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बाढ़ से उजड़ते घर और खेत, भागलपुर में हर साल एक जैसी तबाही... बर्बादी की अंतहीन दास्तान! - BIHAR FLOOD

Bhagalpur flood: भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल के इस्माइलपुर बिनटोली में करोड़ों रुपए से बना बांध के टूटने से कई गांव प्रभावित हुए हैं. दर्जनों घर बह गये. लोग अपने घर को उजड़ते देखकर बिलख-बिलख कर रो रहे हैं. जिला प्रशासन ने राहत शिविर लगाए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर.

भागलपुर बाढ़ का हाल
भागलपुर बाढ़ का हाल (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 21, 2024, 6:43 PM IST

भागलपुर में बाढ़ का मंजर (ETV Bharat)

भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिले में हर साल की तरह इस साल भी बाढ़ ने कहर बरपाया है. भागलपुर के इस्माइलपुर-बिंदटोली तटबंध ध्वस्त होने की वजह से बुद्धूचक इलाके के दर्जनों घर नदी में बह गए हैं. बिंदटोली बांध से अब लोगों द्वारा बंद को धीरे-धीरे खाली कर दिया जा रहा है. कई लोग रोते हुए अपने मकान को खाली कर रहे हैं. बिंद टोली में अभी भी गंगा खतरे के निशान से 58 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. ऐसे में निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बरकरार है.

तीन जगहों पर चल रहा सामुदायिक किचन: लगातार जिला प्रशासन की टीम अनुमंडल प्रशासन कटाव क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर रही है और कैंप भी कर रही है. एसडीएम उत्तम कुमार ने कहा कि 3 जगहों पर सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई. जहां बाढ़ पीड़ितों के लिए खाने का इंतजाम किया गया है. कटाव की वजह से गंगा का पानी आसपास के गांवों में तेजी से फैल रहा है. ग्रामीण अपना-अपना घर खाली करके ऊंचे स्थानों पर जा रहे हैं.

गंगा में समा गई कई गांव
गंगा में समा गई कई गांव (ETV Bharat)

"लगभग 200 फीट बांध टूटकर गंगा में समा गया है. इस हादसे के बाद से क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है. किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं और लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हैं."-ग्रामीण

राहत और बचाव कार्य में जुटा प्रशासन: एसडीएम उत्तम कुमार ने कहा कि लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा. अभी भी काफी संख्या में लोग बांध पर मौजूद हैं. जब तक लोग बांध को खाली नहीं करेंगे तब तक बांध का रिपेयरिंग नहीं हो पाएगा. इसीलिए सभी ग्रामीण से अनुरोध भी किया जा रहा है कि सभी लोग कुछ दिन के लिए बांध को खाली कर दें.

"एसडीआरएफ टीम के साथ नाव की व्यवस्था कर ली गई है. ग्रामीण को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.बाढ़ पीड़ितों के लिए सामुदायिक किचन का आयोजन भी कराया जा रहा है."- उत्तम कुमार, एसडीएम

बाढ़ पीड़ितों के राहत के इंतजाम की जानकारी देते एसडीएम (ETV Bharat)

बांध पर 400 लोगों का है आशियाना: आपको बता दें कि बांध पर रहने वाले लोग में कटावग्रस्त लोग हैं जो कि यहां तीन से चार सालों से रह रहे थे. बांध पर रहने वाले लोगों की बात करें तो हजारों की संख्या में लोग यहां बांध पर रहते हैं वहीं सरकारी आंकड़ों में बांध पर रहने वालों की संख्या 400 के करीब है.

बांध को कराया जा रहा खाली: बता दें कि साल 2008 में 44 करोड़ रुपए की लागत से इस बांध का निर्माण कराया गया था. इस साल 2024 में 15 करोड़ की करीब मरम्मत के नाम पर राशि खर्च की गई थी. फिलहाल विभाग के द्वारा बांध का मरम्मती किया जा रहा है. बाढ़ नियंत्रण के साथ-साथ एसडीआरएफ और जल संसाधन विभाग की टीम मौके पर मौजूद है. प्रशासन की ओर से बिंद टोली बंद पर रह रहे लोगों को अब खाली कराया जा रहा है.

भागलपुर में सबकुछ तबाह
भागलपुर में सबकुछ तबाह (ETV Bharat)

55 करोड़ से बना था तटबंध: भागलपुर में गंगा नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है. इस कारण नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड के इस्माइलपुर बिंदटोली में बना तटबंध टूट गया. यह बांध कुछ दिन पहले ही 44 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था. बांध टूटने से आसपास के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है.

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भागलपुर में बाढ़ का मंजर (ETV Bharat)

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तीन जगहों पर चल रहा सामुदायिक किचन: लगातार जिला प्रशासन की टीम अनुमंडल प्रशासन कटाव क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर रही है और कैंप भी कर रही है. एसडीएम उत्तम कुमार ने कहा कि 3 जगहों पर सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई. जहां बाढ़ पीड़ितों के लिए खाने का इंतजाम किया गया है. कटाव की वजह से गंगा का पानी आसपास के गांवों में तेजी से फैल रहा है. ग्रामीण अपना-अपना घर खाली करके ऊंचे स्थानों पर जा रहे हैं.

गंगा में समा गई कई गांव
गंगा में समा गई कई गांव (ETV Bharat)

"लगभग 200 फीट बांध टूटकर गंगा में समा गया है. इस हादसे के बाद से क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है. किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं और लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हैं."-ग्रामीण

राहत और बचाव कार्य में जुटा प्रशासन: एसडीएम उत्तम कुमार ने कहा कि लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा. अभी भी काफी संख्या में लोग बांध पर मौजूद हैं. जब तक लोग बांध को खाली नहीं करेंगे तब तक बांध का रिपेयरिंग नहीं हो पाएगा. इसीलिए सभी ग्रामीण से अनुरोध भी किया जा रहा है कि सभी लोग कुछ दिन के लिए बांध को खाली कर दें.

"एसडीआरएफ टीम के साथ नाव की व्यवस्था कर ली गई है. ग्रामीण को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.बाढ़ पीड़ितों के लिए सामुदायिक किचन का आयोजन भी कराया जा रहा है."- उत्तम कुमार, एसडीएम

बाढ़ पीड़ितों के राहत के इंतजाम की जानकारी देते एसडीएम (ETV Bharat)

बांध पर 400 लोगों का है आशियाना: आपको बता दें कि बांध पर रहने वाले लोग में कटावग्रस्त लोग हैं जो कि यहां तीन से चार सालों से रह रहे थे. बांध पर रहने वाले लोगों की बात करें तो हजारों की संख्या में लोग यहां बांध पर रहते हैं वहीं सरकारी आंकड़ों में बांध पर रहने वालों की संख्या 400 के करीब है.

बांध को कराया जा रहा खाली: बता दें कि साल 2008 में 44 करोड़ रुपए की लागत से इस बांध का निर्माण कराया गया था. इस साल 2024 में 15 करोड़ की करीब मरम्मत के नाम पर राशि खर्च की गई थी. फिलहाल विभाग के द्वारा बांध का मरम्मती किया जा रहा है. बाढ़ नियंत्रण के साथ-साथ एसडीआरएफ और जल संसाधन विभाग की टीम मौके पर मौजूद है. प्रशासन की ओर से बिंद टोली बंद पर रह रहे लोगों को अब खाली कराया जा रहा है.

भागलपुर में सबकुछ तबाह
भागलपुर में सबकुछ तबाह (ETV Bharat)

55 करोड़ से बना था तटबंध: भागलपुर में गंगा नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है. इस कारण नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड के इस्माइलपुर बिंदटोली में बना तटबंध टूट गया. यह बांध कुछ दिन पहले ही 44 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था. बांध टूटने से आसपास के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है.

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