पटना: अंगूठी पहनने का तो शौक सभी लोग रखते हैं लेकिन कई लोग ग्रह-नक्षत्र के प्रभाव से बचने के लिए अलग-अलग रत्न मोती पहनते हैं. आज हम आपको ऐसी अंगूठी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में हर कोई नहीं जानता होगा. हम बात कर रहे हैं काले घोड़े की नाल की अंगूठी की. इसके पहनने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं.
खुशहाल करेगी जिंदगीः ज्योतिष के जानकर मनोज मिश्रा ने इस अंगूठी के बारे में खास जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बताया कि ग्रहों की अच्छी स्थिति आपके जीवन में खुशहाली लेकर आती है. ग्रहों की स्थिति खराब है तो आपको कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. घोड़े की नाल और उस से बनी अंगूठी पहनने से कई तरह की परेशानियां दूर होती है.
"काले घोड़े की नाल की अंगूठी पहनना बेहद फायदेमंद होता है. काले घोड़े के दाहिने पैर की पुरानी नाल हो तो वह कई गुना ज्यादा कारगर हो जाता है. काले घोड़े की नाल एक ऐसी वस्तु है जो शनि संबंधित किसी भी पीड़ा कष्ट अशुभ योग को दूर कर आपको आगे का रास्ता दिखाती है. काले घोड़े की नाल की अंगूठी उन लोगों को पहनना चाहिए जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है." -मनोज मिश्रा, ज्योतिष
नाल की अंगूठी के फायदेः उन्होंने बताया कि घर में काली शक्ति या किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा है तो वास्तु के अनुसार घर में घोड़े की नाल भी टांगना शुभ होता है. जिन लोगों के घरों में धन की कमी है और लाभ चाहते हैं उन लोगों को काले घोड़े की नाल को काले कपड़े में लपेटकर अपने तिजोरी में रखने चाहिए. इससे कि धन की कमी नहीं होगी. आय का स्रोत बढ़ेगा.
घर का क्लेश होगा दूरः घोड़े की नाल घर में क्लेश होना, आर्थिक उन्नति नहीं होना, लड़ाई झगड़े होते रहना से छुटकारा दिलाता है. इसमें भी काले घोड़े के नाल का बहुत बड़ा योगदान है. घर के अपने मुख्य द्वार पर यू अक्षर का आकर बनवाकर लगा दें. कुछ दिनों के बाद आपको परिणाम अच्छा दिखने लगेगा.
अंगूठी बनाने के नियमः मनोज मिश्रा ने बताया कि घोड़े की नाल से अंगूठी बनाने का नियम भी है. काले घोड़े के दाहिने पैर नाल होना चाहिए और शनिवार को अगर मिल जाए तो यह बेहद लाभकारी होता है. अंगूठी तैयार करवाते समय इस बात को ध्यान रखना चाहिए कि इसे आग में गर्म ना करें. हमेशा ठंडा रख करके ही अंगूठी का आकार बनवाएं.
अंगूठी किस उंगली में पहनेंः अंगूठी शनिवार के दिन ही पहनना चाहिए. दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में पहननी चाहिए. ग्रह दोष निवारण के लिए जिस तरह से नवरत्न मोती काम करती है ठीक उसी प्रकार यह घोड़े की नाल की अंगूठी भी लोगों को तरक्की और कई बाधा से मुक्त कराता है.
घोड़े की नाल क्या है? घोड़े की लगातार चलने से उसके खुरो के घिसने का डर रहता. इसलिए घोड़े के खुर के नीचे एक अर्धचंद्राकार लोहे की प्लेट लगा दी जाती है. घोड़े के लगातार दौड़ने से अगर यह प्लेट भी घिस जाती है तो इसे बदल दिया जाता है. घिसी हुई प्लेट को काले घोड़े की नाल कहते हैं. इससे ही अंगूठी बनायी जाती है.
यह भी पढ़ेंः आज है आषाढ़ शुक्ल पक्ष चतुर्दशी और चौमासी चौदस, इनकी पूजा करना है शुभ - 20 July Panchang