नई दिल्ली/पटना : बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिहार के सभी 30 एनडीए सांसदों ने मुलाकात की. मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री के दाएं ललन सिंह और बाएं चिराग पासवान दिखे. इस मुलाकात में केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी एवं मोर्चा के संयोजक जीतन राम मांझी नहीं दिखे. इस पर सियासत शुरू हो गई है.
गिरिराज सिंह ने किया पोस्ट : केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वीडियो जारी कर लिखा कि ''आज पार्लियामेंट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बिहार के सभी NDA सांसदों ने मुलाकात की. यह सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात नहीं थी, बल्कि बिहार के प्रति उनके अटूट स्नेह और समर्पण का प्रतीक था. बजट में बिहार को मिले स्नेह के बाद यह विशेष संवाद राज्य के विकास, विश्वास और भविष्य की उम्मीदों को संजोए हुए था. बिहार के लोगों के प्रति उनका यह प्रेम और प्रतिबद्धता हमें और अधिक ऊर्जा और प्रेरणा देती है.''
मा० प्रधानमंत्री @narendramodi जी ने आज पार्लियामेंट में बिहार के सभी NDA सांसदों से मुलाकात की। यह सिर्फ एक औपचारिक मुलाक़ात नहीं थी, बल्कि बिहार के प्रति उनके अटूट स्नेह और समर्पण का प्रतीक थी।
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) February 7, 2025
बजट में बिहार को मिले स्नेह के बाद यह विशेष संवाद राज्य के विकास, विश्वास और भविष्य… pic.twitter.com/omwUEE4DKj
RJD ने मांझी की अनदेखी का लगाया आरोप : एनडीए सांसदों के साथ प्रधानमंत्री की मुलाकात में जीतनराम मांझी के नहीं होने पर राजद को बीजेपी को घेरने का मौका मिल गया. आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने एनडीए में जीतनराम मांझी के अनदेखी का आरोप लगाया. एजाज अहमद का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के बिहार के सभी 30 सांसदों के साथ मुलाकात की. प्रधानमंत्री के दाएं और बाएं कौन हैं यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है. एक तरफ जदयू के ललन सिंह तो दूसरी तरफ चिराग पासवान दिखाई दे रहे हैं, जीतनराम मांझी कहां हैं?
''जीतन राम मांझी को भाजपा हमेशा उपेक्षा की नजर से देखती रही है. यह तस्वीर साफ करता है कि एनडीए में जीतन राम मांझी को दरकिनार किया जा रहा है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ-साथ जीतनराम मांझी बिहार की राजनीति के एक मजबूत स्तंभ हैं. इसके बावजूद भाजपा के द्वारा उनकी लगातार उपेक्षा की जा रही है. प्रधानमंत्री मोदी के दाएं और बाएं तरफ ललन सिंह एवं चिराग पासवान तो दिखाई दे रहे हैं लेकिन आपका स्थान कहां है. एनडीए में जीतनराम मांझी को दरकिनार किया जा रहा है.''- एजाज अहमद, प्रवक्ता आरजेडी
![Bihar NDA MP Meet PM Modi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/bh-pat-03-pm-se-mulakat-par-siyasat_07022025172227_0702f_1738929147_235.jpg)
'हम PM के दिल में रहते हैं' : इधर विपक्ष ने मामले को मुद्दा बनाया उधर जीतन राम मांझी भी जवाब देने में पीछे नहीं रहे. उन्होंने लिखा, ''आज देश के विकास से जुड़े अपने मंत्रालय के कई मामलों को लेकर बैठकों के व्यस्तता के कारण किसी फोटो फ्रेम में मेरी तस्वीर क्या नहीं दिखी, कुछ लोगों के पेट में दर्द शुरू हो गया. मेरी फोटो किसी प्रेम में नहीं बल्कि प्रधानमंत्री के दिल में रहतीं हैं. इसलिए बेवजह किसी मामले को तूल देने से बचें.''
'पीएम मोदी ने दिया सम्मान' : एनडीए सांसदों के साथ प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात में जीतमराम मांझी के अगली पंक्ति में नहीं रहने के सवाल पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव का कहना है कि मांझी जी को जितना मान और सम्मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया उतना शायद ही किसी नेता को प्रधानमंत्री ने दिया हो. हमारे नेता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में अटूट विश्वास है. इसीलिए कोई क्या बोलता है इस पर कुछ नहीं बोलना.
'विपक्ष के पास मुद्दा नहीं' : बिहार बीजेपी के प्रवक्ता मनीष पांडेय का कहना है कि, मौका था बिहार को विशेष रूप से वरीयता देने का और इसके लिए प्रधानमंत्री को अपना आभार प्रकट करने बिहार के सांसद गए थे. इस मौके पर जीतनराम मांझी कहां खड़े हैं इस पर सवाल खड़ा करना बाल की खाल निकालने जैसी बात होगी. बिहार में विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है. विपक्ष विकास के सवाल पर सरकार पर सवाल नहीं उठा पा रहा है. यही कारण है कि राजनीति में कुछ मुद्दा बनाने के लिए इस तरीके का अनाप-शनाप आरोप लगा रहा है.
![NDA MP Meet PM Modi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-02-2025/bh-pat-03-pm-se-mulakat-par-siyasat_07022025172227_0702f_1738929147_1098.jpg)
''जीतन राम मांझी की एनडीए में अपेक्षा नहीं हो रही है. अपनी पार्टी के इकलौता सांसद होने के बावजूद भी नरेंद्र मोदी की सरकार में उनको कैबिनेट मंत्री बनाया गया. मांझी भी अनेक अवसरों पर यह बता चुके हैं कि वह नरेंद्र मोदी के साथ हमेशा रहेंगे. शायद आज मांझी इस मुलाकात में नहीं थे. इसको इस रूप में देखना सही नहीं होगा कि वह एनडीए में अपने आप को सहज महसूस नहीं कर रहे हैं.''- अरुण पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार
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