भिंड। मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की टेंशन कम होने का नाम नहीं ले रही है. शिवपुरी के बाद अशोकनगर से कांग्रेस के यूथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष और गुना सांसद केपी यादव के भाई अजयपाल यादव ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बीजेपी में इनकी दोबारा एंट्री केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कराई है. इस मौके पर सिंधिया ने पीएम के झाबुआ दौरे पर आभार व्यक्त किया, साथ ही कांग्रेस पर भी निशाना साधा.
चंबल अंचल में एक और झटका
जैसे जैसे लोकसभा का चुनावी माहौल बन रहा है वैसे वैसे ही कांग्रेस के लिए मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं. एक के बाद एक नामी नेता कांग्रेस से दामन छुड़ा कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. पहले शिवपुरी के पूर्व विधायक ने बीजेपी ज्वाइन की,वहीं अब गुना सांसद केपी सिंह के भाई और अशोकनगर यूथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष अजयपाल यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष बीजेपी में वापसी कर ली.
पीएम मोदी का जताया आभार
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीएम मोदी के झाबुआ दौरे को लेकर उनका आभार जताया. उन्होंने कहा कि जिस तरह एमपी के मन में मोदी हैं वैसे ही पीएम के मन में भी एमपी बसा है. प्रधानमंत्री ने झाबुआ से मध्यप्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों के लिए 10 हजार करोड़ की सौगातें दी हैं. एमपी के किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि के 1500 रुपये की किस्त भी डाली है.
आबूधाबी में राम की प्राण प्रतिष्ठा
सिंधिया ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि जल्द ही पीएम मोदी आबूधाबी जाने वाले हैं. आबूधाबी में होने जा रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर भी हर्ष जताते हुए सिंधिया ने कहा कि ये गर्व की बात है कि अब अयोध्या से प्रभावित होकर आबूधाबी में भी भगवान राम की स्थापना होने जा रही है. जिसके इनोग्रेशन के लिए प्रधानमंत्री मोदी भी वहां जा रहे हैं. ये ऐसा मौका है कि भारतीयों के साथ ही दुनिया भर के करोड़ों प्रवासी राम भक्तों के लिए महत्वपूर्ण और गर्व का मौका है.
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'कांग्रेस बैंक्रप्ट हो चुकी'
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए निष्कासित किए जाने पर भी सिंधिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस देश को बैंक्रप्ट करना चाहती थी वह आज खुद बैंक्रप्ट हो चुकी है.आज कांग्रेस की ना कोई सोच है ना कोई विचारधारा है. जो पार्टी भगवान श्रीराम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण नकार सकती है. आने वाले दिनों में इस देश की जनता पिछले 10 वर्षों की तरह एक बार फिर उसे नकार कर जवाब देगी.