लखनऊ: झूठी एफआईआर रद्द करने तथा प्रॉक्टर और सुरक्षा अधिकारी तत्काल हटाए जाने की मांग को लेकर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ के छात्र लगातार पांचवें दिन भी हड़ताल पर डटे हुए हैं. भीषण गर्मी के कारण छात्रों की तबीयत खराब हो गई. लेकिन, इसके बावजूद उनके हौसलों में कोई कमी नहीं आई है. छात्र लगातार प्रदर्शन में जुटे हुए हैं. हालत बिगड़ने पर छात्रों को लोक बंधु राज नारायण हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. प्रदर्शनकारी छात्र कई बार बेहोश हो गये. छात्र अखिलेश कुमार को अचानक उल्टी होने लगी, जिसके बाद आनन फानन में छात्रों ने विवि हेल्थ सेंटर को संपर्क किया, जिसके बाद एम्बुलेंस आयी, लेकिन एम्बुलेंस में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं रहा. हेल्थ सेंटर में जांच में चेकअप हुआ. डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए लोकबंधु अस्पताल रेफर कर दिया. जहां छात्र का इलाज चल रहा है.
बीबीएयू छात्रों ने आरोप लगाया है, कि बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के नाम पर बने विश्वविद्यालय में बाबासाहेब की जयंती उपलक्ष्य में उनसे जुड़े कार्यक्रम आयोजित करने पर रोक लगा दी जाती है. वही, अन्य कार्यक्रमों में बिना परमिशन के डीजे कैंपस के अंदर लाया गया और प्रोग्राम करवाया गया. विवि प्रशासन मुंह ताकतां रहा. प्रशासन के इस भेदभाव पूर्ण रवैया के खिलाफ अपनी बात को लेकर छात्र 17 अप्रैल 2024 को कुलपति आवास पर उनसे मिलने गए थे. जहां बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी मौजूद रहे, जहां पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा छात्रों को पटक पटक के पीटा गया.
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छात्रों में आरोप लगाया, कि विश्वविद्यालय प्रशासन कि शह पर सिक्योरिटी कंपनी के सुरक्षाकर्मियों द्वारा बुरी तरह पिटाई करने के बाद साजिशन छात्रों के ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है. छात्रों ने कुलानुशासक संजय कुमार से इस्तीफा मांगा है. वहीं, सुरक्षा अधिकारी बी.एस.सैनी समेत छात्रों की पिटाई करने में शामिल एसआईएस सुपरवाइजर विनय प्रताप और सुरक्षाकर्मियों पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की.
गौरतलब हो, कि बीते 17 अप्रैल को सुरक्षा कर्मियों ने वीसी आवास जा रहे छात्रों से मारपीट कर ली थी. उसके बाद से छात्रों ने विवि प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया. छात्रों का आरोप है, कि सुरक्षा एजेंसी के एरिया मैनेजर ने 4 छात्रों और 25 अज्ञात छात्रों पर जानबूझकर फर्जी मुकदमा कराया गया है. उस मुकदमे को तत्काल वापस लिया जाये अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे है. छात्रो का समूह शुरू से ही मारपीट घटना में मुख्य भूमिका में रहे प्रॉक्टर,सुरक्षा अधिकारी, एसआईएस सुपरवाइज़र और सुरक्षाकर्मियों को हटाने की मांग कर रहे है.
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