पटना : सक्षमता परीक्षा का विरोध कर रहे नियोजित शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने बीजेपी दफ्तर में उप मुख्यमंत्री सह प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी बातचीत की. नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा के विरोध में हैं. परीक्षा के कई प्रावधान हैं, जिसका शिक्षक विरोध कर रहे हैं. ऐसे में इस वार्ता में अपनी बातों को नियोजित शिक्षकों के प्रतिनिधियों ने सम्राट चौधरी के सामने रखा. इस वार्ता में शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए विधान पार्षद जीवन कुमार भी मौजूद रहे. बिहार शिक्षक एकता मंच के अध्यक्ष मंडल इस वार्ता में शामिल हुए.
उपमुख्यमंत्री मुख्यमंत्री से करेंगे बात : वार्ता के बाद टीईटी शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक और शिक्षक नेता राजू सिंह ने कहा कि, ''वार्ता सकारात्मक रही. नियोजित शिक्षकों की सभी मांगों को उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गंभीरता से सुना. सम्राट चौधरी ने कहा कि कल वह पटना में है और मुख्यमंत्री से मिलकर इस पर बात करेंगे. 2 दिन के भीतर मुख्यमंत्री से मिलकर जो कुछ भी वार्ता का निष्कर्ष होगा नियोजित शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठकर उसे बताएंगे.''
'दो दिनों के लिए रोका आंदोलन' : राजू सिंह ने बताया कि मीटिंग में सम्राट चौधरी ने कहा कि उनके कार्यकर्ता विजय सिंह की शिक्षकों के आंदोलन में ही जान गई है. शिक्षकों की मांगों का वह समर्थन करते हैं. सम्राट चौधरी के आश्वासन पर अगले दो दिनों के लिए नियोजित शिक्षकों ने अपने आंदोलन को रोक दिया है और उनके अगले बुलावे का इंतजार है.
''विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने नियोजित शिक्षक के मुद्दे को गंभीरता से उठाया था और इस बार भी सकारात्मक का आश्वासन मिला है. इतने दिन हम लोगों ने इंतजार किया है तो और इंतजार करेंगे. नियोजित शिक्षकों ने साक्षमता परीक्षा के लिए फॉर्म भरने का बहिष्कार किया है और इससे उपमुख्यमंत्री को अवगत करा दिया गया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सक्षमता परीक्षा के लिए आवेदन फार्म 19 फरवरी तक के लिए बढ़ाया है, लेकिन नियोजित शिक्षक फॉर्म नहीं भरने के फैसले पर अडिग हैं.''- राजू सिंह, शिक्षक नेता
प्राथमिक शिक्षक संघ का सत्याग्रह : इधर, शुक्रवार को प्राथमिक शिक्षक संघ ने पटना के गर्दनीबाग में सक्षमता परीक्षा के खिलाफ सत्याग्रह करने का ऐलान किया है. इसमें शिक्षक हाथों में काला पट्टी बांधकर भूख हड़ताल पर बैठेंगे. राजू सिंह ने बताया कि नियोजित शिक्षक उप मुख्यमंत्री से आश्वासन के बाद अगले दो दिनों तक अभी कहीं प्रदर्शन नहीं करेंगे. उन लोगों के हित में कोई संगठन यदि प्रदर्शन कर रहा है तो इसकी मौन सहमति उन लोगों की है.
बिहार शिक्षक एकता मंच के बैनर तले नियोजित शिक्षकों की मांगें क्या है :-
1.नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिए जाने के लिए आयोजित होने वाले सक्षमता परीक्षा में तीन जिलों का विकल्प निरस्त करते हुए ऐच्छिक स्थानांतरण का प्रावधान करना चाहिए. अनिवार्य स्थानांतरण के लिए विकल्प का प्रावधान समाप्त हो.
2. सक्षमता परीक्षा ऑनलाइन लिए जाने में कई सारी व्यावहारिक दिक्कतें हैं. अधिकांश नियोजित शिक्षक कंप्यूटर चलाने की जानकारी नहीं रखते हैं इसलिए सक्षमता परीक्षा का आयोजन ऑफलाइन किया जाए.
3. शिक्षा विभाग द्वारा गठित कमेटी के द्वारा की गई अनुशंसा जिसमें तीन बार में सक्षमता परीक्षा पास नहीं करने पर सेवामुक्त कर देने का प्रावधान है, उसको निरस्त किया जाना चाहिए.
4. राज्यकर्मी बनने के उपरांत सभी नियोजित शिक्षकों की समानुपातिक वेतन वृद्धि होनी चाहिए. एक न्यूनतम वेतन वृद्धि की गारंटी सबको की जानी चाहिए.
शिक्षकों पर बरसी थी लाठियां : दरअसल, सक्षमता परीक्षा के विरोध में मंगलवार को शिक्षक संगठनों ने बिहार शिक्षक एकता मंच के बैनर तले पटना के गर्दनीबाग में विशाल प्रदर्शन किया. दिन भर गर्दनीबाग में प्रदर्शन के बाद तमाम शिक्षक संगठन से जुड़े शिक्षक विवेचन पटेल पथ स्थित भाजपा कार्यालय पहुंचे. यहां शिक्षकों ने काफी प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया और प्रदर्शन को खत्म कराया. लाठी चार्ज से पुलिस के खिलाफ शिक्षकों में काफी नाराजगी है लेकिन सम्राट चौधरी ने शिक्षकों को 15 फरवरी को वार्ता के लिए बुलाया था.
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