इंदौर। शहर के लसुड़िया थाना क्षेत्र में करीब सालभर पहले भोपाल के रहने वाले मिलिंद की मौत हो गई थी. इस मामले की जांच पुलिस सालभर से कर रही थी. पुलिस ने जांच में पाया कि मिलिंद ने अपने पार्टनर राजेश खांडे और रमेश मेहता से प्रताड़ित होकर सुसाइड की थी. पुलिस ने अब सालभर बाद आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. मिलिंद बीते साल 30 सितंबर को स्कीम नंबर 94 की फ्लोरा होटल में रुके थे. यहीं पर उन्होंने सुसाइड किया था.
होटल के कमरे में मृत मिला आर्किटेक्ट
जब मिलिंद रूम से बाहर नहीं निकले तो होटल स्टाफ ने देखा कि वह मृत अवस्था में पड़े हुए थे. कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला था. इसमें मृतक ने अपने दोनो पार्टनर राजेश ओर एक अन्य के कारण परेशान होने का जिक्र किया था. मिलिंद ने अपनी पत्नी से भी परेशानी का जिक्र किया था. बता देंकि मिलिंद ने भोपाल रेलवे स्टेशन, एमपी टूरिज्म, पुलिस हाउसिंग, टाइगर रिजर्व, कूनो नेशनल पार्क, मिंटो हॉल जैसे प्रोजेक्ट में आर्किटेक्ट के रूप में काम किया था. प्रकरण दर्ज करने की पुष्टि थाना प्रभारी तारेश सोनी ने की है.
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डिप्रेशन में आरक्षक ने घर में किया सुसाइड
इंदौर के गांधीनगर थाना क्षेत्र के समर्थ सिटी में रहने वाले पुलिस आरक्षक महेश धामड़ ने अपने ही घर में आत्महत्या कर ली. घटना के समय परिवार किसी काम से घर से बाहर था. जब परिजन लौटकर आए तो महेश ने काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला. इसके बाद पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया. जब घर के अंदर जाकर देखा तो महेश मृत अवस्था में मिले. महेश इंदौर के सदर बाजार थाने में आरक्षक के पद पर थे. वह डिप्रेशन में चल रहे थे. बताया जा रहा है कि परिवार में भी कुछ विवाद चल रहा था. गांधीनगर थाना प्रभारी अनिल यादव का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.