बगहा: इंडो नेपाल सीमा पर अवस्थित वाल्मीकिनगर के छाता चौक पर उस समय अफरातफरी मच गई जब, भालुओं के झुंड से बिछड़ा भालू वाल्मीकि टाइगर रिजर्व जंगल से निकलकर लोगों के बीच पहुंच गया. भालू चहलकदमी करता हुआ चाय की दुकान के तरफ बढ़ने लगा. लिहाजा लोग कहने लगे भालू चाय पीने आया है.
रिहायशी इलाके में पहुंचा भालू: दरअसल ई टाइप कॉलोनी, हॉस्पिटल रोड कॉलोनी और गोल चौक समेत गेस्ट हाउस से सड़क आकर छाता चौक पर मिलता है. छाता चौक के समीप जल संसाधन विभाग का कार्यलय और एसबीआई बैंक है. इसके अलावा ठीक बगल में नदी घाटी उच्च 10+2 सरकारी विद्यालय भी है. नतीजतन इस छाता चौक पर स्थित एक चाय की दुकान पर हमेशा भीड़ रहती है. चाय पीने वाले सुबह से शाम तक यहां जमा रहते हैं. ऐसे में जब भालू चहलकदमी करता हुआ छाता चौक पर पहुंचा तो लोगों में हड़कंप मच गया.
जंगल वापस चला गया भालू: इस दौरान भालू के पीछे पहले एक गाय बढ़ी लेकिन जब तक गाय उसके नजदीक पहुंचती तब तक एक कुत्ता भालू के पीछे पड़ गया. कुत्ते को भौंकता देख भालू बार-बार उस पर पंजे से हमला करने के फिराक में था, लेकिन कुत्ता भौंकते हुए दूर भाग जा रहा था. जिसके बाद भालू जल संसाधन विभाग के कार्यालय परिसर से होते हुए जंगल में घुस गया. जब तक भालू जंगल के अंदर नहीं चला गया कुत्ता चैन से नहीं बैठा. वह भालू के पीछे घूमता रहा और भौंकता रहा.
लोगों के बीच दहशत: बता दें कि तीन दिन पहले छाता चौक से सटे नर देवी मंदिर वाले रास्ते से ठीक सटे जंगल में लोगों ने तीन भालुओं को एक साथ देखा था. ऐसे में लोग अंदाजा लगा रहे हैं कि उसी झुंड में से निकलकर भालू आए दिन छाता चौक से बैंक रोड होते हुए अतिथि भवन तक घूमते रहते हैं. जो कि खतरे से खाली नहीं है. खासकर नदी घाटी उच्च विद्यालय में प्रतिदिन सैकड़ों छात्र छात्राएं पढ़ने आते हैं. यदि उनका आमना सामना भालुओं से हुआ तो किसी तरह की अनहोनी घट सकती है. भालू विद्यार्थियों पर हमला कर सकते हैं.
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