जयपुर. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में नारी शक्ति वंदन कानून पारित कर चुकी है. ऐसे में भले ही राजनीति में 50 फीसदी आरक्षण महिलाओं को देरी से मिलेगा, लेकिन राजस्थान की भजनलाल सरकार ने नारी शक्ति का वंदन कर दिया है. जी हां, मुख्यमंत्री ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
दरअसल, सरकार ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं के लिए आरक्षण की सीमा को बढ़ाया है. पहले यह आरक्षण 30 प्रतिशत था, जिसे बढ़ाकर अब 50 प्रतिशत कर दिया गया है.
अधिनियम में संशोधन : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान पंचायती राज अधिनियम में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. भाजपा की ओर से संकल्प पत्र में यह वादा किया गया था, जिसे सीएम भजन लाल शर्मा ने पूरा कर दिया है. सरकार का मानना है कि इस निर्णय से राज्य में महिलाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे और वे आत्मनिर्भर होकर सशक्त बन सकेंगी. सीएम शर्मा ने अपने कार्यकाल के 6 महीने पूरे होने के उपलक्ष्य में यह बड़ी घोषणा की है.
भजनलाल ने 15 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. शनिवार को उनके कार्यकाल के 6 माह पूरे हो रहे हैं. उधर सीएम के इस निर्णय के बाद महिलाओं में खासा उत्साह है. वहीं, शिक्षा मंत्री मंदन दिलावर ने भी सीएम के इस फैसले पर आभार जताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी नारी सम्मान में हमेशा अग्रणी रही है. इस क्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं के आरक्षण को 30% से बढ़ाकर 50% किया है.