बैतूल। पारसडोह डैम लबालब भर गया है. डैम का लेवल 636.71 मीटर है. 31 जुलाई तक 636.07 मीटर के लेवल को मेंटेन करना है. इस कारण पारसडोह डैम के 2 गेट खोल दिये गए. पारसडोह डैम के 2 गेट 20 सेंटीमीटर खोलकर 51 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है. पारसडोह डैम का फुल लेवल 639.10 मीटर है. वहीं, लगातार दूसरे दिन भी सतपुड़ा डैम के सारनी के गेट खोले गए. डैम के 7 गेट 4-4 फीट की ऊंचाई तक खोलकर तवा नदी में 22 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.
सपतुड़ा डैम के गेट दूसरे दिन भी खोलने पड़े
शनिवार को सतपुड़ा डैम के 7 गेट 5-5 फीट की ऊंचाई तक खोले गए थे. सतपुड़ा डैम की जलभरण क्षमता 1433 फीट है. लेकिन यह लेवल 15 सितंबर के बाद मेंटेन किया जाता है. फिलहाल जलाशय का लेवल 1430 फीट मेंटेन किया जा रहा है. क्षेत्र में सामान्य वर्षा 1500 मिलीमीटर है. जबकि 28 जुलाई तक 667 मिलीमीटर यानी लगभग 26 इंच बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है. रविवार सुबह से मूसलाधार बारिश हो रही है. जिसके चलते सारनी औद्योगिक नगरी और आसपास के सभी नदी नाले उफान पर हैं.
ALSO READ: उफान पर नर्मदा, लबालब हुआ बरगी बांध, कभी भी खोले जा सकते हैं गेट, अलर्ट जारी बारिश से जबलपुर में हाहाकार, गौर नदी में आई बाढ़ से खेत में फंसे 11 लोग, SDRF ने किया रेस्क्यू |
गाड़ाघाट नदी उफान पर, बैतूल-बुराहनपुर रोड बंद
बैतूल जिले में लगातार हो रही बारिश से नदी-नालों में बाढ़ के कारण आवाजाही भी प्रभावित हो रही है. बैतूल के भीमपुर ब्लॉक में सुबह से हो रही तेज बारिश के कारण बैतूल-बुरहानपर मार्ग पर रविवार शाम को बंद हो गया. वहीं नदी में बाढ़ के बावजूद लोग पुल पार कर अपनी जान से खिलवाड़ कररहे हैं. भीमपुर ब्लॉक की बोरकुंड ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम धामदेही के पास स्थित गाड़ाघाट नदी उफान पर है. बाढ़ का पानी रपटे के ऊपर से जाने के कारण वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. यह मार्ग बैतूल से बुरहानपुर और परतवाड़ा होते हुए धारनी तक जाता है. यह इस क्षेत्र को महाराष्ट्र से जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग है.