लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने अपने नेताओं के लिए टारगेट सेट कर दिया है. प्रत्येक नेता को कम से कम 100 प्राथमिक सदस्य बनाने होंगे. 100 सदस्य बनने के बाद ही नेता खुद सक्रिय सदस्य बन पाएगा. सक्रिय सदस्य बनने के बाद ही उसकी कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी. बीजेपी का सदस्यता अभियान सोमवार से राष्ट्रीय स्तर पर शुरू हो गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी मंगलवार को सुबह 11:00 बजे विश्वेश्वरैया हाल में प्राथमिक सदस्यता दिलाएंगे. इसके बाद में उत्तर प्रदेश में लगभग 3 करोड़ सदस्य बनाए जाएंगे.
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी एक बूथ के 20 प्रतिशत वोटर को अपना कार्यकर्ता बनाएगी, ताकि लोकसभा चुनाव 2027 में उसके प्रत्येक बूथ पर जीत हासिल करने में मदद मिल सके. पूरे देश में 2 सितंबर से भारतीय जनता पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू हो गया है. जब दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले कार्यकर्ता के तौर पर पर्ची सौंपेंगे. इसके अगले दिन तीन सितंबर को लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के नए सदस्यता अभियान में पहला कार्यकर्ता बनाएंगे.
उत्तर प्रदेश में करीब 1 लाख 68 हजार बूथ हैं. बीजेपी कुल 3 लाख से अधिक कार्यकर्ता बनाने का प्रयास कर रही है. एक बूथ के लिए 200 कार्यकर्ताओं का लक्ष्य तय किया जा रहा है. बूथ पर मतदाताओं की संख्या लगभग 1000 होती है. इस हिसाब से 20 प्रतिशत वोटर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता होंगे.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक अवस्थी ने बताया कि बीजेपी के संविधान के मुताबिक, प्रत्येक 6 वर्ष में सदस्यता समाप्त हो जाती है, फिर सदस्यता और चुनाव नए सिरे से होते हैं. इस बार सदस्यता में जो भी नेता 100 प्राथमिक सदस्य बनाएगा, उसको पार्टी का सक्रिय सदस्य बनाया जाएगा. यह सक्रिय सदस्य आगे जिलाध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर चुनाव में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे. इसलिए भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश के सभी बड़े नेताओं को सक्रिय सदस्य बनने के लिए 100 प्राथमिक सदस्य जरूर बनाने होंगे.
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