सिवान: बिहार में जमीन सर्वे के बीच फर्जीवाड़ा का भी खेल चल रहा है. हालांकि शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने एक्शन लिया है. जिले के महाराजगंज अनुमंडल के उप समाहर्ता (डीसीएलआर) राम रंजन सिंह के यहां अचानक निगरानी विभाग की टीम ने छापेमारी की है. टीम ने डीसीएलआर और उनके कार्यालय में कार्यरत क्लर्क संतोष कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, इस कार्रवाई के बाद जिले में हड़कंप मच गया है.
जमीन का म्यूटेशन कराने के लिए लिया घूस: घटना के संबंध में बताया जाता है कि बसंतपुर प्रखण्ड के सूर्यपुरा गांव के रहने वाले सुबोध कुमार ने निगरानी विभाग डीसीएलआर के खिलाफ शिकायत की थी. पीड़ित सुबोध कुमार ने बताया कि उनकी एक जमीन है, जिसमें एक डॉक्टर ने जबर्दस्ती कब्जा कर उसका म्यूटेशन करवा लिया. उस पर वह अभी अस्पताल चला रहा है. उस जमीन को सही करने के लिए डीसीएलआर ने डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी.
डीसीएलआर और क्लर्क गिरफ्तार: सुबोध कुमार की शिकायत पर मंगलवार रात 10 बजकर 30 मिनट पर निगरानी की टीम महराजगंज अनुमंडल पहुंची. जहां डीसीएलआर के निजी आवास पर छापेमारी की. जिसमें क्लर्क को 20 हजार रुपये के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया. फिलहाल डीसीएलआर और क्लर्क से निगरानी विभाग की पूछताछ जारी है.
क्या बोले निगरानी विभाग के अधिकारी?: डिप्टी एसपी सुधीर कुमार ने बताया कि ''जमीन से संबंधित मामले में डीसीएलआर द्वारा घूस मांगने की शिकायत मिली थी. शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है.'' हालांकि कोई भी अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रहे है. छापेमारी टीम में शामिल अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद स्पष्ट रूप से कोई जानकारी दी जाएगी.
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