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4 सीटों के उपचुनाव के ऐलान के बाद जीत के अपने-अपने दावे, 2025 का लिटमस टेस्ट साबित होगा रिजल्ट

बिहार विधानसभा की 4 सीटों पर उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सभी पार्टियां अपने-अपने गठबंधन की जीत के दावे कर रही हैं. पढ़ें-

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : 2 hours ago

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2025 का लिटमस टेस्ट साबित होगा रिजल्ट (ETV Bharat)

पटना : बिहार विधानसभा की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. 13 नवंबर को चार सीटों के उपचुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. तारीख का ऐलान होते ही सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी जीत का दावा करने लगे हैं. इमामगंज, बेलागंज, रामगढ़ एवं तरारी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने हैं.

तेजस्वी यादव के विजन पर मांगेंगे वोट : राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद का कहना है कि बिहार विधानसभा की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत होगी. राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार की जनता का विश्वास एवं समर्थन तेजस्वी यादव के कामों के आधार पर मजबूत हुआ है. एजाज अहमद ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव ने नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से जो मुद्दे जनता से जुड़े हुए मुद्दे उठाए हैं उनसे जनता के बीच उनकी स्वीकार्यता बढ़ी है.

''तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार विधानसभा की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव में इंडिया का प्रबंध मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी. चाहे वह बेलागंज हो, इमामगंज हो, रामगढ़ हो या तरारी हो, सभी सीटों पर इंडिया गठबंधन मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी और सभी सीटों पर जीत दर्ज करेगी. गठबंधन के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है. डबल इंजन सरकार के खिलाफ लोगों के मन में गुस्सा.''- एजाज अहमद, प्रवक्ता, आरजेडी

बीजेपी ने किया जीत का दावा : बिहार विधानसभा की 4 सीट के उपचुनाव को लेकर बीजेपी का मानना है कि सभी सीटों पर एनडीए गठबंधन की जीत होगी. भाजपा प्रवक्ता मनीष पांडेय का कहना है कि 2024 लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने बड़े-बड़े दावे किए थे. लोकसभा की सभी 40 सीट चुनाव जीतने का तेजस्वी यादव बड़ी-बड़ी बातें कह रहे थे, लेकिन चुनाव परिणाम क्या हुआ सब कोई जानता है.

''एक बार फिर से बिहार उपचुनाव के माहौल में जा रहा है. फिर से तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी दवा करना शुरू कर दिए हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि उनकी बुरी तरीके से भद्द पिटने वाली है. बिहार के लोगों ने लोकसभा के चुनाव में नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताया है.''- मनीष पांडेय, प्रवक्ता, बीजेपी

इंडिया गठबंधन का सूपड़ा होगा साफ : लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद जिस तरीके से हरियाणा के चुनाव परिणाम आए उसके बाद अब झारखंड और महाराष्ट्र में भी चुनाव होंगे. ऐसी स्थिति में देश की जनता और बिहार की जनता जानती है कि उनका भविष्य किसके हाथ में सुरक्षित है. बीजेपी प्रवक्ता ने दावा किया कि बिहार में होने वाले उपचुनाव में राजद और इंडिया गठबंधन का सूपड़ा पूरी तरीके से साफ हो जाएगा.

नीतीश के कामों पर जनता की मुहर : जदयू प्रवक्ता अंजुम आरा का कहना है कि राष्ट्रीय जनता दल के युवराज कितनी भी यात्रा कर लें इसे उनको कोई फायदा होने वाला नहीं है. बिहार की जनता इन लोगों के चेहरे और चरित्र से पूरी तरह से बाकिफ है.

''बिहार की जनता जानती है कि राष्ट्रीय जनता दाल का मतलब भ्रष्टाचार अराजकता एवं जंगल राज है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने विकास की गाथा लिखी है. यही कारण है कि नीतीश कुमार को बिहार की जनता अपना आशीर्वाद देती है. बिहार विधानसभा के चार सीटों पर होने वाले उप चुनाव में एक बार फिर से बिहार की जनता नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार को अपना समर्थन देगी.''- अंजुम आरा, प्रवक्ता, जेडीयू

क्या कहते हैं जानकार : बिहार विधानसभा की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर वरिष्ठ पत्रकार सुनील पांडेय का कहना है कि बिहार में होने वाले उपचुनाव में एनडीए के खाते में सिर्फ एक सीट HAM का है. दो सीटों पर राजद और एक सीट पर सीपीआईएमएल का कब्जा है. यानी तीन सीट पर इंडिया गठबंधन और एक सीट पर एनडीए का कब्जा है. चार में से तीन सीट पर इंडिया गठबंधन का कब्जा है. यही उपचुनाव इंडिया गठबंधन का भविष्य तय करेगा.

''एनडीए को इस चुनाव में खोने के लिए बहुत कुछ नहीं है. इस उप चुनाव में यदि इंडिया गठबंधन एक दो भी सीट लूज करती है तो उनके लिए बहुत बुरी शुरुआत कही जा सकती है. आने वाले 2025 में जो विधानसभा का चुनाव होने वाला है. दूसरा जो महत्वपूर्ण फैक्टर है वह प्रशांत किशोर का है.''- सुनील पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार

उपचुनाव में पीके फैक्टर : प्रशांत किशोर चारों सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करेंगे. प्रशांत किशोर की पार्टी यदि सभी सीटों पर चुनाव लड़ती है तो एनडीए को फायदा होगा और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को नुकसान होगा. सुनील पांडेय का कहना है कि बिहार विधानसभा का होने वाला उपचुनाव तेजस्वी प्रसाद यादव के लिए एक लिटमस टेस्ट होगा. लोकसभा चुनाव से लेकर आने वाले विधानसभा चुनाव तक यह उपचुनाव का परिणाम दवा के रूप में काम करेगी.

कहां-कहां सीट हुई रिक्त : लोकसभा चुनाव 2024 में इमामगंज के विधायक रहे जीतन राम मांझी गया (सु) सीट से सांसद बने. बेलागंज से राजद विधायक सुरेंद्र यादव, जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए हैं. तरारी विधानसभा के सीपीआई एमएल विधायक सुदामा प्रसाद आरा लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गये हैं. रामगढ़ के राजद विधायक सुधाकर सिंह, बक्सर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए.

इमामगंज विधानसभा क्षेत्र : गया के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. जीतनराम मांझी ने राजद के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी को 16000 से ज्यादा मतों से पराजित किया था. जीतन राम मांझी के सांसद बनने के बाद इस सीट पर फिर से उपचुनाव की तैयारी हो रही है.

बेलागंज आरजेडी का मजबूत गढ़ : बेलागंज विधानसभा सीट पर करीब तीन दशक से डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव जीतते रहे हैं. सुरेंद्र यादव 1990,1995 में जनता दल और 2000 फरवरी-अक्टूबर 2005, 2010 और 2015 और 2020 में RJD के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं. 2024 लोकसभा चुनाव में सुरेंद्र प्रसाद यादव जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद के रूप में निर्वाचित हुए हैं.

रामगढ़ जगदानंद सिंह का गढ़ : रामगढ़ से जगदानंद सिंह छह बार विधायक रह चुके हैं. 2020 विधानसभा चुनाव में आरजेडी ने जगदानंद सिंह के बड़े पुत्र सुधाकर सिंह को यहां से उम्मीदवार बनाया था. उस चुनाव में आरजेडी, बीएसपी और बीजेपी के बीच में त्रिकोणात्मक संघर्ष हुआ था. राजद के सुधाकर सिंह ने बीएसपी के उम्मीदवार अंबिका सिंह को 811 मतों से पराजित किया था. बीजेपी के प्रत्याशी अशोक सिंह 56 हजार 84 वोट लेकर तीसरे नंबर पर रहे थे.

तरारी विधानसभा क्षेत्र : 2009 के परिसीमन से पहले तरारी विधानसभा पीरो विधानसभा के रूप में जाना जाता था. पीरो लोकसभा क्षेत्र कभी बाहुबली सुनील पांडे के विधानसभा क्षेत्र के रूप में जाना जाता था. विधानसभा चुनाव 2015 और 2020 विधानसभा चुनाव में सीपीआई-एमएल के सुदामा प्रसाद ने जीत दर्ज की थी. 2020 में सुनील पांडे निर्दलीय चुनाव लड़ा था. 62 हजार 930 मत प्राप्त हुआ था. भाजपा प्रत्याशी कौशल कुमार विद्यार्थी को मात्र 13 हजार 933 मत ही प्राप्त हुआ था.

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पटना : बिहार विधानसभा की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. 13 नवंबर को चार सीटों के उपचुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. तारीख का ऐलान होते ही सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी जीत का दावा करने लगे हैं. इमामगंज, बेलागंज, रामगढ़ एवं तरारी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने हैं.

तेजस्वी यादव के विजन पर मांगेंगे वोट : राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद का कहना है कि बिहार विधानसभा की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत होगी. राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार की जनता का विश्वास एवं समर्थन तेजस्वी यादव के कामों के आधार पर मजबूत हुआ है. एजाज अहमद ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव ने नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से जो मुद्दे जनता से जुड़े हुए मुद्दे उठाए हैं उनसे जनता के बीच उनकी स्वीकार्यता बढ़ी है.

''तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार विधानसभा की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव में इंडिया का प्रबंध मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी. चाहे वह बेलागंज हो, इमामगंज हो, रामगढ़ हो या तरारी हो, सभी सीटों पर इंडिया गठबंधन मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी और सभी सीटों पर जीत दर्ज करेगी. गठबंधन के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है. डबल इंजन सरकार के खिलाफ लोगों के मन में गुस्सा.''- एजाज अहमद, प्रवक्ता, आरजेडी

बीजेपी ने किया जीत का दावा : बिहार विधानसभा की 4 सीट के उपचुनाव को लेकर बीजेपी का मानना है कि सभी सीटों पर एनडीए गठबंधन की जीत होगी. भाजपा प्रवक्ता मनीष पांडेय का कहना है कि 2024 लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने बड़े-बड़े दावे किए थे. लोकसभा की सभी 40 सीट चुनाव जीतने का तेजस्वी यादव बड़ी-बड़ी बातें कह रहे थे, लेकिन चुनाव परिणाम क्या हुआ सब कोई जानता है.

''एक बार फिर से बिहार उपचुनाव के माहौल में जा रहा है. फिर से तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी दवा करना शुरू कर दिए हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि उनकी बुरी तरीके से भद्द पिटने वाली है. बिहार के लोगों ने लोकसभा के चुनाव में नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताया है.''- मनीष पांडेय, प्रवक्ता, बीजेपी

इंडिया गठबंधन का सूपड़ा होगा साफ : लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद जिस तरीके से हरियाणा के चुनाव परिणाम आए उसके बाद अब झारखंड और महाराष्ट्र में भी चुनाव होंगे. ऐसी स्थिति में देश की जनता और बिहार की जनता जानती है कि उनका भविष्य किसके हाथ में सुरक्षित है. बीजेपी प्रवक्ता ने दावा किया कि बिहार में होने वाले उपचुनाव में राजद और इंडिया गठबंधन का सूपड़ा पूरी तरीके से साफ हो जाएगा.

नीतीश के कामों पर जनता की मुहर : जदयू प्रवक्ता अंजुम आरा का कहना है कि राष्ट्रीय जनता दल के युवराज कितनी भी यात्रा कर लें इसे उनको कोई फायदा होने वाला नहीं है. बिहार की जनता इन लोगों के चेहरे और चरित्र से पूरी तरह से बाकिफ है.

''बिहार की जनता जानती है कि राष्ट्रीय जनता दाल का मतलब भ्रष्टाचार अराजकता एवं जंगल राज है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने विकास की गाथा लिखी है. यही कारण है कि नीतीश कुमार को बिहार की जनता अपना आशीर्वाद देती है. बिहार विधानसभा के चार सीटों पर होने वाले उप चुनाव में एक बार फिर से बिहार की जनता नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार को अपना समर्थन देगी.''- अंजुम आरा, प्रवक्ता, जेडीयू

क्या कहते हैं जानकार : बिहार विधानसभा की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर वरिष्ठ पत्रकार सुनील पांडेय का कहना है कि बिहार में होने वाले उपचुनाव में एनडीए के खाते में सिर्फ एक सीट HAM का है. दो सीटों पर राजद और एक सीट पर सीपीआईएमएल का कब्जा है. यानी तीन सीट पर इंडिया गठबंधन और एक सीट पर एनडीए का कब्जा है. चार में से तीन सीट पर इंडिया गठबंधन का कब्जा है. यही उपचुनाव इंडिया गठबंधन का भविष्य तय करेगा.

''एनडीए को इस चुनाव में खोने के लिए बहुत कुछ नहीं है. इस उप चुनाव में यदि इंडिया गठबंधन एक दो भी सीट लूज करती है तो उनके लिए बहुत बुरी शुरुआत कही जा सकती है. आने वाले 2025 में जो विधानसभा का चुनाव होने वाला है. दूसरा जो महत्वपूर्ण फैक्टर है वह प्रशांत किशोर का है.''- सुनील पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार

उपचुनाव में पीके फैक्टर : प्रशांत किशोर चारों सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करेंगे. प्रशांत किशोर की पार्टी यदि सभी सीटों पर चुनाव लड़ती है तो एनडीए को फायदा होगा और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को नुकसान होगा. सुनील पांडेय का कहना है कि बिहार विधानसभा का होने वाला उपचुनाव तेजस्वी प्रसाद यादव के लिए एक लिटमस टेस्ट होगा. लोकसभा चुनाव से लेकर आने वाले विधानसभा चुनाव तक यह उपचुनाव का परिणाम दवा के रूप में काम करेगी.

कहां-कहां सीट हुई रिक्त : लोकसभा चुनाव 2024 में इमामगंज के विधायक रहे जीतन राम मांझी गया (सु) सीट से सांसद बने. बेलागंज से राजद विधायक सुरेंद्र यादव, जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए हैं. तरारी विधानसभा के सीपीआई एमएल विधायक सुदामा प्रसाद आरा लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गये हैं. रामगढ़ के राजद विधायक सुधाकर सिंह, बक्सर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए.

इमामगंज विधानसभा क्षेत्र : गया के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. जीतनराम मांझी ने राजद के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी को 16000 से ज्यादा मतों से पराजित किया था. जीतन राम मांझी के सांसद बनने के बाद इस सीट पर फिर से उपचुनाव की तैयारी हो रही है.

बेलागंज आरजेडी का मजबूत गढ़ : बेलागंज विधानसभा सीट पर करीब तीन दशक से डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव जीतते रहे हैं. सुरेंद्र यादव 1990,1995 में जनता दल और 2000 फरवरी-अक्टूबर 2005, 2010 और 2015 और 2020 में RJD के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं. 2024 लोकसभा चुनाव में सुरेंद्र प्रसाद यादव जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद के रूप में निर्वाचित हुए हैं.

रामगढ़ जगदानंद सिंह का गढ़ : रामगढ़ से जगदानंद सिंह छह बार विधायक रह चुके हैं. 2020 विधानसभा चुनाव में आरजेडी ने जगदानंद सिंह के बड़े पुत्र सुधाकर सिंह को यहां से उम्मीदवार बनाया था. उस चुनाव में आरजेडी, बीएसपी और बीजेपी के बीच में त्रिकोणात्मक संघर्ष हुआ था. राजद के सुधाकर सिंह ने बीएसपी के उम्मीदवार अंबिका सिंह को 811 मतों से पराजित किया था. बीजेपी के प्रत्याशी अशोक सिंह 56 हजार 84 वोट लेकर तीसरे नंबर पर रहे थे.

तरारी विधानसभा क्षेत्र : 2009 के परिसीमन से पहले तरारी विधानसभा पीरो विधानसभा के रूप में जाना जाता था. पीरो लोकसभा क्षेत्र कभी बाहुबली सुनील पांडे के विधानसभा क्षेत्र के रूप में जाना जाता था. विधानसभा चुनाव 2015 और 2020 विधानसभा चुनाव में सीपीआई-एमएल के सुदामा प्रसाद ने जीत दर्ज की थी. 2020 में सुनील पांडे निर्दलीय चुनाव लड़ा था. 62 हजार 930 मत प्राप्त हुआ था. भाजपा प्रत्याशी कौशल कुमार विद्यार्थी को मात्र 13 हजार 933 मत ही प्राप्त हुआ था.

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