भिंड। चंबल और हथियारों का नाता बहुत पुराना है. चंबल के बीहड़ और डकैत दोनों ही धीरे धीरे खत्म हो गए, लेकिन जो नहीं खत्म हुआ वह है हथियारों का शौक. जिसके चलते कई दबंग या आपराधिक प्रवर्ती के लोग आज भी अवैध हथियारों की नुमाइश करते हैं, या वारदातों को अंजाम देते हैं. ऐसे ही शौक पूरे करने के लिए भिंड जिले में लगायी गई अवैध कट्टा फैक्ट्री का भांडाफोड़ भिंड पुलिस ने सोमवार को किया है. पुलिस ने अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री के साथ साथ दो आरोपी भी पकड़े हैं.
खेत की गूगल लोकेशन के जरिये आरोपियों तक पहुंची पुलिस
भिंड पुलिस नियंत्रण कक्ष में प्रेस कान्फ्रेंस बुला कर इस पूरे मामले का खुलासा किया गया है. पुलिस अधीक्षक असित यादव ने बताया कि एक मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली थी कि बीजपुरी गांव के एक खेत में कुछ लोग अवैध कट्टे की फैक्ट्री चला रहे हैं. जिस पर तुरंत साइबर सेल और देहात कोतवाली पुलिस ने संयुक्त रूप से पहुंच कर दो लोगों को पकड़ा. जो खेत में अवैध कट्टे बना रहे थे. जिन्हें पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया. साथ ही उस खेत मालिक को भी पुलिस गिरफ़्तार करने के प्रयास कर रही है.
उत्तर प्रदेश से बुलाए गए थे अवैध हथियारों के कारीगर
एसपी असित यादव के मुताबिक पकड़े गये दोनों आरोपी उत्तरप्रदेश के रहने वाले थे और मूलतः अवैध कट्टे बनाने का ही काम करते थे. दोनों पर कई मामले पहले से दर्ज हैं. गिरफ्तार आरोपियों में गुड्डा उर्फ आलोक जाटव गदनपुरा दौहरा थाना जहानगंज जिला फरूख्खाबाद, और जुझार सिंह निवासी लालपुरा जिला मेनपुरी का रहने वाला है. वहीं बीजपुरी में जिस व्यक्ति के खेत में ये कट्टा फैक्ट्री संचालित हो रही थी. उस आरोपी का नाम टप्पे सिंह उर्फ दिलीप भदौरिया बताया जा रहा है. जो अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
कितना असला हुआ बरामद
पुलिस ने इस पूरी कार्रवाई के दौरान मौके से कट्टा फैक्ट्री में 315 बोर के 7 कट्टे और 2 आधे बने हुए 315 बोर के कट्टे, 2 ड्रिल मशीन, 2 पकड़ मशीन (दबाने वाली) के साथ ही अलग-अलग तरह की मशीन और सामग्री बरामद की है. साथ ही देसी कट्टा बनाने में इस्तेमाल होने वाले 2 अलग-अलग तरह के लोहे की पत्तियां और पाइप और मैटेरियल बरामद किए हैं.
कब से डाल रखा था हथियार माफियाओं ने डेरा
पुलिस के मुताबिक ये आरोपी भिंड में पहले भी दो बार आ चुके हैं. इस बार पिछले 10 दिनों से यहां अवैध कट्टा फैक्ट्री संचालित कर रहे थे और प्रतिदिन दो अवैध देसी कट्टे बनाकर तैयार करते थे. पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि आखिर वे इन हथियारों को किसे बेच रहे थे या बेचने वाले थे.