भोपाल। नगर निगम भोपाल में कोई भी काम समय पर पूरा नहीं होता है. इसका कारण निगम के अधिकारियों की लापरवाही और लेटलतीफी है. जिसकी वजह से आए दिन जनता को कई समस्याओं से जूझना पड़ता है, लेकिन इस बार अधिकारियों की गलती का खामियाजा नगर निगम में सफाई करने वाले दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के साथ अन्य लोगों को भुगतना पड़ेगा, कर्मचारियों को अब बारिश में भींगते हुए शहर की सफाई समेत अन्य काम करने होंगे.
अधिकारियों की देरी से खुली नींद
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में बारिश का दौर शुरु हो चुका है. भोपाल में जोरदार बारिश हो रही है, लेकिन नगर निगम के कर्मचारियों के पास रेनकोट नहीं है. हालांकि इसके लिए केंद्रीय भंडार शाखा के अधिकारियों ने 50 लाख रुपए से रेनकोट खरीदी का टेंडर जारी किया है, लेकिन इसके लिए कर्मचारियों को दो महीने का इंतजार करना पड़ेगा. इसका कारण रेनकोट खरीदी के लिए देरी से टेंडर जारी करना है.
बरसात खत्म होने के बाद मिलेगा रेनकोट
नगर निगम में 8 हजार से अधिक ऐसे कर्मचारी और दैनिक वेतन भोगी हैं, जिन्हें फील्ड में काम करना पड़ता है. बारिश के दौरान भी काम होता रहे और कर्मचारियों का स्वास्थ्य ठीक रहे. इसके लिए नगर निगम द्वारा कर्मचारियों को बरसात से पहले रेनकोट उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन इस बार टेंडर 10 जुलाई के बाद जारी किया गया. अब इसके लिए इच्छुक उम्मीदवार टेंडर भरेंगे. फिर उनका चयन होने के बाद वर्क आर्डर जारी होगी. इस पूरी प्रक्रिया में एक महीने का समय लग जाएगा. इसके बाद जिस फर्म को ठेका मिलेगा, उसे रेनकोट सप्लाई करने में भी 15 से 20 दिन का समय लगेगा. ऐसे में इस बार नगर निगम कर्मचारियों को बरसात खत्म होने के बाद ही रेनकोट मिल पाएंगे.
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50 लाख रुपए से होगी रेनकोट की खरीदी
नगर निगम ने जो टेंडर जारी किया है, उसके अनुसार 50 लाख रुपए के रेनकोट खरीदे जाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि यह रेन कोर्ट फील्ड में काम करने वाले सफाईकर्मी, फायर ब्रिगेड, जल कार्य और सीवेज समेत अन्य विभागों में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए खरीदे जा रहे हैं. इस मामले में जब नगर निगम के उपायुक्त योगेंद्र पटेल से बात की गई, तो उनका कहना था कि अभी रेनकोट खरीदी के बारे में कोई जानकारी नहीं है. अधिकारियों से पूछने के बाद ही जबाव दे पाएंगे.