भोपाल। भोपाल की सिटी बस सर्विस सुविधा पाने के लिए स्मार्ट पास बनते हैं. शुरुआती दिनों में स्टूडेंट्स, कामकाजी महिला, निगम-मंडल के कर्मचारियों के लिए अलग-अलग कैटेगिरी में पास बनते थे. जिसका किराया 300 रुपए से शुरू होता था. अब लंबे अर्से बाद बीसीएलएल ने दृष्टिबाधितों के लिए अच्छा फैसला लिया है.
भोपाल में 24 रूटों पर चलती हैं सिटी बसें
गौरतलब है कि राजधानी में चलने वाली लो-फ्लोर सिटी बसों में रोजाना एक लाख 60 हजार से एक लाख 80 हजार तक यात्री सफर करते हैं. इन बसों का संचालन नगर निगम की होल्डिंग कंपनी भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड अपने चार ऑपरेटर्स के माध्यम से करती है. शहर के अलग-अलग 24 रूटों पर 386 बसें चलती हैं. जिसमें से 77 बसें सीएनजी हैं. वर्तमान में अप-डाउनर्स के 20 हजार से अधिक मंथली पास बने हुए हैं. जिसकी मंथली फीस 800 रुपए हैं. इस पास से किसी भी बस में असीमित सफर कर सकते हैं. इसे मल्टी पास कहा जाता है. अब इसमें एक कैटेगिरी ओर जुड़ने जा रही है. यह कैटेगिरी दृष्टिबाधितों के लिए है.
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सामान्य यात्रियों के लिए मासिक पास 800 रुपये में
दृष्टिबाधितों के लिए बीसीएलएल 200 रुपए महीने का स्मार्ट बस पास बनाकर देगी. कोई भी दृष्टिबाधित यह पास बनवा सकता है. स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले या प्राइवेट नौकरी करने वाले दृष्टिबाधितों को इस सुविधा से आसानी होगी. गौरतलब है कि वर्तमान में 800 रुपए का मासिक पास बीसीएलएल कंपनी बनाकर दे रही है. वहीं आपरेटर्स अपने तय रूटों पर सिंगल रूट पास बना सकते हैं. इसमें भी छूट मिलती है. सिंगल रूट के लिए बने पास का पैसा सीधे बस आपरेटर्स को मिलता है. जबकि 800 रुपए वाला पास आनलाइन बनता है. यह बीसीएलएल की सभी बसों और रूट्स पर मान्य होता है. इसका पैसा अलग-अलग आपरेटर्स में डिवाइड होता है. यही वजह है कि सीएनजी बस आपरेटर्स इस पास को नहीं मान रहे हैं.