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'जीतन राम मांझी की बहू रेस में ही नहीं है' बोले PK- 'इमामगंज में RJD से होगा जन सुराज का मुकाबला'

प्रशांत किशोर ने जीतन राम मांझी की बहू पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा कि इमामगंज में दीपा मांझी तीसरे नंबर पर हैं.

Prashant Kishor attack on Deepa Manjhi
प्रशांत किशोर का दीपा मांझी पर हमला (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 11, 2024, 12:47 PM IST

गया: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में राजद के प्रत्याशी से उनके प्रत्याशी का मुकाबला है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी तीसरे स्थान पर रहेंगी. प्रशांत किशोर ने मांझी समेत राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमान का वोट इनसे खिसक गया है.

गया में चुनाव का आज अंतिम दिन: चुनाव प्रचार का आज 11 नवंबर को अंतिम दिन है. शाम 4:00 बजे से प्रचार का शोर थम जाएगा. सभी पार्टियां आखिरी ताकत झोंकने में लगी हैं. बेलागंज और इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है. प्रशांत किशोर भी गया में कैंप किए हुए हैं. एनडीए की ओर से दीपा मांझी, राजद के रौशन मांझी और जन सुराज की तरफ से जितेंद्र कुमार मैदान में हैं.

मांझी की बहू को लेकर क्या बोले PK: प्रशांत किशोर ने इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी को लेकर भी बड़े दावे किए हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि वह लिखकर दे सकते हैं कि मांझी की बहू उपचुनाव में तीसरे स्थान पर रहेंगी. वह रेस में है ही नहीं हैं. उन्होंने इमामगंज में लड़ाई राजद और जन सुराज के बीच में बताई है. पीके ने कहा कि इमामगंज की जनता फिर से जंगलराज देखना नहीं चाहती इसलिए लोग जन सुराज पर भरोसा करेंगे.

'मंत्री पहले हारता है': प्रशांत किशोर ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के उस बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि दीपा मांझी के जीतने से विकास होगा, क्योंकि दीपा मांझी के ससुर केंद्र में मंत्री, पति राज्य सरकार में मंत्री और उसकी माता विधायक हैं. तीनों मिलकर काम करेंगे. इस पर प्रशांत किशोर ने चुटकी लेते हुए कहा के भारत की राजनीतिक इतिहास उठाकर देखें तो चुनाव में सबसे पहले मंत्री ही हारते हैं.

"जीतन राम मांझी केंद्र में मंत्री हैं लेकिन उनके विधानसभा क्षेत्र के झक्रबंधा में एक मोबाइल का टावर नहीं है. 20 साल गुजर गए गांव में एक टावर नहीं है. हम वहां गए वहां आधे घंटे में टावर लगवा दिए. हमारी कोई ताकत नहीं है, हम तो कोई विधायक, सांसद नहीं हैं, लेकिन हम टावर लगवा सकते हैं."- प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जन सुराज पार्टी

नक्सलवाद को लेकर मांझी के बयान पर हमला: प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर इमामगंज क्षेत्र में विधि व्यवस्था और शांति स्थापित हुई है तो जनता ने आपको (जीतन राम मांझी) जीतवा कर सांसद तक बनवा दिया. एक ही चीज को कितने बार बेचोगे. हमने तो कहीं नहीं पढ़ा कि जीतन राम मांझी ने नक्सलवाद पर कोई संघर्ष किया हो. नक्सलवाद राज्य और केंद्र सरकार का मामला है.

लालू- तेजस्वी पर प्रशांत किशोर का हमला: ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कई मुद्दों पर खुलकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. प्रशांत किशोर ने राजद के प्रचार पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी तक तो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव यही दावा करते रहे हैं कि मुसलमान उन्ही की सुनते हैं और उन्हीं को फॉलो करते हैं.

" लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर भरोसा नहीं है? तो किसी इमरान प्रतापगढ़ी को बुला रहे हैं. इमरान प्रतापगढ़ी को बिहार के बारे में क्या जानकारी है. राज्यसभा के सांसद हैं , उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं यहां आए हैं घूमने फिरने, इससे क्या फर्क पड़ना है. उनको बिहार के मुसलमान की स्थिति के बारे में क्या जानकारी है?"- प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जन सुराज पार्टी

'इमरान प्रतापगढ़ी को कौन पूछ रहा है?': पीके ने आगे कहा कि बिहार में मुसलमान के नेता होने का दावा तो लालू जी कर रहे हैं. राजद का नेतृत्व कर रहे हैं. जब उनके कहने से मुसलमान नहीं सुन रहे हैं तो इमरान प्रतापगढ़ी को कौन पूछ रहा है? दरअसल इमरान प्रतापगढ़ी राजद के प्रत्याशी डॉक्टर विश्वनाथ सिंह के पक्ष में सभा करने के लिए बेलागंज के मुस्लिम बहुल क्षेत्र बाड़ा गांव विगत दिनों पहुंचे थे.

'चिराग मेरे मित्र': मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कल 10 नवंबर को जिले के दोनों विधानसभा इमामगंज और बेलागंज में सभा हुई थी. उनके साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी साथ थे, लेकिन पहले से तय था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ चिराग पासवान भी सभा करने पहुंचेंगे. चिराग पासवान मुख्यमंत्री के साथ सभा करने नहीं आए थे. इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज के प्रत्याशी से इसे जोड़ कर देखा जा रहा है, क्योंकि जन सुराज के प्रत्याशी का संबंध पासवान जाति से है. चिराग पासवान प्रशांत किशोर के दोस्त भी हैं इसीलिए वह सभा करने नहीं पहुंचे थे.

चुनाव प्रचार से चिराग की दूरी की पीके ने बतायी वजह: इस मामले पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जवाब दिया और कहा कि चिराग पासवान सुलझे हुए व्यक्ति हैं और मेरे मित्र भी हैं. चिराग पासवान नीतीश कुमार के साथ कैसे मंच साझा कर सकते हैं? क्या कहेंगे यहां आकर? क्योंकि नीतीश कुमार के खिलाफ खुद चिराग पासवान 4 वर्षों से अभियान चला रहे थे,अब गठबंधन में हैं.

नीतीश कुमार पर प्रशांत किशोर का वार: प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभा को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि खुद मुख्यमंत्री को वोट नहीं मिल रहा है तो वह दूसरे के लिए क्या वोट मांगेंगे. वह दूसरे को कैसे वोट दिलवा देंगे. नीतीश कुमार जहां वोट मांगने जाएंगे दो चार हजार वोट वहां कम ही हो जाएगा. नीतीश कुमार की अब वह स्थिति नहीं है कि उनके नाम पर कोई वोट दे.

"नीतीश कुमार की मानसिक शारीरिक राजनीतिक स्थिति ऐसी नहीं है कि उनके कहने पर कोई वोट दे. नीतीश कुमार तो राजनीतिक लायबिलिटी हैं, जिसके साथ रहेंगे उसको नीतीश कुमार को अपने कंधा पर लेकर ढोना पड़ेगा. नीतीश कुमार अपने कंधों पर किसी को नहीं खींच सकते."- प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जन सुराज पार्टी

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गया: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में राजद के प्रत्याशी से उनके प्रत्याशी का मुकाबला है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी तीसरे स्थान पर रहेंगी. प्रशांत किशोर ने मांझी समेत राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमान का वोट इनसे खिसक गया है.

गया में चुनाव का आज अंतिम दिन: चुनाव प्रचार का आज 11 नवंबर को अंतिम दिन है. शाम 4:00 बजे से प्रचार का शोर थम जाएगा. सभी पार्टियां आखिरी ताकत झोंकने में लगी हैं. बेलागंज और इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है. प्रशांत किशोर भी गया में कैंप किए हुए हैं. एनडीए की ओर से दीपा मांझी, राजद के रौशन मांझी और जन सुराज की तरफ से जितेंद्र कुमार मैदान में हैं.

मांझी की बहू को लेकर क्या बोले PK: प्रशांत किशोर ने इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी को लेकर भी बड़े दावे किए हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि वह लिखकर दे सकते हैं कि मांझी की बहू उपचुनाव में तीसरे स्थान पर रहेंगी. वह रेस में है ही नहीं हैं. उन्होंने इमामगंज में लड़ाई राजद और जन सुराज के बीच में बताई है. पीके ने कहा कि इमामगंज की जनता फिर से जंगलराज देखना नहीं चाहती इसलिए लोग जन सुराज पर भरोसा करेंगे.

'मंत्री पहले हारता है': प्रशांत किशोर ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के उस बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि दीपा मांझी के जीतने से विकास होगा, क्योंकि दीपा मांझी के ससुर केंद्र में मंत्री, पति राज्य सरकार में मंत्री और उसकी माता विधायक हैं. तीनों मिलकर काम करेंगे. इस पर प्रशांत किशोर ने चुटकी लेते हुए कहा के भारत की राजनीतिक इतिहास उठाकर देखें तो चुनाव में सबसे पहले मंत्री ही हारते हैं.

"जीतन राम मांझी केंद्र में मंत्री हैं लेकिन उनके विधानसभा क्षेत्र के झक्रबंधा में एक मोबाइल का टावर नहीं है. 20 साल गुजर गए गांव में एक टावर नहीं है. हम वहां गए वहां आधे घंटे में टावर लगवा दिए. हमारी कोई ताकत नहीं है, हम तो कोई विधायक, सांसद नहीं हैं, लेकिन हम टावर लगवा सकते हैं."- प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जन सुराज पार्टी

नक्सलवाद को लेकर मांझी के बयान पर हमला: प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर इमामगंज क्षेत्र में विधि व्यवस्था और शांति स्थापित हुई है तो जनता ने आपको (जीतन राम मांझी) जीतवा कर सांसद तक बनवा दिया. एक ही चीज को कितने बार बेचोगे. हमने तो कहीं नहीं पढ़ा कि जीतन राम मांझी ने नक्सलवाद पर कोई संघर्ष किया हो. नक्सलवाद राज्य और केंद्र सरकार का मामला है.

लालू- तेजस्वी पर प्रशांत किशोर का हमला: ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कई मुद्दों पर खुलकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. प्रशांत किशोर ने राजद के प्रचार पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी तक तो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव यही दावा करते रहे हैं कि मुसलमान उन्ही की सुनते हैं और उन्हीं को फॉलो करते हैं.

" लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर भरोसा नहीं है? तो किसी इमरान प्रतापगढ़ी को बुला रहे हैं. इमरान प्रतापगढ़ी को बिहार के बारे में क्या जानकारी है. राज्यसभा के सांसद हैं , उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं यहां आए हैं घूमने फिरने, इससे क्या फर्क पड़ना है. उनको बिहार के मुसलमान की स्थिति के बारे में क्या जानकारी है?"- प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जन सुराज पार्टी

'इमरान प्रतापगढ़ी को कौन पूछ रहा है?': पीके ने आगे कहा कि बिहार में मुसलमान के नेता होने का दावा तो लालू जी कर रहे हैं. राजद का नेतृत्व कर रहे हैं. जब उनके कहने से मुसलमान नहीं सुन रहे हैं तो इमरान प्रतापगढ़ी को कौन पूछ रहा है? दरअसल इमरान प्रतापगढ़ी राजद के प्रत्याशी डॉक्टर विश्वनाथ सिंह के पक्ष में सभा करने के लिए बेलागंज के मुस्लिम बहुल क्षेत्र बाड़ा गांव विगत दिनों पहुंचे थे.

'चिराग मेरे मित्र': मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कल 10 नवंबर को जिले के दोनों विधानसभा इमामगंज और बेलागंज में सभा हुई थी. उनके साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी साथ थे, लेकिन पहले से तय था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ चिराग पासवान भी सभा करने पहुंचेंगे. चिराग पासवान मुख्यमंत्री के साथ सभा करने नहीं आए थे. इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज के प्रत्याशी से इसे जोड़ कर देखा जा रहा है, क्योंकि जन सुराज के प्रत्याशी का संबंध पासवान जाति से है. चिराग पासवान प्रशांत किशोर के दोस्त भी हैं इसीलिए वह सभा करने नहीं पहुंचे थे.

चुनाव प्रचार से चिराग की दूरी की पीके ने बतायी वजह: इस मामले पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जवाब दिया और कहा कि चिराग पासवान सुलझे हुए व्यक्ति हैं और मेरे मित्र भी हैं. चिराग पासवान नीतीश कुमार के साथ कैसे मंच साझा कर सकते हैं? क्या कहेंगे यहां आकर? क्योंकि नीतीश कुमार के खिलाफ खुद चिराग पासवान 4 वर्षों से अभियान चला रहे थे,अब गठबंधन में हैं.

नीतीश कुमार पर प्रशांत किशोर का वार: प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभा को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि खुद मुख्यमंत्री को वोट नहीं मिल रहा है तो वह दूसरे के लिए क्या वोट मांगेंगे. वह दूसरे को कैसे वोट दिलवा देंगे. नीतीश कुमार जहां वोट मांगने जाएंगे दो चार हजार वोट वहां कम ही हो जाएगा. नीतीश कुमार की अब वह स्थिति नहीं है कि उनके नाम पर कोई वोट दे.

"नीतीश कुमार की मानसिक शारीरिक राजनीतिक स्थिति ऐसी नहीं है कि उनके कहने पर कोई वोट दे. नीतीश कुमार तो राजनीतिक लायबिलिटी हैं, जिसके साथ रहेंगे उसको नीतीश कुमार को अपने कंधा पर लेकर ढोना पड़ेगा. नीतीश कुमार अपने कंधों पर किसी को नहीं खींच सकते."- प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जन सुराज पार्टी

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