भोपाल। भोपाल स्थित राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वद्यालय (RGPV) में रकम निजी खातों में डालने के मामले में गांधीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार मोहन सिंह की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है. पूर्व कुलपति प्रो.सुनील कुमार सहित 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. इस मामले में अभी तकनीकी जांच की जाएगी, इसके बाद पता चलेगा कि कुल कितनी राशि का घोटाला किया गया है.
विश्वविद्यालय के लेनदेन में 3 अफसरों के हस्ताक्षर आवश्यक
गांधीनगर थाना प्रभारी प्रवीण त्रिपाठी ने बताया "राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार मोहन सेन की शिकायत पर पूर्व कुलपति सुनील कुमार, रिटायर्ड फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा, तत्कालीन रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, बैंक अधिकारी मयंक कुमार व एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. नियम के अनुसार विश्वविद्यालय का खाता किसी भी बैंक में खोलते समय कुलपति, रजिस्ट्रार, फाइनेंस कंट्रोलर के हस्ताक्षर होते हैं. बैंक से पैसा निकालने या ट्रांसफर करने के लिए या अन्य किसी तरह का लेनदेन करने के लिए इन तीन अधिकारियों में से दो के हस्ताक्षर होना आवश्यक हैं."
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घोटाले की जांच जारी, अभी गिरफ्तारी नहीं
पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 450 467 468 120 बी एवं भ्रष्टाचार निवारण की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है. फिलहाल किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. मामले के अनुसार भोपाल के कटारा हिल्स स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में विश्वविद्यालय का खाता है. इसके अलावा नर्मदापुरम जिले के पिपरिया स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में भी खाता है. इन खातों में एक जैसे नंबर की 25-25 करोड़ की चार एफडी मिली हैं. विश्वविद्यालय की लेखा शाखा के अनुसार एफडी 16 व 19 दिसंबर 2022 को खोली गईं. पिपरिया स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में भी 25-25 करोड़ की एफडी 31 मार्च 2022 को खोली गई है.