नई दिल्ली: भैरों मार्ग से रिंग रोड को जोड़ने वाले अंडरपास का एक हिस्सा यातायात के लिए बनकर तैयार है. लेकिन अब उसे भी उद्घाटन का इंतजार है. प्रगति मैदान टनल में लगने वाले जाम को देखते हुए करीब दो सप्ताह पहले निर्माण एजेंसी और लोक निर्माण विभाग ने संबंधित एक हिस्से को खोलने का प्रस्ताव रखा था. कहा जा रहा था कि 26 जनवरी के बाद इस एक हिस्से को खोल दिया जाएगा और इसके बाद से यातायात शुरू हो जाएगा. लेकिन इसे खोलने की फाइल अभी भी अधर में लटकी हुई है. इस पर अभी भी कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोक निर्माण विभाग और दिल्ली सरकार की ओर से अभी तक यह तय नहीं हो पा रहा है कि अंडरपास के आधे हिस्से का उद्घाटन कराया जाए या फिर पूरा हिस्सा तैयार होने पर उद्घाटन कार्यक्रम किया जाए. अगर उद्घाटन कार्यक्रम किया जाता है तो दिल्ली के एलजी को भी आमंत्रित करना होगा. क्योंकि अंडरपास प्रगति मैदान टनल प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसमें केंद्र सरकार की तरफ से भी बड़ी धनराशि दी गई है. दोनों ही सरकार के तालमेल के बाद ही साफ होगा पाएगा कि कब अंडरपास का उद्घाटन किया जाएगा. हालांकि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इस बाबत खुलकर बोलने से बच रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ इंडिया गेट सर्कल के पास पटियाला हाउस कोर्ट रोड से शुरू होने वाले प्रगति मैदान टनल से लोग आए दिन जाम से जूझ रहे हैं. बिना किसी पूर्व सूचना के टनल के अंदर मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाता है. जिससे टनल के अंदर की एक से दो लेन अचानक बंद कर दी जाती है. खासकर इंडिया गेट की तरफ से आने वाले लोगों को शाम के समय जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है. शाम के वक्त वाहनों का दबाव ज्यादा रहता है ऊपर से टनल की एक से दो लाइन बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दी जा रही है. जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है.
- यह भी पढ़ें- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के होस्टल में MBBS की छात्रा ने की खुदकुशी, जांच में जुटी पुलिस
आपको बता दें कि जून 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1.3 किलोमीटर लंबी प्रगति मैदान टनल और उससे जुड़े पांच अंडरपास का उद्घाटन किया था. लेकिन अंडरपास टनल प्रोजेस्ट से छठे प्रोजेक्ट भैरव सिंह मार्ग टनल तैयार न होने के कारण उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया था. उस वक्त भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन आईटीपीओ के तत्कालीन कमांडर ने कहा था कि अभी छठे अंडरपास टनल को पूरा होने में समय लगेगा. इसे अगस्त 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा, उसका अलग से लोकार्पण कार्यक्रम होगा. लेकिन इसके बाद से 10 से अधिक बार अंडरपास की समय सीमा को बढ़ाया जा चुका है. अभी तक प्रोजेक्ट को पूरा होने के लिए तैयार हिस्से को खोलने की कोई अंतिम तिथि निर्धारित नहीं की गई है.