सरगुजा: छत्तीसगढ़ में 2900 बीएड सहायक शिक्षकों को बर्खास्त करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सहायक शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने से परीक्षा से पहले शिक्षा व्यवस्था पर इसका असर पड़ सकता है.
सरगुजा जिले में 243 सहायक शिक्षक है. जिनका मामला विवाद में है. 31 दिसंबर को टर्मिनेशन ऑर्डर के बाद टीचरर्स का प्रदर्शन जारी है. इस वजह से कई स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है. कई स्कूलों में कोर्स कंप्लीट हुए है जबकि कुछ स्कूलों में अब तक बच्चों का कोर्स पूरा नहीं हो पाया है. ऐसे स्कूलों में जिला शिक्षा विभाग दूसरे स्कूलों से टीचर्स भेजकर पढ़ाई पूरी करवा रहा है.
सरगुजा में 243 सहायक शिक्षक: जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा ने इस मामले में बताया कि सरगुजा जिला में ये सहायक शिक्षक 243 हैं. शासन स्तर पर कार्रवाई होने के कारण कई शिक्षक हड़ताल पर है. हालांकि सब स्कूलों में टीचर हड़ताल पर नहीं है.
जहां भी सहायक शिक्षक हड़ताल पर हैं वहां व्यवस्था बनाने के लिए विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को बोला गया है. वहां व्यवस्था कर ली गई है.-अशोक सिन्हा, जिला शिक्षा अधिकारी
"टीचरों की हड़ताल के बावजूद स्कूलों में अच्छी हो रही पढ़ाई": डीईओ ने बताया कि दिसंबर तक सभी कोर्स पूरे हो गये हैं. जहां बच गये हैं वहां 10 से 15 जनवरी तक कोर्स कम्प्लीट कर लिया जाएगा. इस समय रिवीजन का काम चल रहा है तो सारी व्यवस्था बनाने के लिए सभी विकास खंड शिक्षा अधिकारी और सीएससी को मीटिंग लेकर कहा गया है. कहीं पर भी कोई बाधा नहीं है. सारे शिक्षकों के अवकाश या हड़ताल पर जाने की सूचना नहीं आई है. कई टीचर्स स्कूल में ही मौजूद है.
छत्तीसगढ़ में 2900 टीचर्स की गई नौकरी: बता दें कि नए साल के जश्न और खुशियों के बीच 31 दिसंबर की देर रात छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग ने 2900 सहायक शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश जारी किया. इसके बाद सुबह से सहायक शिक्षकों का रायपुर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. रायपुर के बीजेपी कार्यालय में बुधवार की सुबह करीब 11 बजे शिक्षकों का दल पहुंचा और विरोध प्रदर्शन करने लगा. बीजेपी कार्यालय के भीतर शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया.
शिक्षकों के प्रदर्शन पर केस दर्ज: शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन को लेकर रायपुर के माना थाने में केस दर्ज किया गया. जिसमें 30 बीएड सहायक शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. रायपुर पुलिस ने धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है.