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शिक्षा विभाग ने 18 महिला शिक्षकों को नौकरी से निकाला, जानें वजह..

खगड़िया में बीपीएससी परीक्षा देकर बहाल 18 शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने नौकरी से बाहर कर दिया है. जानें इन लोगों पर क्या है आरोप.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 21, 2024, 2:26 PM IST

खगड़िया: बिहार के खगड़िया फर्जी तरीके से बीपीएससी शिक्षिका बनने का मामला सामने आया है. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए डीईओ ने सभी 18 महिला शिक्षिकाओं को नौकरी से बाहर निकाल दिया है. इन लोगों पर गलत जानकारी देकर नौकरी प्राप्त करने का आरोप लगा है.

इन राज्यों की हैं शिक्षिकाएं: बता दें कि सर्टिफिकेट जांच के दौरान पाया गया कि गलत तरीके से विभाग को गुमराह किया गया है. इन सभी 18 महिला अभ्यर्थियों ने सर्टिफिकेट के साथ छेड़छाड़ की है, जिससे वो शिक्षका बन गई. महिला शिक्षिकाएं खगड़िया जिले के विभिन्न स्कूल में पदस्थापित थी. बर्खास्त होने वाली 18 शिक्षिका में एक शिक्षिका राजस्थान की हैं, जबकि सभी 17 शिक्षिका उत्तरप्रदेश की रहने वाली हैं.

पांच प्रतिशत की छूट के लिए फर्जीवाड़ा: खगड़िया के जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र गौड़ ने बताया कि बिहार की सभी महिला अभ्यर्थियों को शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास मार्क में पांच प्रतिशत की छूट मिलती है. यह लाभ बिहार के बाहर की महिला अभ्यर्थियों को नहीं मिलता है. हालांकि बिहार के अलावा दूसरे राज्य की महिला शिक्षका की सर्टिफिकेट जांच की गई. तो यह फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. जिसके बाद जांच में 18 शिक्षका को बर्खास्त कर दिया गया है.

"18 महिला अभ्यर्थियों ने सर्टिफिकेट के साथ छेड़छाड़ की है, जिससे वो शिक्षका बन गई. जांच के बाद इन सभी महिला शिक्षिकाओं को नौकरी से बाहर निकाल दिया गया है. बर्खास्त होने वाली 18 शिक्षिका में एक शिक्षिका राजस्थान की हैं, जबकि सभी 17 शिक्षिका उत्तरप्रदेश की रहने वाली हैं." -अमरेंद्र गौड़, डीईओ खगड़िया

बहरहाल 18 शिक्षिकाओं को शिक्षा विभाग के द्वारा नौकरी से हटाए जाने के बाद शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गया है. वहीं इस तरह के अन्य फर्जीवाड़े को विभाग के अधिकारी गंभीरता से तलाश रहे हैं.

पढ़ें-TRE-2 का भी पेपर लीक हुआ था! जांच में बड़ा खुलासा, EOU ने दायर की चार्जशीट

खगड़िया: बिहार के खगड़िया फर्जी तरीके से बीपीएससी शिक्षिका बनने का मामला सामने आया है. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए डीईओ ने सभी 18 महिला शिक्षिकाओं को नौकरी से बाहर निकाल दिया है. इन लोगों पर गलत जानकारी देकर नौकरी प्राप्त करने का आरोप लगा है.

इन राज्यों की हैं शिक्षिकाएं: बता दें कि सर्टिफिकेट जांच के दौरान पाया गया कि गलत तरीके से विभाग को गुमराह किया गया है. इन सभी 18 महिला अभ्यर्थियों ने सर्टिफिकेट के साथ छेड़छाड़ की है, जिससे वो शिक्षका बन गई. महिला शिक्षिकाएं खगड़िया जिले के विभिन्न स्कूल में पदस्थापित थी. बर्खास्त होने वाली 18 शिक्षिका में एक शिक्षिका राजस्थान की हैं, जबकि सभी 17 शिक्षिका उत्तरप्रदेश की रहने वाली हैं.

पांच प्रतिशत की छूट के लिए फर्जीवाड़ा: खगड़िया के जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र गौड़ ने बताया कि बिहार की सभी महिला अभ्यर्थियों को शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास मार्क में पांच प्रतिशत की छूट मिलती है. यह लाभ बिहार के बाहर की महिला अभ्यर्थियों को नहीं मिलता है. हालांकि बिहार के अलावा दूसरे राज्य की महिला शिक्षका की सर्टिफिकेट जांच की गई. तो यह फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. जिसके बाद जांच में 18 शिक्षका को बर्खास्त कर दिया गया है.

"18 महिला अभ्यर्थियों ने सर्टिफिकेट के साथ छेड़छाड़ की है, जिससे वो शिक्षका बन गई. जांच के बाद इन सभी महिला शिक्षिकाओं को नौकरी से बाहर निकाल दिया गया है. बर्खास्त होने वाली 18 शिक्षिका में एक शिक्षिका राजस्थान की हैं, जबकि सभी 17 शिक्षिका उत्तरप्रदेश की रहने वाली हैं." -अमरेंद्र गौड़, डीईओ खगड़िया

बहरहाल 18 शिक्षिकाओं को शिक्षा विभाग के द्वारा नौकरी से हटाए जाने के बाद शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गया है. वहीं इस तरह के अन्य फर्जीवाड़े को विभाग के अधिकारी गंभीरता से तलाश रहे हैं.

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