भागलपुरः अपने अनूठे स्वाद के लिए मशहूर भागलपुर का जर्दालु इस बार भी दिल्ली में धूम मचानेवाला है. जी हां, विक्रमशिला एक्सप्रेस से 2000 किलो जर्दालु आम दिल्ली के बिहार भवन के लिए रवाना किया गया. बिहार भवन से ये जर्दालु आम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के अलावा विशिष्ट अतिथियों के यहां भेजा जाएगा.
2007 से भेजा जा रहा जर्दालु आमः ये पहला मौका नहीं है जब भागलपुर के जर्दालु की मीठी सुगंध दिल्ली के गणमान्य व्यक्तियों के घर बिखरेगी, बल्कि 2007 से ही जर्दालु आम दिल्ली के बिहार भवन भेजा जाता है और वहां से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित कई गणमान्य व्यक्तियों के यहां पहुंचाया जाता है.
2023 में नहीं भेजा गया तो बनी सुर्खियांः इस दौरान पिछले साल यानी 2023 में जर्दालु आम का स्वाद दिल्ली में रहनेवाले विशिष्ट जन नहीं उठा सके थे, जिसको लेकर मीडिया में खूब चर्चा भी हुई थी. बाद में इसमें विभागीय अड़चन और उदासीनता की बात सामने आई थी.
मैंगो मैन अशोक चौधरी के बगान से भेजे गये आमः बता दें कि जर्दालु आम की जो खेप दिल्ली भेजी गयी, उसे सुल्तानगंज के रहनेवाले और मैंगो मैन के नाम से मशहूर अशोक चौधरी के बगान के आम हैं.कृषि विभाग के अधिकारियों ने आम की पूरी तरह से जांच कर उसे तुड़वाकर पैकिंग करवायी और बुधवार को विक्रमशिला एक्सप्रेस से 2000 पैकेट आम भेजा गया.
'जीत की सौगात है ये': मैंगो मैन अशोक चौधरी न कहा कि "कल ही रिजल्ट निकला है और आज हमलोगों का संदेश जो है निकल रहा है. खुशी तो होनी ही चाहिए, सबको खुशी है. जर्दालु की सुंगध लाजवाब है, साथ ही इसमें अद्भुत रोग प्रतिरोधक क्षमता है. इसके अलावा इतना सुपाच्य है कि एक दिन में 50 आम भी खा सकते हैं."
"इस बार ये आदेश हुआ था कि हमलोगों को 2000 किलो आम भेजना है. इस बार समय थोड़ा लेट था, इसलिए हनलोगों ने दो-चार अतिरिक्त समय लिया और अच्छे क्वालिटी के आम भेजे जा रहे हैं. ये दिल्ली के बिहार भवन जाएगा और वहां से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विदेशी राजदूतों के साथ कई खास लोगों को भेजा जाएगा." अभय मंडल, उद्यान पदाधिकारी
जर्दालु को मिला है जीआई टैगः बता दें कि 2018 में भागलपुर के जर्दालु आम को जीआई टैग दिया गया था.जर्दालु की खासियत ये हैं कि ये 104 से 110 दिनों में तैयार होता है और एक आम का औसतन वजन 200 ग्राम होता है. इसमें शुगर का कुल लेवल भी सिर्फ 16.33 फीसदी ही होता है.
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