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मध्यप्रदेश के इस जिले में हैं खतरों के खिलाड़ी, पानी से लबालब पुल पर खतरों का सफर कर रहे लोग - People cross bridge risking lives

ग्वालियर चंबल अंचल में आसमान से आफत बरस रही है. सड़के पानी से लबालब है. भिंड जिले में बीते 36 घंटे बारिश हुई तो गांव के गांव डूब गए. मुख्य मार्गों पर बारिश का पानी दो फी तक बह रहा है, और बाढ़ जैसे हालातों में भी कई लोग ऐसे हैं जो तेज धार वाले रास्तों को पार करने के लिए अपनी जान तक जोखिम में डाल रहे हैं.

PEOPLE CROSS BRIDGE RISKING LIVES
जान जोखिम में डाल लोग पार कर रहे रास्ता (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 8, 2024, 6:40 AM IST

भिंड। अक्सर तेज धार पानी के बहाव में लोगों के वाहनों सहित बहने की तस्वीरें आपने देखी होंगी, लोग जान जोखिम में डाल कर भी पानी वाले रास्तों को पार करने का प्रयास करते हैं और हादसों का शिकार हो जाते हैं. बावजूद इसके चंबल अंचल में कोई इससे सबक नहीं ले रहा है. ताजा तस्वीर अंचल के भिंड जिले से सामने आई है. जहां लोग जान जोखिम डालकर पानी से लबालब पुल को पार कर रहे हैं.

जान हथेली पर रख पुल पार कर रहे ग्रामीण (Etv Bharat)

बारिश से बाढ़ के हालात, कई गांव के रास्ते बंद
मानसून में लगातार बारिश के चलते ग्वालियर चम्बल अंचल में ऑरेंज अलर्ट हैं. भारी बारिश से भिंड जिले में आधा दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ जैसे हालात हैं. लोग परेशानियों से घिरे हुए हैं. पानी के तेज बहाव से गोहद क्षेत्र के कई रास्ते बंद हो चुके हैं. इलाके में बेसली नदी से अत्यधिक पानी आ जाने के चलते ऐंचाया गांव पूरी तरह से कट चुका है और उसके साथ ही आगे पड़ने वाले एक दर्जन से अधिक गांव का रास्ता भी अवरुद्ध हो चुका है.

जान जोखिम में दाल नदी पार कर रहे राहगीर
इस स्थिति में भी लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने का प्रयास कर रहे हैं. अपनी जान जोखिम में डालकर पैदल बाइक और चार पहिया वाहनों से बेसली नदी के रपटे से निकलने का जोखिम उठा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि लोग इस खतरे से अनजान हैं, लेकिन ग्रामीणों द्वारा किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए यहां से गुजरने वाले लोगों को पकड़ कर रपटा पार कराया जा रहा है. जिसकी तस्वीर खतरे की दास्तां बयां कर रही है. Water level rises in Basli river

People crossing bridge
रास्ता पार करते बच्चे (Etv Bharat)

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प्रशासन की अनदेखी, ग्रामीणों ने संभाला मोर्चा
इस सबके बावजूद प्रशासन ने अपनी आंखें बंद कर रखी हैं. न तो प्रशासन की ओर से इस रास्ते को पार करने के लिए किसी प्रकार के बोर्ड का इंतजाम किया गया है, न ही कोई रेस्क्यू टीम यहां पहुंचाई है. गांव वालों का कहना है कि लोग यहां से रास्ता पार करने का प्रयास कर रहे हैं ऐसे में कोई दुर्घटना ना हो जाए इसलिए गांव के लोग उन्हें रास्ता पार करने में मदद कर रहे हैं. स्थानीय लोगों को तो नदी का अंदाजा होता है लेकिन बाहर से आने वाले राहगीर को मुश्किल होती है जिसे रास्ता पार करना होता है उसकी मदद की जाती है. लेकिन कई लोग वापस भी लौट जाते हैं.

हादसे को न्यौता देता प्रशासन
इन हालातो में भी प्रशासन की उदासीनता साफ समझी जा सकती है क्योंकि अगर समय रहते यहां पर सुरक्षा और रेस्क्यू व्यवस्थाएं नहीं की गई तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

भिंड। अक्सर तेज धार पानी के बहाव में लोगों के वाहनों सहित बहने की तस्वीरें आपने देखी होंगी, लोग जान जोखिम में डाल कर भी पानी वाले रास्तों को पार करने का प्रयास करते हैं और हादसों का शिकार हो जाते हैं. बावजूद इसके चंबल अंचल में कोई इससे सबक नहीं ले रहा है. ताजा तस्वीर अंचल के भिंड जिले से सामने आई है. जहां लोग जान जोखिम डालकर पानी से लबालब पुल को पार कर रहे हैं.

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जान जोखिम में दाल नदी पार कर रहे राहगीर
इस स्थिति में भी लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने का प्रयास कर रहे हैं. अपनी जान जोखिम में डालकर पैदल बाइक और चार पहिया वाहनों से बेसली नदी के रपटे से निकलने का जोखिम उठा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि लोग इस खतरे से अनजान हैं, लेकिन ग्रामीणों द्वारा किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए यहां से गुजरने वाले लोगों को पकड़ कर रपटा पार कराया जा रहा है. जिसकी तस्वीर खतरे की दास्तां बयां कर रही है. Water level rises in Basli river

People crossing bridge
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हादसे को न्यौता देता प्रशासन
इन हालातो में भी प्रशासन की उदासीनता साफ समझी जा सकती है क्योंकि अगर समय रहते यहां पर सुरक्षा और रेस्क्यू व्यवस्थाएं नहीं की गई तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

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