ETV Bharat / state

लो बन गयी बात ! अधिकारियों-नेताओं ने जब नहीं सुनी गुहार तो चंदा जुटाकर ग्रामीणों ने चचरी पुल कर डाला तैयार - CHACHARI BRIDGE

PEOPLE BUILT CHACHARI BRIDGE: बाढ़ ने रोड तोड़ दिया, अधिकारियो-नेताओं ने मुंह मोड़ लिया लेकिन बेतिया के लोगों ने हिम्मत नहीं छोड़ी. अपनी मेहनत और अपने पैसे से चचरी पुल तैयार कर लिया. पढ़िये पूरी खबर,

लोगों ने अपने पैसे से बनाया चचरी पुल
लोगों ने अपने पैसे से बनाया चचरी पुल (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 14, 2024, 5:19 PM IST

ग्रामीणों ने चचरी पुल कर डाला तैयार (ETV BHARAT)

बेतियाः बिहार के बेतिया जिले में बांस से बना ये चचरी पुल अधिकारियों और जनप्रतनिधियों की गैरजिम्मेदारी की कहानी है तो आम
इंसान के हौसले की निशानी भी है. बाढ़ में रोड टूट गया, आवाजाही दूभर हो गयी. अधिकारियों-नेताओं से फरियाद लगाते-लगाते थक गये तो उन्हें अपने हाथों की ताकत का अहसास हुआ. आपस में मिलकर चंदा इकट्ठा किया और बना डाला बांस का चचरी पुल और ये भी जता दिया कि हम किसी के मोहताज नहीं हैं.

नहीं सुनी गुहार तो खुद उठा लिए औजार
नहीं सुनी गुहार तो खुद उठा लिए औजार (ETV BHARAT)

किसी ने नहीं सुनी गुहारः मामला योगापट्टी प्रखंड के नवलपुर पंचायत के वार्ड नंबर एक का है. जहां बेनीमाधव टोला में बीस दिन पहले आई बाढ़ ने सड़क तोड़ दी. गांव में आवाजाही के लिए एकमात्र सड़क को बाढ़ का पानी बहा ले गया तो लोगों की आवाजाही मुश्किल हो गयी. गांव का सड़क सम्पर्क भंग होने से सैकड़ों ग्रामीण टापू में रहने को मजबूर हो गए. ग्रामीणों ने सीओ, बीडीओ, मुखिया, सरपंच, विधायक सभी से फरियाद कि सड़क बना दी जाय, लेकिन किसी ने गुहार नहीं सुनी.

बीस दिनों तक इंतजार, फिर पुल हुआ तैयारः सीओ ने आकर टूटे सड़क का निरीक्षण भी किया लेकिन सड़क नहीं बनी. बीस दिनों तक इंतजार करने के बाद ग्रामीणों ने आपस में बैठक की. सभी ने आपस में चंदा एकत्रित किया. करीब 25 हजार चंदा एकत्रित कर चचरी पुल बनाना शुरू किया गया. चचरी पुल करीब-करीब तैयार हो गया है, हालांकि इस पुल से लोग सिर्फ पैदल ही आवाजाही कर सकते हैं.

चंदा इकट्ठा कर चचरी पुल का निर्माण
चंदा इकट्ठा कर चचरी पुल का निर्माण (ETV BHARAT)

"जब सड़क टूटी तो सीओ साहब निरीक्षण करने आये थे. उन्होंने भरोसा दिया कि सड़क बहुत जल्द बना दी जाएगी लेकिन सड़क नहीं बनी. उसके बाद सरपंच, मुखिया, विधायक से भी फरियाद की. सबने आश्वासन की घुट्टी पिलाई लेकिन सड़क नहीं बनी. आखिरकार हमलोगों ने आपस में 25 हजार चंदा जमा किया और अब पुल तैयार हो चुका है."- स्थानीय निवासी

अधिकारियों-नेताओं की जवाबदेही कौन तय करेगा ? : नवलपुर पंचायत के लोगों ने अपने दम पर चचरी पुल तो तैयार कर डाला लेकिन ये पुल सवाल पूछ रहा है कि आखिर अधिकारियों-नेताओं की जवाबदेही कौन तय करेगा ? अधिकारियों-नेताओं की ये जिम्मेदारी बनती थी कि बाढ़ में टूटी सड़क दुबारा बनाई जाए ताकि लोगों को आवाजाही में कोई परेशानी नहीं हो, लेकिन जिस तरह से यहां अनदेखी की गयी वो दिखाता है कि अधिकारियों-नेताओं को आम आदमी की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है.

ये भी पढ़ेंःये हुई न बात! बेतिया में जब कोई नहीं सुना फरियाद तो चंदा इकट्ठा कर ग्रामीणों ने बना लिया चचरी पुल

बेतिया में दर्जनों गांव का एकमात्र सहारा, 21 वीं सदी में चचरी पुल से आवागमन करने को मजबूर लोग

ग्रामीणों ने चचरी पुल कर डाला तैयार (ETV BHARAT)

बेतियाः बिहार के बेतिया जिले में बांस से बना ये चचरी पुल अधिकारियों और जनप्रतनिधियों की गैरजिम्मेदारी की कहानी है तो आम
इंसान के हौसले की निशानी भी है. बाढ़ में रोड टूट गया, आवाजाही दूभर हो गयी. अधिकारियों-नेताओं से फरियाद लगाते-लगाते थक गये तो उन्हें अपने हाथों की ताकत का अहसास हुआ. आपस में मिलकर चंदा इकट्ठा किया और बना डाला बांस का चचरी पुल और ये भी जता दिया कि हम किसी के मोहताज नहीं हैं.

नहीं सुनी गुहार तो खुद उठा लिए औजार
नहीं सुनी गुहार तो खुद उठा लिए औजार (ETV BHARAT)

किसी ने नहीं सुनी गुहारः मामला योगापट्टी प्रखंड के नवलपुर पंचायत के वार्ड नंबर एक का है. जहां बेनीमाधव टोला में बीस दिन पहले आई बाढ़ ने सड़क तोड़ दी. गांव में आवाजाही के लिए एकमात्र सड़क को बाढ़ का पानी बहा ले गया तो लोगों की आवाजाही मुश्किल हो गयी. गांव का सड़क सम्पर्क भंग होने से सैकड़ों ग्रामीण टापू में रहने को मजबूर हो गए. ग्रामीणों ने सीओ, बीडीओ, मुखिया, सरपंच, विधायक सभी से फरियाद कि सड़क बना दी जाय, लेकिन किसी ने गुहार नहीं सुनी.

बीस दिनों तक इंतजार, फिर पुल हुआ तैयारः सीओ ने आकर टूटे सड़क का निरीक्षण भी किया लेकिन सड़क नहीं बनी. बीस दिनों तक इंतजार करने के बाद ग्रामीणों ने आपस में बैठक की. सभी ने आपस में चंदा एकत्रित किया. करीब 25 हजार चंदा एकत्रित कर चचरी पुल बनाना शुरू किया गया. चचरी पुल करीब-करीब तैयार हो गया है, हालांकि इस पुल से लोग सिर्फ पैदल ही आवाजाही कर सकते हैं.

चंदा इकट्ठा कर चचरी पुल का निर्माण
चंदा इकट्ठा कर चचरी पुल का निर्माण (ETV BHARAT)

"जब सड़क टूटी तो सीओ साहब निरीक्षण करने आये थे. उन्होंने भरोसा दिया कि सड़क बहुत जल्द बना दी जाएगी लेकिन सड़क नहीं बनी. उसके बाद सरपंच, मुखिया, विधायक से भी फरियाद की. सबने आश्वासन की घुट्टी पिलाई लेकिन सड़क नहीं बनी. आखिरकार हमलोगों ने आपस में 25 हजार चंदा जमा किया और अब पुल तैयार हो चुका है."- स्थानीय निवासी

अधिकारियों-नेताओं की जवाबदेही कौन तय करेगा ? : नवलपुर पंचायत के लोगों ने अपने दम पर चचरी पुल तो तैयार कर डाला लेकिन ये पुल सवाल पूछ रहा है कि आखिर अधिकारियों-नेताओं की जवाबदेही कौन तय करेगा ? अधिकारियों-नेताओं की ये जिम्मेदारी बनती थी कि बाढ़ में टूटी सड़क दुबारा बनाई जाए ताकि लोगों को आवाजाही में कोई परेशानी नहीं हो, लेकिन जिस तरह से यहां अनदेखी की गयी वो दिखाता है कि अधिकारियों-नेताओं को आम आदमी की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है.

ये भी पढ़ेंःये हुई न बात! बेतिया में जब कोई नहीं सुना फरियाद तो चंदा इकट्ठा कर ग्रामीणों ने बना लिया चचरी पुल

बेतिया में दर्जनों गांव का एकमात्र सहारा, 21 वीं सदी में चचरी पुल से आवागमन करने को मजबूर लोग

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.