पटना: बिहार में पुलिस चौकियों का उन्नयन किया जा रहा है. सरकार के गृह विभाग के द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के पद को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के रूप में करने की स्वीकृति दी गई है. बिहार में कुल 129 अनुमंडल में से 43 अनुमंडल हैं जो अपराध और सांप्रदायिक दृष्टिकोण से अति संवेदनशील है. इसमें अधिकांश अनुमंडल जिला मुख्यालय के सदर अनुमंडल हैं और अधिकतर शहरी आबादी इन्हीं 43 अनुमंडल में रहती है.
176 पुलिस चौकियों बनी थाना: गृह विभाग के आदेशानुसार कार्य क्षेत्र विस्तृत किया गया है. बिहार में 176 ओपी को थाना बनाने की स्वीकृति दी गई है. बिहार में बढ़ते अपराध और सांप्रदायिक घटना को देखते हुए बिहार सरकार के गृह विभाग के द्वारा शुक्रवार को देर शाम 176 ओपी को थाना के रूप में परिवर्तित करने का आदेश दिया गया है.
दिया गया था अधिकारियों को प्रमोशन: बता दें कि अभी पुलिस मुख्यालय के द्वारा सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक के अधिकारियों को प्रमोशन दिया गया है. वहीं भारी संख्या में पुलिस बल में नियुक्तियां भी हुई ह. इतने सारे ओपी को थाना में परिवर्तन होने से कहीं ना कहीं अपराध पर अंकुश रहेगा. वहीं पुलिस और भी सशक्त होगी. मिशन अनुसंधान में जो पुलिस के द्वारा 75 दिन का लक्ष्य रखा गया है, कांड का अनुसंधान भी समय से निष्पादित हो पाएगा. कहीं ना कहीं 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी कई तरह के बदलाव किए जा रहे हैं ताकि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराया जा सके.
पटना में पुलिस चौकियां बनी थाना: हालिया दिनों में ही पुलिस मुख्यालय के द्वारा बिहार में लगभग जिलों में ओपी खोला गया था. इस कड़ी में ये बड़ा निर्णय लिया गया है और 176 ओपी को थाना में परिवर्तित किया गया है. जिसमें राजधानी पटना में आईआईटी अम्हारा, पंचमहला,साम्यगढ़, चित्रगुप्त नगर लहसुना इन पांच ओपी को थाना बनाया गया है. वहीं अगर हम गया जिला की बात करे तो वहा भी बांके बाजार, गुरूपा, पाई बीघा, पंचानपुर, डोभी, सरबहदा, पूरा, सिंधुगढ़ गहलोर को थाना बनाया गया है.
भारी संख्या में पुलिस बल की होगी तैनाती: मुजफ्फरपुर में फकुली, तुर्की, जैतपुर, पानापुर, बरियारपुर ,सिकंदरपुर ,बेनीबाद हत्था और भागलपुर में जोगसर, राजौर, विश्वविद्यालय,भाखरपुरा ललमटीया, तिलकामांझी, गोराडीह रसलपुर, आमडडा, शिवनारायणपुर मधुसुदनपुर, घोघा, बाईपास इन सभी को अपराध नियंत्रण के लिए ओपी से थाना बनाया गया है. जहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए जाएंगे और मामले का अनुसंधान भी होगा.
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