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भोजपुर में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस पर लगे गंभीर आरोप, लोगों ने किया सड़क जाम

Road Jam In Bhojpur: भोजपुर में एक नेता की नाबालिग बेटी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर आक्रोशित लोगों ने शनिवार को सड़क जाम किया. जहां सभी ने पुलिस पर मामले की लीपापोती करने और अनुसंधान को गलत दिशा में मोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है.

Road Jam In Bhojpur
नाबालिक से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस पर लगे गंभीर आरोप
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 3, 2024, 7:36 PM IST

भोजपुर: बिहार में दुष्कर्म के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. पुलिस इस पर रोकथाम लगाने में पूरी तरह से असफल दिख रही है. आरा में नाबालिग से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामला इसका बड़ा प्रमाण है. घटना को अंजाम दिए 48 घंटे से ऊपर हो गए लेकिन इस मामले में मुख्य आरोपी अब तक फरार है. इसी बात से आक्रोशित होकर परिजनों और ग्रामीणों ने शनिवार को सड़क जाम कर प्रदर्शन किया है.

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप: मिली जानकारी के अनुसार, आरा में सत्ताधारी गठबंधन में शामिल पार्टी के नेता की नाबालिग बेटी के साथ हुआ सामूहिक दुष्कर्म मामला अब तूल पकड़ते जा रहा है. जहां पीड़िता के परिजनों ने भोजपुर एसपी और इस केस का अनुसंधान कर रहे पुलिस पदाधिकारियों पर मामले की लीपापोती करने और अनुसंधान को गलत दिशा में मोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है. इस दौरान राष्ट्रीय लोजपा के जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने कहा कि पीड़िता के परिजनों के साथ पुलिस का यह व्यवहार गलत है. जिसके खिलाफ आज हम लोगों ने सड़क जाम किया है.

आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग: वहीं, पीड़ित परिजनों ने दुष्कर्म में शामिल बदमाशों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है. इसी बात को लेकर उन्होंने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया है. जिससे आरा शहर के सदर अस्पताल स्थित मुख्य बाजार पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया. इस दौरान पीड़ित परिजन भोजपुर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते दिखे. वहीं, जाम की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया.

"पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार यादव मेरी बेटी के साथ गैंगरेप मामले में दबाव बना रही है. बेटी का ब्यान बदलने की कोशिश की जा रही है. बेटी को महिला थानाध्यक्ष अंशु कुमारी द्वारा ब्यान बदलने के लिए बार-बार टॉर्चर किया जा रहा है." - पीड़िता के पिता

"पुलिस अपना अनुसंधान कर रही है. जो भी आरोप परिजनों के द्वारा लगाया जा रहा है वो बिल्कुल निराधार है. मेडिकल जांच के दौरान जो सबूत इकट्ठा किए गए हैं, उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. जिसकी रिपोर्ट भी जल्द आ जाएगी. फिलहाल हम लोग कोर्ट में पीड़िता का बयान दर्ज कराने के साथ पूरे मामले की छानबीन कर रहे हैं." - परिचय कुमार, सदर एसडीपीओ, आरा

1 फरवरी को हुई वारदात: बता दें कि पिछले 1 फरवरी की रात कोईलवर थाना क्षेत्र के गिधा ओपी अन्तर्गत एक गांव में घर में पढ़ रही नाबालिग को गांव के नामजद युवकों ने जबरन उठा लिया था. फिर खेत में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था. इस घटना के बाद पीड़िता की हालत गंभीर हो गई थी. उसे परिजनों द्वारा इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पीड़ित बच्ची के पिता राष्ट्रीय लोजपा पार्टी के जिला ईकाई के बड़े नेता हैं और वो सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी विधायक के रिश्तेदार भी है.

इसे भी पढ़े- नाबालिग को घर से खींचकर ले गए, फिर किया गैंगरेप, परिवार वाले बोले- खेत में बेसुध मिली बेटी

भोजपुर: बिहार में दुष्कर्म के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. पुलिस इस पर रोकथाम लगाने में पूरी तरह से असफल दिख रही है. आरा में नाबालिग से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामला इसका बड़ा प्रमाण है. घटना को अंजाम दिए 48 घंटे से ऊपर हो गए लेकिन इस मामले में मुख्य आरोपी अब तक फरार है. इसी बात से आक्रोशित होकर परिजनों और ग्रामीणों ने शनिवार को सड़क जाम कर प्रदर्शन किया है.

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप: मिली जानकारी के अनुसार, आरा में सत्ताधारी गठबंधन में शामिल पार्टी के नेता की नाबालिग बेटी के साथ हुआ सामूहिक दुष्कर्म मामला अब तूल पकड़ते जा रहा है. जहां पीड़िता के परिजनों ने भोजपुर एसपी और इस केस का अनुसंधान कर रहे पुलिस पदाधिकारियों पर मामले की लीपापोती करने और अनुसंधान को गलत दिशा में मोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है. इस दौरान राष्ट्रीय लोजपा के जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने कहा कि पीड़िता के परिजनों के साथ पुलिस का यह व्यवहार गलत है. जिसके खिलाफ आज हम लोगों ने सड़क जाम किया है.

आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग: वहीं, पीड़ित परिजनों ने दुष्कर्म में शामिल बदमाशों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है. इसी बात को लेकर उन्होंने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया है. जिससे आरा शहर के सदर अस्पताल स्थित मुख्य बाजार पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया. इस दौरान पीड़ित परिजन भोजपुर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते दिखे. वहीं, जाम की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया.

"पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार यादव मेरी बेटी के साथ गैंगरेप मामले में दबाव बना रही है. बेटी का ब्यान बदलने की कोशिश की जा रही है. बेटी को महिला थानाध्यक्ष अंशु कुमारी द्वारा ब्यान बदलने के लिए बार-बार टॉर्चर किया जा रहा है." - पीड़िता के पिता

"पुलिस अपना अनुसंधान कर रही है. जो भी आरोप परिजनों के द्वारा लगाया जा रहा है वो बिल्कुल निराधार है. मेडिकल जांच के दौरान जो सबूत इकट्ठा किए गए हैं, उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. जिसकी रिपोर्ट भी जल्द आ जाएगी. फिलहाल हम लोग कोर्ट में पीड़िता का बयान दर्ज कराने के साथ पूरे मामले की छानबीन कर रहे हैं." - परिचय कुमार, सदर एसडीपीओ, आरा

1 फरवरी को हुई वारदात: बता दें कि पिछले 1 फरवरी की रात कोईलवर थाना क्षेत्र के गिधा ओपी अन्तर्गत एक गांव में घर में पढ़ रही नाबालिग को गांव के नामजद युवकों ने जबरन उठा लिया था. फिर खेत में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था. इस घटना के बाद पीड़िता की हालत गंभीर हो गई थी. उसे परिजनों द्वारा इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पीड़ित बच्ची के पिता राष्ट्रीय लोजपा पार्टी के जिला ईकाई के बड़े नेता हैं और वो सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी विधायक के रिश्तेदार भी है.

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