पटना : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो दिवसीय दौरे पर बिहार आए थे. दिल्ली रवाना होने से पहले बघेल ने पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए भाजपा ने जो पैसा लिया है, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को उसके बारे में सूचना को सार्वजनिक करनी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय दिया है उसके अनुसार काम होना चाहिए.
''उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बावजूद भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी देने के लिए 30 जून तक का समय मांग रहा है. यह कहीं से भी ठीक नहीं है. इसी को लेकर पूरे देश में आज कांग्रेस ने प्रदर्शन किया है. आगे भी इसको लेकर हमारी मांग जारी रहेगी. जब बैंक इसको लेकर सार्वजनिक करेगा तो सब पता चल जाएगा.''- भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
कांग्रेस का प्रदर्शन : बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने आज इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को लेकर भारतीय स्टेट बैंक पटना के मुख्य कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. कांग्रेस पार्टी की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद सभी पार्टियों को इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से जो पैसा मिला है वह सार्वजनिक किया जाए.
'SBI भी BJP की पिछलग्गू' : कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि स्टेट बैंक भी अब भारतीय जनता पार्टी की पिछलग्गू हो गई है. कांग्रेस के प्रवक्ता आनंद माधव का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि सभी पार्टी की जिनको इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से पैसा मिला है वह पूरा डाटा सार्वजनिक की जाए. बीजेपी को 6000 करोड़ का इलेक्टोरल बांड के माध्यम से पैसा मिला था. सब कोई जानना चाहते हैं कि कौन-कौन बीजेपी को पैसा दिए हैं. लेकिन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया उसको सार्वजनिक करना नहीं चाहती है।
'SBI चाहे तो 1 दिन में सबका नाम बता सकती है' : कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि स्टेट बैंक यदि चाहे तो एक दिन में सभी चंदा दाताओं का नाम सार्वजनिक कर सकती है. लेकिन एसबीआई बीजेपी को बचाने का काम कर रही है. कौन है वह धन जो बीजेपी को करोड़ों में फंड दे रही है.
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