कोटाः भारतीय किसान संघ ने अपनी सरकार की घेराबंदी की तैयारी शुरू कर दी है. संघ के पदाधिकारियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए 7 अक्टूबर को विधानसभा घेराव करने का निर्णय किया है.
सरकार पर धोखा देने का आरोपः संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार ने किसानों को धोखा दिया है. भारतीय किसान संघ के चित्तौड़ प्रांत के अध्यक्ष शंकरलाल नागर ने कहा कि भारतीय किसान संघ लंबे समय से आंदोलन कर रहा है. सरकार पूरी तरह से असंवेदनशील है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि मंत्री भी उपलब्ध नहीं है, इसी के चलते किसानों के हित प्रभावित हो रहे हैं. राजस्थान में आने वाले दिनों में समर्थन मूल्य पर सोयाबीन और मूंग की खरीद के आदेश भी जारी नहीं हुए हैं. इसका समाधान सरकार नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि विधानसभा घेराव में चित्तौड़ प्रांत के 16 जिलों के किसान जयपुर पहुंचने वाले हैं.
बिजली तंत्र फेलः भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष जगदीश शर्मा कलमंडा का कहना है सोयाबीन, उड़द, मूंग, बाजरा और मक्का की खरीद हमारा प्रमुख विषय है. सरकार ने वादा किया था कि 8 घंटे बिजली दी जाएगी, लेकिन बिजली तंत्र पूरी तरह से फेल है. इसी के चलते सप्लाई नहीं मिल पाती है. यहां तक कि किसानों को मिलने वाली सब्सिडी भी नहीं दी जा रही है. किसानों से बीमा व आपदा राहत कोष में भी पैसा ले लिया, लेकिन किसानों को मुआवजा फसल खराब होने पर भी नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सर्वे और गिरदावरी से खराबी का आकलन नहीं किया है तो मुआवजा कैसे मिलेगा?.