पटना: बिहार में महागठबंधन से अलग होकर नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ नई सरकार बनाने से राजनीतिक हलचल बनी हुई है. इस बीच सभी दलों ने विधायकों पर कड़ा पहरा लगा दिया है. भारतीय जनता पार्टी भी फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है. विधायकों को एकजुट रखने के लिए पहले तो दो दिनों तक प्रशिक्षण शिविर चला उसके बाद भी विधायकों को पार्टी नेताओं ने अपने देखरेख में रखा. जेडीयू ने तमाम विधायकों को एकजुट रखने के लिए मुहिम चलाई है. बीजेपी विधायक संजय सिंह ने दावा किया कि उनके पास बहुमत है और वो सदन में अपनी ताकत दिखाएंगे.
डिप्टी सीएम के आवास पर डिनर डिप्लोमेसी: विजय चौधरी के आवास पर बैठक के बाद जेडीयू विधायकों को चाणक्य होटल में शिफ्ट कराया गया तो वहीं बीजेपी के भी विधायक तीन बस के जरिए गया से पटना पहुंच गए हैं. उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के आवास पर विधायकों के लिए भोज का आयोजन किया गया. भोजन के बाद तमाम विधायक विजय सिन्हा के आवास पर डटे रहे. संगठन महामंत्री भिखूभाई दलसाणिया, क्षेत्रीय संगठन प्रभारी नागेंद्र नाथ, विनोद तावड़े और प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी विजय सिन्हा के आवास पर मौजूद रहे. इन सब के बीच बैठकों का दौर भी चला.
बीजेपी खेमे में सब जय-जय: बीजेपी विधायक संजय सिंह ने कहा कि विश्वास मत में वो 100 प्रतिशत जीत हासिल करेंगे. जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक तमाम विधायकों को उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के आवास पर ही रखा जाएगा. तीनों बसों को आवास के अंदर ले जाया गया और विधायकों के लिए जरूरी सामान भी अंदर पहुंचाया गया. आज विधायक विजय सिन्हा के आवास से सीधे विधानसभा जाएंगे.
"सब जय-जय है, विनय विहारी भी हमारे साथ आए हैं. जेडीयू की बात हम नहीं करेंगे लेकिन हमरी ओर से 100 प्रतिशत बहुमत हासिल करेंगे."- संजय सिंह, बीजेपी विधायक
कौन किस पर भारी: फिलहाल दोनों खेमों की जो स्थिति है, उसके अनुसार एनडीए के पास कुल 128 विधायक हैं. इसमें से बीजेपी के 78, जेडीयू के 45, हम के 4 और निर्दलीय विधायक एक हैं. इधर महागठबंधन के सिर्फ 114 विधायक हैं. इसमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19 और वामपंथी दलों को 16 विधायक हैं. जरूरत पड़ने पर एआईएमआईएम के एक विधायक भी विपक्षी खेमे को अपना समर्थन दे सकते हैं.
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