बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के आठनेर तहसील के अंधेरबावड़ी गांव में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लोगों ने नेताओं और प्रत्याशियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. लोकसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है. सभी राजनीतिक दल लोगों के बीच जाकर अपना-अपना प्रचार-प्रसार कर रहे हैं और लोगों को विकास कार्यों का भरोसा भी दिला रहे हैं. इसी बीच अंधेरबावड़ी गांव में सड़क और पानी की समस्या से परेशान ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.
ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान
कुल 2500 आबादी वाले ग्राम अंधेरबावडी के ग्रामीणों ने नेताओं और प्रत्याशियों के गांव घुसने पर रोक लगा दी है. दरअसल, आजादी से लेकर आज तक किसी राजनैतिक दल के जनप्रतिनिधि ने इस गांव में पेयजल की समस्या का समाधान नहीं किया. आपको जानकर हैरानी होगी कि लोग आज भी नदी-नालों से पानी निकालकर अपनी-अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहे हैं. वहीं ग्राम साकली एवं बोथिया तक सड़क नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं. इन्हीं समस्याओं से परेशान ग्रामीणों एवं महिलाओं ने सिर पर बर्तन रखकर चुनाव का बहिष्कार करते हुए जमकर नारेबाजी की और प्रत्याशियों और नेताओं को गांव में प्रवेश निषेध कर दिया. इसके लिए ग्रामीणों ने बकायदा गांव के बाहर पोस्टर लगाकर चेतावनी दी की पहले हमारी समस्या हल करो तब वोट देंगे.
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पानी और सड़क की समस्या से परेशान हैं लोग
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण बलदेव पांसे ने बताया कि ''गांव की पानी और सड़क की समस्या की शिकायत बैतूल से भोपाल तक कर चुके हैं. लेकिन अब तक समस्या का हल नहीं हुआ. अगर हमारी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो हम इस लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे''. आजादी के 75 साल बाद भी ग्रामीणों को पानी और सड़क की समस्या से जूझना पड़ रहा है. गांव में सांसद, विधायक भी आये ग्रामीणों की समस्याएं सुनी, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही दिया. समस्या का हल नहीं मिला.