सीतामढ़ी: पड़ोसी देश नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण सीतामढ़ी जिले में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. रुन्नीसैदपुर प्रखंड के गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. गांव के लोग घरों को छोड़कर ऊंचे ऊंचे स्थान पर ठिकाना बना रहे हैं. मवेशियों को भी ऊंचे स्थान पर ले जा रहे हैं. NH 77 पर बुधवार को बड़ी संख्या में लोगों को अपना आशियाना बनाते देखा गया. टेंट और तंबू लगाकर रहने को मजबूर थे.
बारिश में पन्नी का सहाराः बिहार में लगातार हो रही बारिश ने बाढ़ पीड़ितों की समस्या बढ़ा दी है. लगातार चार दिनों से खुले आसमान के नीचे पन्नी के सहारे रात गुजारने को मजबूर हैं. बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि उनके घरों में पानी घुस गया है. अनाज सब पानी में भींग गए हैं. घर का सारा सामान पानी में भीग कर पूरी तरह बर्बाद हो चुका. किसी तरह मवेशी को पानी से निकाल कर एनएच 77 पर आकर रात गुजार रहे हैं.
प्रशासन पर व्यवस्था नहीं करने के आरोपः बाढ़ पीड़ितों के सामने खाने को लाले पड़ गये हैं. मवेशियों के लिए चारा भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. एक बाढ़ पीड़ित महिला ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई भी सहायता नहीं दी गई है. वह खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं. प्रशासन की तरफ से पॉलिथीन भी उपलब्ध नहीं करवायी गयी है. मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था नहीं की गयी है. एक महिला ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा चूरा और गुड़ का वितरण किया जा रहा है.
"बाढ़ पीड़ितों को जिला प्रशासन के द्वारा राहत सामग्री उपलब्ध करवाया जा रहा है. किसी भी हाल में बाढ़ पीड़ितों को किसी भी तरह की कठिनाई नहीं होने दी जाएगी. जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद कर रहा है."- रिची पांडे, जिलाधिकारी, सीतामढ़ी
इसे भी पढ़ेंः
- बिहार में बाढ़ से हाहाकार! CM नीतीश ने एरियल सर्वे कर लिया हालात का जायजा - Bihar Flood
- बैरिया का पीड़ी रिंग बांध टूटा, DM बोले- 'ऐसी कोई संभावना नहीं थी' - Flood In Bihar
- 'सोना किसे कहते हैं साहब.. खड़े खड़े रात गुजारनी पड़ती है', बिहार के बाढ़ पीड़ितों के दर्द की इंतहां - Flood In Bihar
- 'चौकन्ना रहते तो तटबंध टूटने से बच जाता,' नीतीश के खास मंत्री अशोक चौधरी ने अपनी ही सरकार को लपेटा - Ashok Choudhary