बीकानेर. संघ लोक सेवा आयोग की ओर से जारी परिणाम में बीकानेर की बेटी खुशहाली सोलंकी ने ऑल इंडिया लेवल पर 61वीं रैंक हासिल की है. बीकानेर के इंजीनियर दंपति राजेश सोलंकी और संगीता सोलंकी की पुत्री खुशहाली सोलंकी की इस सफलता पर घर परिवार में खुशी का माहौल है. परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत में खुशहाली ने बताया कि निश्चित रूप से मेरे लिए यह है. बहुत खुशी का दिन है और लंबे और कड़े संघर्ष के बाद मुझे यह मुकाम मिला.
तीसरी बार में सफलता : खुशहाली ने बताया कि इससे पहले भी वह दो बार प्रयास कर चुकी थी, जिसमें दूसरी बार वह इंटरव्यू तक पहुंची थी और इस बार मेहनत सफल हुई. उन्होंने ये मुकाम सेल्फ स्टडी से हासिल किया है. आईएएस बनने का सपना देखने के सवाल पर खुशहाली ने कहा कि वह अपनी मम्मी के साथ गांव जाती करती थी, क्योंकि मम्मी गांव में सरकारी काम से जाती थी और इस दौरान गांव की स्थितियों को देखकर लोगों से चर्चा करती थी. बाद में माता-पिता ने इसी क्षेत्र में करियर बनाने की सलाह दी.
माता-पिता बोले गर्व का क्षण : खुशहाली के पिता राजेश सोलंकी वर्तमान में चूरू में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में अधिशाषी अभियंता के रूप में पदस्थापित हैं. वहीं, माता संगीता सोलंकी बीकानेर में IGNP में क्वालिटी कंट्रोल विभाग में अधिशाषी अभियंता हैं. माता-पिता बेटी की सफलता की खबर मिलने के बाद बहुत खुश हैं. खुशहाली की माता संगीता सोलंकी ने बताया कि निश्चित रूप से बेटी ने मान बढ़ाया है और आज मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से बेटी ने बहुत संघर्ष किया और अब बेटी बहुत ऊंचे मुकाम पर पहुंची है, जिसकी खुशी है. उन्होंने कहा कि "मैंने भी कई आईएएस अधिकारियों के साथ काम किया है और मेरी भी यह तमन्ना थी कि मेरी बेटी भी आईएएस बने, मेरी बेटी ने मेरा सपना सच करके दिखाया है."