सीतामढ़ी: लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए प्रत्याशी के रूप में बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर शनिवार को सीतामढ़ी पहुंचे. जहां उन्होंने बाजपट्टी प्रखंड के माधवपुर, मोहम्मदपुर, पचरा, पिपराली सहित दर्जनों गांव का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने लोगों के साथ जनसंपर्क किया.
निजी कोष से जवानों की प्रतिमा बनाई: वहीं, उन्होंने अपने अभियान के तहत लोगों से मुलाकात कर चुनाव में समर्थन करने कि अपील की. वहीं, बाजपट्टी प्रखंड के रसूलपुर चौक पर एक सभा को संबोधित करते हुए सभापति ने कहा कि मैं विधान परिषद सदस्य रहते हुए अपने 22 साल के कार्यकाल में वेतन नहीं लिया. उन्होंने कहा कि मैंने शहीद हुए जवानों और स्वतंत्रता सेनानी की याद में उनके गांव में निजी कोष से प्रतिमा का निर्माण करवाया. सभापति ने कहा कि जातिवाद बिहार के लिए एक कोढ़ी है. मैंने कभी किसी से जात नहीं पूछा और उनका काम किया.
"मैंने अपने 22 साल के कार्यकाल में कभी वेतन नहीं लिया. अपने निजी कोष से जवानों और स्वतंत्रता सेनानी की याद में प्रतिमा का निर्माण करवाया. युवाओं को रोजगार दिया. साथ ही बिना किसी का जात पूछे उसका काम किया." - देवेश चंद्र ठाकुर, बिहार विधान परिषद के सभापति
माता जानकी धाम का होगा विकास: मौके पर जदयू के राज्य परिषद के सदस्य व वरिष्ठ अधिवक्ता विमल शुक्ला ने कहा कि चुनावी जनसंपर्क के दौरान मतदाताओं का अपार समर्थन मिल रहा है. देवेश बाबू जब संसद में जाएंगे तो पहले काम माता जानकी की मंदिर का पुनौरा धाम में निर्माण होगा. इसे अयोध्या के तर्ज पर बनाया जाएगा, जिसके कारण देश नहीं विदेश से भी लोग सीतामढ़ी पहुंचेंगे, जिससे यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा.
इस बार एनडीए 400 पार: वहीं, मौके पर भाजपा नेता देवेंद्र शाह ने एक सभा को संबोधित करते हुए मतदाताओं से कहा कि इस बार जात से ऊपर उठकर एनडीए प्रत्याशी को अपना समर्थन दे. 22 साल विधान परिषद के सदस्य रहते हुए सभापति द्वारा अब तक बिहार विधान परिषद के सदस्य रहने के दौरान करीब 6500 लोगों को सरकारी नौकरी दिलवाई गई. जो कि अब तक किसी विधायक या विधान परिषद सदस्य ने नहीं किया. वहीं, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के नेता राम जी मंडल ने कहा कि इस बार मोदी लहर है. जिसके कारण इस बार एनडीए 400 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेंगी.
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