भोपाल। गोविंदपुरा थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर ने बताया "राजुल अग्रवाल भेल से रिटायर्ड हैं. उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है कि साकेत नगर में रहने वाले शशांक वर्मा उर्फ सन्नी को वह 25 साल से जानते हैं. बीते 14 अगस्त को वह मुझे अपने साथ होटल सिलेस्टियल पार्क लेकर गया. उसने कहा कि होटल में एक रशियन लड़की से रातभर मुलाकात कराएंगे. राजुल उसके साथ होटल चले गए. करीब 15 मिनट होटल में रहने के बाद वह रूम छोड़कर आ गए."
वीडियो डिलीट करने के नाम पर ब्लैकमेलिंग
शिकायत में बताया गया है कि 15 अगस्त को शाम सन्नी उनके पास आया. उसने एक सामान्य फोटो वीडियो दिखाया, जिसमें राजुल रशियन लड़की के साथ नाश्ता व ड्रिंक कर रहे हैं. सन्नी ने उन्हें धमकाया कि इस तरह के उसके पास 27 और वीडियो हैं, जिनमें से कुछ बहुत ज्यादा आपत्तिजनक हैं. मामला शांत करने के लिए राजुल से उसने 1 लाख रुपए मांगे. राजुल ने पैसे देने से मना कर दिया. इसे बाद राजुल को सन्नी वीडियो डिलीट कराने के बहाने एमपी नगर में एक अपार्टमेंट में ले गया.
क्राइम ब्रांच के नाम से धमकाकर वसूली
10 मिनट बाद सन्नी ने लौटकर उन्हें बताया कि दलाल (महिला) के साथ विवाद हो गया है. इसके बाद सन्नी के फोन पर कथित क्राइम ब्रांच से फोन आने लगे और राजुल की गिरफ्तारी का दबाव बनाते हुए डराया जाने लगा. उनके साथ मारपीट कर कंप्रोमाइज करने के लिए 55 हजार रुपए ले लिया गए. उन्हें कई बार क्राइम ब्रांच का कथित अधिकारी के नाम से डराया गया. वह इतने डर गए कि सन्नी की हर बात मानने लगे. आरोपी उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी देते रहे. इसके बाद आरोपी उन्हें फिर उसी होटल के कमरा नंबर-105 में लेकर पहुंचे. होटल में सन्नी ने पूजा राजपूत नाम की महिला को बुलाया. सभी ने पार्टी की. राजुल को वाशरूम में बंद कर दिया. रात में राजुल होटल में ही आरोपियों के साथ रहे.
रिटायर्ड अफसर से ऑनलाइन ट्रांसफर कराई रकम
पीड़ित ने बताया कि 20 अगस्त की शाम को वह अपने घर पहुंचे. सन्नी दबाव बनाकर उनसे 50 हजार रुपए फिर ले लिए. 20 अगस्त को रात करीब 11 बजे सन्नी अपने साथी दीपक मगौरे को लेकर आया दोनों उनका अपहरण किया और जबलपुर ले गए. उनके यूपीआई अकाउंट से 40 हजार अपने अकाउंट में ट्रांसफर कराए. इसके साथ ही एटीएम से 60 हजार रुपए निकलवाए. 30 अगस्त को 7 बजे वह जबलपुर से घर पहुंचे.