपी ने तोखन साहू को मैदान में उतार कर साहू कार्ड खेला है. जबकि कांग्रेस ने तुरुप के पत्ते का इस्तेमाल करते हुए बिलासपुर के रण में देवेंद्र यादव को मौका दिया है.

CHHATTISGARH LOK SABHA CHUNAV
बिलासपुर का रण
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Apr 22, 2024, 9:37 PM IST

Updated : Apr 22, 2024, 11:24 PM IST

बिलासपुर में कांग्रेस बीजेपी में साख की लड़ाई

बिलासपुर: बिलासपुर लोकसभा सीट पर चुनावी फाइट हमेशा से दिलचस्प रही है. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच हमेशा सीधा मुकाबला रहा है. आंकड़ों में बीजेपी का पलड़ा भारी है. बिलासपुर की जनता ने बीजेपी को यहां आठ बार सरताज बनाया है. जबकि कांग्रेस को सात बार चुनाव में आशीर्वाद दिया है. यहां मेन फाइट तोखन साहू और देवेंद्र यादव के बीच है.

बिलासपुर में बीजेपी और कांग्रेस का सीधा मुकाबला: बिलासपुर के रण में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. पिछली बार यहां से सांसद रहे अरुण साव ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में इलेक्शन लड़ा. अब वह डिप्टी सीएम हैं. इस बार बीजेपी ने यहां साहू वोट बैंक को साधने के लिए तोखन साहू को मैदान में उतारा है. पिछली बार भी बिलासपुर से बीजेपी ने साहू कार्ड खेलते हुए अरुण साव को उम्मीदवार बनाया था. कांग्रेस की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस ने भिलाई से मौजूदा विधायक देवेंद्र यादव को बिलासपुर की जंग में उतारा है.

बिलासपुर लोकसभा सीट की पृष्ठभूमि: बिलासपुर लोकसभा सीट कुल आठ विधानसभा सीटें आती है. जिसमें कोटा, लोरमी, मुंगेली, तखतपुर, बिल्हा, बिलासपुर, बेलतरा और मस्तूरी है. इसमें मुंगेली और मस्तूरी विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति आरक्षित सीटें हैं.

बिलासपुर लोकसभा का चुनावी ट्रेंड कैसा रहा ?: बिलासपुर लोकसभा सीट के चुनावी ट्रेंड की बात करें तो यहां 17 आम चुनावों में बीजेपी ने 8 बार जीत दर्ज की है. कांग्रेस को सात बार जीत का स्वाद मिला है. जबकि बिलासपुर की जनता ने निर्दलीय और बीएलडी को एक एक बार चुनाव में जीत दिलाई है.

CHHATTISGARH LOK SABHA CHUNAV
बिलासपुर लोकसभा सीट के नतीजों पर नजर
  1. साल 1998 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1054239 मतदाता थे. कुल वैध वोटों की संख्या 577351 रही. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार पुन्नूलाल मोहले जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 274793 वोट मिले.
  2. 1999 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1107061 मतदाता थे. कुल वैध वोटों की संख्या 525808 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार पुन्नूलाल मोहले फिर जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 274860 वोट मिले. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार रामेश्वर कोसरिया को उन्होंने पटखनी दी.
  3. 2004 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1411786 मतदाता थे. कुल वैध वोटों की संख्या 621425 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार पुन्नूलाल मोहले जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 324729 वोट मिले. कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. बसंत पहरे को कुल 243176 वोट मिले. उन्हें बीजेपी से शिकस्त मिली.
  4. 2009 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1472793 मतदाता थे. कुल वैध वोटों की संख्या 770024 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दिलीप सिंह जूदेव जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 347930 वोट मिले. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उम्मीदवार रेणु जोगी कुल 327791 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं. इस तरह रेणु जोगी को हार का सामना करना पड़ा.
  5. 2014 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1729229 मतदाता थे. कुल वैलिड वोटों की संख्या 1082891 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लखन लाल साहू जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 561387 वोट मिले. कांग्रेस की उम्मीदवार करुणा शुक्ला कुल 384951 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं.
  6. 2019 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1876953 मतदाता थे. कुल वैध वोटों की संख्या 1205069 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अरुण साव जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 634559 वोट मिले. कांग्रेस के उम्मीदवार अटल श्रीवास्तव कुल 492796 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे

बिलासपुर लोकसभा सीट पर दलगत वोटिंग प्रतिशत: बिलासपुर लोकसभा सीट पर दलगत वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो यहां दो पार्टियों को आम चुनावों में जनता ने ज्यादा पसंद किया है. इसमें कांग्रेस और बीजेपी है. शुरुआती दौर के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का यहां दबदबा दिखता है. जिसमें साल 1967 में कांग्रेस को 45.49 फीसदी वोट मिले. जबकि भारतीय जनसंघ जिसका बाद में बीजेपी नाम हो गया उसका इस सीट पर साल 1989 से जलवा दिखना शुरू हुआ.

BILASPUR CONSTITUENCY
बिलासपुर लोकसभा सीट का चुनावी ग्राफ
  1. साल 1967: कांग्रेस को 45.49 फीसदी वोट मिले, बीजेपी को 44.77 फीसदी वोट मिले
  2. साल 1971: कांग्रेस का वोट शेयर 44.18 फीसदी रहा, बीजेपी का वोट शेयर 40.23 फीसदी रहा
  3. साल 1984: कांग्रेस का वोट शेयर 63.24 फीसदी, बीजेपी का वोट शेयर 29.38 प्रतिशत
  4. साल 1989: कांग्रेस का वोट शेयर 45.93 प्रतिशत, बीजेपी का वोट प्रतिशत 47.02 फीसदी रहा
  5. साल 1991: कांग्रेस का वोट शेयर 53.24 प्रतिशत, बीजेपी की वोट में हिस्सेदारी 41.73 फीसदी रही
  6. साल 1996: कांग्रेस का वोट शेयर 35.49 फीसदी, जबकि बीजेपी का वोट प्रतिशत 41.96 प्रतिशत रहा
  7. साल 1998: कांग्रेस का वोट शेयर 47.6 प्रतिशत, जबकि बीजेपी का वोट शेयर 39.18 प्रतिशत रहा
  8. साल 1999: कांग्रेस का वोट प्रतिशत 37.95 फीसदी रहा, बीजेपी का वोट प्रतिशत 52.27 फीसदी हुआ
  9. साल 2004: कांग्रेस का वोट शेयर 39.13 फीसदी हुआ, बीजेपी को वोट प्रतिशत बढ़कर 52.26 रहा
  10. साल 2009: कांग्रेस का वोट प्रतिशत 42.57 फीसदी हो गया, बीजेपी का वोट प्रतिशत 45.18 हुआ
  11. साल 2014: कांग्रेस का वोट शेयर घटकर 35.55 फीसदी हुआ, बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़कर 51.84 फीसदी हुआ
  12. साल 2019: कांग्रेस का वोट प्रतिशत 40.89 प्रतिशत रहा, बीजेपी का वोट प्रतिशत 52.66 फीसदी हो गया

बिलासपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत का ग्राफ: बिलासपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो यह ग्राफ लगातार बढ़ता रहा है. सिर्फ साल 1971, 1980, 1991, और साल 2004 में यहां वोटिंग प्रतिशत में कमी आई है.

बिलासपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत
बिलासपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत
बिलासपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत
चुनाव का साल वोटिंग प्रतिशत
195734.96
196237.08
196748.92
197144.3
197755.97
198046.64
198454.01
198956.43
199136.92
199654.04
199856.01
199948.27
200444.02
200952.29
201463.07
201964.44

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बिलासपुर: बिलासपुर लोकसभा सीट पर चुनावी फाइट हमेशा से दिलचस्प रही है. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच हमेशा सीधा मुकाबला रहा है. आंकड़ों में बीजेपी का पलड़ा भारी है. बिलासपुर की जनता ने बीजेपी को यहां आठ बार सरताज बनाया है. जबकि कांग्रेस को सात बार चुनाव में आशीर्वाद दिया है. यहां मेन फाइट तोखन साहू और देवेंद्र यादव के बीच है.

बिलासपुर में बीजेपी और कांग्रेस का सीधा मुकाबला: बिलासपुर के रण में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. पिछली बार यहां से सांसद रहे अरुण साव ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में इलेक्शन लड़ा. अब वह डिप्टी सीएम हैं. इस बार बीजेपी ने यहां साहू वोट बैंक को साधने के लिए तोखन साहू को मैदान में उतारा है. पिछली बार भी बिलासपुर से बीजेपी ने साहू कार्ड खेलते हुए अरुण साव को उम्मीदवार बनाया था. कांग्रेस की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस ने भिलाई से मौजूदा विधायक देवेंद्र यादव को बिलासपुर की जंग में उतारा है.

बिलासपुर लोकसभा सीट की पृष्ठभूमि: बिलासपुर लोकसभा सीट कुल आठ विधानसभा सीटें आती है. जिसमें कोटा, लोरमी, मुंगेली, तखतपुर, बिल्हा, बिलासपुर, बेलतरा और मस्तूरी है. इसमें मुंगेली और मस्तूरी विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति आरक्षित सीटें हैं.

बिलासपुर लोकसभा का चुनावी ट्रेंड कैसा रहा ?: बिलासपुर लोकसभा सीट के चुनावी ट्रेंड की बात करें तो यहां 17 आम चुनावों में बीजेपी ने 8 बार जीत दर्ज की है. कांग्रेस को सात बार जीत का स्वाद मिला है. जबकि बिलासपुर की जनता ने निर्दलीय और बीएलडी को एक एक बार चुनाव में जीत दिलाई है.

CHHATTISGARH LOK SABHA CHUNAV
बिलासपुर लोकसभा सीट के नतीजों पर नजर
  1. साल 1998 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1054239 मतदाता थे. कुल वैध वोटों की संख्या 577351 रही. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार पुन्नूलाल मोहले जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 274793 वोट मिले.
  2. 1999 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1107061 मतदाता थे. कुल वैध वोटों की संख्या 525808 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार पुन्नूलाल मोहले फिर जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 274860 वोट मिले. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार रामेश्वर कोसरिया को उन्होंने पटखनी दी.
  3. 2004 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1411786 मतदाता थे. कुल वैध वोटों की संख्या 621425 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार पुन्नूलाल मोहले जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 324729 वोट मिले. कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. बसंत पहरे को कुल 243176 वोट मिले. उन्हें बीजेपी से शिकस्त मिली.
  4. 2009 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1472793 मतदाता थे. कुल वैध वोटों की संख्या 770024 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दिलीप सिंह जूदेव जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 347930 वोट मिले. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उम्मीदवार रेणु जोगी कुल 327791 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं. इस तरह रेणु जोगी को हार का सामना करना पड़ा.
  5. 2014 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1729229 मतदाता थे. कुल वैलिड वोटों की संख्या 1082891 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लखन लाल साहू जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 561387 वोट मिले. कांग्रेस की उम्मीदवार करुणा शुक्ला कुल 384951 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं.
  6. 2019 के लोकसभा चुनाव में बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 1876953 मतदाता थे. कुल वैध वोटों की संख्या 1205069 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अरुण साव जीते और सांसद बने. उन्हें कुल 634559 वोट मिले. कांग्रेस के उम्मीदवार अटल श्रीवास्तव कुल 492796 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे

बिलासपुर लोकसभा सीट पर दलगत वोटिंग प्रतिशत: बिलासपुर लोकसभा सीट पर दलगत वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो यहां दो पार्टियों को आम चुनावों में जनता ने ज्यादा पसंद किया है. इसमें कांग्रेस और बीजेपी है. शुरुआती दौर के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का यहां दबदबा दिखता है. जिसमें साल 1967 में कांग्रेस को 45.49 फीसदी वोट मिले. जबकि भारतीय जनसंघ जिसका बाद में बीजेपी नाम हो गया उसका इस सीट पर साल 1989 से जलवा दिखना शुरू हुआ.

BILASPUR CONSTITUENCY
बिलासपुर लोकसभा सीट का चुनावी ग्राफ
  1. साल 1967: कांग्रेस को 45.49 फीसदी वोट मिले, बीजेपी को 44.77 फीसदी वोट मिले
  2. साल 1971: कांग्रेस का वोट शेयर 44.18 फीसदी रहा, बीजेपी का वोट शेयर 40.23 फीसदी रहा
  3. साल 1984: कांग्रेस का वोट शेयर 63.24 फीसदी, बीजेपी का वोट शेयर 29.38 प्रतिशत
  4. साल 1989: कांग्रेस का वोट शेयर 45.93 प्रतिशत, बीजेपी का वोट प्रतिशत 47.02 फीसदी रहा
  5. साल 1991: कांग्रेस का वोट शेयर 53.24 प्रतिशत, बीजेपी की वोट में हिस्सेदारी 41.73 फीसदी रही
  6. साल 1996: कांग्रेस का वोट शेयर 35.49 फीसदी, जबकि बीजेपी का वोट प्रतिशत 41.96 प्रतिशत रहा
  7. साल 1998: कांग्रेस का वोट शेयर 47.6 प्रतिशत, जबकि बीजेपी का वोट शेयर 39.18 प्रतिशत रहा
  8. साल 1999: कांग्रेस का वोट प्रतिशत 37.95 फीसदी रहा, बीजेपी का वोट प्रतिशत 52.27 फीसदी हुआ
  9. साल 2004: कांग्रेस का वोट शेयर 39.13 फीसदी हुआ, बीजेपी को वोट प्रतिशत बढ़कर 52.26 रहा
  10. साल 2009: कांग्रेस का वोट प्रतिशत 42.57 फीसदी हो गया, बीजेपी का वोट प्रतिशत 45.18 हुआ
  11. साल 2014: कांग्रेस का वोट शेयर घटकर 35.55 फीसदी हुआ, बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़कर 51.84 फीसदी हुआ
  12. साल 2019: कांग्रेस का वोट प्रतिशत 40.89 प्रतिशत रहा, बीजेपी का वोट प्रतिशत 52.66 फीसदी हो गया

बिलासपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत का ग्राफ: बिलासपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो यह ग्राफ लगातार बढ़ता रहा है. सिर्फ साल 1971, 1980, 1991, और साल 2004 में यहां वोटिंग प्रतिशत में कमी आई है.

बिलासपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत
बिलासपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत
बिलासपुर लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत
चुनाव का साल वोटिंग प्रतिशत
195734.96
196237.08
196748.92
197144.3
197755.97
198046.64
198454.01
198956.43
199136.92
199654.04
199856.01
199948.27
200444.02
200952.29
201463.07
201964.44

बिलासपुर में कन्हैया कुमार, कहा- राम मंदिर के मामले में झूठ बोल रही भाजपा

बिलासपुर लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़, क्या भाजपा के अभेद्य किले को भेद देंगे देवेन्द्र

बिलासपुर की वो चुनावी बिसात जब न तो बीजेपी और न ही कांग्रेस को मिली जीत

Last Updated : Apr 22, 2024, 11:24 PM IST
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