पटना : बिहार की राजधानी पटना में जमीन कारोबारी और जदयू नेता सौरभ पटेल हत्याकांड पर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. इस मामले में पुलिस ने गांव के तीन युवकों को सुपारी देकर हत्या कराने के केस में गिरफ्तार किया है. आरोपियों को जमीन कारोबारी सौरभ की वजह से जमीन के धंधे में नुकसान हो रहा था इसलिए तीनों ने शूटर को 14 लाख रुपए की सुपारी देकर हत्या कराई. इस संदर्भ में पटना ईस्ट के एसपी भारत सोनी ने सिलसिलेवार मर्डर की वजह बताई.
सौरभ हत्याकांड में बड़ा खुलासा : बतौर ईस्ट एसपी भारत सोनी के मुताबिक सौरभ हत्याकांड में अब तक 7 आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि एक शूटर अभी भी फरार है. बता दें कि 24 अप्रैल को सौरभ एक शादी समारोह से लौट रहे थे तभी अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग करके उन्हें मार दिया था. इस मामले में जब पुलिस ने सिलसिलेवार वैज्ञानिक ढंग से जांच को आगे बढ़ाया तो लाइनर तक पहुंची और फिर सुपारी देकर हत्या की बात सामने आई.
''बीते 24 अप्रैल को पुनपुन थाना क्षेत्र के सौरभ पटेल के गांव के रहने वाले 3 जमीन कारोबारियों ने 14 लाख की सुपारी देकर शूटरों से हत्या करवाया था. जमीन कारोबारियों ने एक जमीन बेचकर 14 लाख रुपए में जदयू नेता सौरभ पटेल की हत्या की. सुपारी विक्की चंद्रवंशी नामके शूटर को दी गई थी. इस मामले में 7 को गिरफ्तार किया गया है. 1 शूटर फरार है.''- भारत सोनी, पूर्वी एसपी, पटना
सुपारी देकर हुई हत्या : पुलिस ने इस मामले में शूटर, लाइनर और सुपारी देकर हत्या करवाने वाले कुल 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से 1 देसी पिस्टल, 1 देसी कट्टा, 3 खाली मैगजीन, 16 कारतूस और घटना में प्रयुक्त बाइक को बरामद किया है. पूर्वी एसपी ने कहा कि घटना के बाद पुलिस ने मामले के उद्भेदन लिए एक एसआईटी टीम का गठन किया और मामले का अनुसंधान शुरू किया.
'कारोबार में हुआ घाटा तो बनाया मर्डर का प्लान' : पुलिस ने पहली कामयाबी घटना में शामिल एक लाइनर को गिरफ्तार किया. जिससे पूछताछ में जमीन कारोबारियों और घटना में शामिल शूटरों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में अपराधियों द्वारा बताया गया कि पुनपुन थाना क्षेत्र के चक पिपरा गांव के रहने वाले जमीन कारोबारियों शशि रंजन कुमार, अविनाश कुमार, पप्पू कुमार से बीते 5 साल पहले जमीन कारोबार में हुए घाटे को लेकर अनबन हुआ.
गांव के 3 युवकों ने दी 14 लाख की सुपारी : तीनों कारोबारियों को लगातार जदयू नेता सौरभ पटेल के जमीन कारोबार से घाटा लग रहा था. जिसको लेकर 3 कारोबारियों ने नेता सौरभ पटेल के हत्या की सुपारी शूटरों को 14 लाख में देकर करवा दी. फिलहाल इस मामले में एक घटना में शामिल अपराधकर्मी फरार हैं, जिसकी तलाश जारी है. गिरफ्तार अपराधियों में एक सत्यम झा नामक अपराधी है जो दारोगा की तैयारी करता है.
''यह केस काफी जटिल था. लगभग 40 से 50 लोगों से पूछताछ के बाद और तकनीकी अनुसंधान के आधार पर इन सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. गांव के रहने वाले तीनों युवकों ने शातिराना अंदाज हत्या को अंजाम दिलवाया था. यही नहीं साथ में रहकर मृतक सौरभ पटेल के परिवार के साथ घूमता फिरता था. परिवार को सांत्वना भी दिया करता था. ताकि किसी को उनपर शक न हो.''- भारत सोनी, पूर्वी एसपी, पटना
कैंडल मार्च में भी आए थे तीनों हत्या आरोपी : जब सौरभ पटेल की हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकाला गया था तो यह तीनों अपराधी उस कैंडल मार्च में भी शामिल थे. ये साथ में ही नारेबाजी कर रहे थे. अपराधियों को लगा कि उन्होंने सभी सबूत मिटा दिए हैं लेकिन कहते हैं न कि गुनाह एक न एक दिन सामने आ ही जाता है, तो पुलिस के हाथ जब लाइनर लगा तो पूरा मामला साफ हो गया.
7 गिरफ्तार, 1 फरार : गिरफ्तार अपराधी शशि रंजन कुमार, अविनाश कुमार, पप्पू कुमार, विक्की कुमार, सत्यम कुमार, दीपक कुमार, सत्यनारायण सिंह शामिल है वहीं एक शूटर अभी भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए एसआईटी लगातार छापेमारी कर रही है.
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